National Film Awards 2018: इस बार रही इन फिल्मों की धूम, जानिए किसे मिला कौन सा अवॉर्ड

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हमारे बॉलीवुड में हर साल बहुत सी फिल्मे रिलीज़ होती है लेकिन सभी फिल्मे एक जैसी नही होती है कुछ फिल्मे दर्शकों द्वारा यदा पसंद की जाती है और वो सुपरहिट साबित हो जाती है और कुछ फिल्मे फ्लॉप हो जाती है वो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नही दिखा पाती| आपको बता दे की हमारे भारतीय सिनेमा ने बेहतरीन फिल्मों को सम्मान करने के लिए 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की है। ज्यूरी के अध्यक्ष शेखर कपूर ने अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार के लिए चुने गए कलाकारों और फिल्मों के नाम का ऐलान किया। आज हम आपको कुछ ऐसी ही फिल्मो के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें नेशनल फिल्म अवार्ड से सम्मानित किया गया है|

1.न्यूटन’ को बेस्ट हिन्दी फिल्म का अवॉर्ड

अवार्डो की इस रेस में ऑस्कर अवार्ड के लिए टॉप-100 में शामिल हुई अमित वी मासूरकर की फिल्म ‘न्यूटन’ को बेस्ट हिन्दी फिल्म चुना गया है। ये एक बेस्ट हिंदी फिल्म है आपको बता दे की न्यूटन एक ऐसे लड़के की कहानी हो जो एक सरकारी अफसर है और उसे नक्सली एरिया में चुनाव कराने का जिम्मा दिया गया है| अ देखना ये ही की वो अपने काम को वहां कैसे अंजाम देता है इस फिल्म में इसी कहानी को बखूबी दिखाया गया है| फिल्म में राजकुमार राव के साथ पंकज त्रिपाठी भी उनके साथ मुख्य भूमिका में दिखेंगे राजकुमार राव स्टारर इस फिल्म में एक्टर पंकज त्रिपाठी के काम को भी सराहना मिली है। पंकज त्रिपाठी को फिल्म ‘न्यूटन’ में बेहतरीन अभिनय के लिए स्पेशल अवॉर्ड से नवाजा जाएगा।

2. सबसे पॉपुलर फिल्म ‘बाहुबली-2: द कंक्लूजन

दुसरे नंबर पर आती है इस साल की यह फिल्म सबसे पॉपुलर फिल्म ‘बाहुबली-2: द कंक्लूजन’ भले ही ये फिल्म बाहुबली 1 का सीक्वल है लेकिन इसकी कहानी पहले हिस्से के जैसी ही है। आपको बता दे की इस फिल्म में महेंद्र बाहुबली को अपने पिता के बारे में पता चलता है, जो महिष्मति के राजा बनने वाले थे। इसके बाद कहानी अमरेंद्र बाहुबली और देवसेना की प्रेम कथा के इर्द-गिर्द घूमती है। देवसेना ही महेंद्र बाहुबली की मां है, जो पहली फिल्म में हमेशा बेड़ियों में बंधी दिखी हैं। यह कहानी बहुत साधारण है जिसमें अंत में बुराई पर अच्छाई की जीत होती है। इस फिल्म के दृश्य इतने खूबसूरत हैं कि आप देखते ही रह जाएंगे।

पार्ट-2 द कन्क्लूज़न पहले पार्ट की लेगसी को अपने कंधों पर कैरी करती है और हीरोइजम का दर्जा काफी बढ़ा देती है। बाहुबली को ताकत और हिम्मत के सिम्बल के रूप में गढ़ा गया है इसलिए आप उस कैरक्टर को उसी तरह से देखना चाहते हैं। इस फिल्म में प्रभास ने पिता और पुत्र दोनों की भूमिकाओं को बहुत अच्छे से निभाया है। प्रभास, अनुष्का शेट्टी, राणा दग्गुबाति और तमन्ना स्टारर फिल्म ‘बाहुबली-2: द कंक्लूजन’ की धूम नेशनल अवॉर्ड 2018 में भी रही। इस फिल्म को तीन अवॉर्ड्स मिले हैं वो इस प्रकार है|

1.बेस्ट स्पेशल इफेक्ट्स

2.बेस्ट एक्शन डायरेक्शन

3.बेस्ट पॉपुलर फिल्म

3.मॉम

मॉम’ फिल्म में श्रीदेवी ने एक ऐसी मां का किरदार निभाया था जो अपनी बच्ची के रेप से पीड़ित थी। उनका किरदार न केवल लोगों ‘मॉम’ फिल्म एक परिवार के संघर्ष की कहानी है। मॉम’ फिल्म की कहानी बलात्कारियों को सजा दिलाने के इर्द गिर्द घूमती है। सबूतों के अभाव में जब अपराधी छूट जाते हैं तो श्रीदेवी खुद ही बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए एक-एक बलात्कारी को सजा देती हैं। जिस तरह से वह बलात्कारियों को सजा देती हैं वह एक मां की मनोदशा को साफतौर पर दर्शाता है। इसमें श्रीदेवी ने देवकी नाम की टीचर का रोल निभाया है जो अपनी बच्ची को इंसाफ दिलाने के हर मुश्किल को पार कर जाती है। के दिलों को छुआ बल्कि बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार कमाई भी कीसौतेली मां की छवि को बदलने की कोशिश करती फिल्म ‘मॉम’ को दो नेशनल अवॉर्ड मिले हैं। फिल्म में अभिनय के लिए श्रीदेवी को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है। इसके अलावा, फिल्म में बैकग्राउंड स्कोर के लिए ए आर रहमान को भी पुरस्कार मिला है। ए आर रहमान को इस बार दो नेशनल अवॉर्ड मिले हैं।

4.विवादित फिल्म ‘नगरकीर्तन’ को चार नेशनल अवॉर्ड

चौथे नंबर पर आती है इस साल की सबसे विवादित फिल्म नगर्किर्तन है जो की समलैंगिक प्रेम कहानी है आपको बता दे की ‘नगरकीर्तिन’ को स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड के लिए चुना गया है। कौशिक गांगुली निर्देशित इस फिल्म में अभिनय के लिए 19 वर्षीय रिद्धी सेन को बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला है। फिल्म को मेक-अप आर्टिस्ट और बेस्ट कॉस्ट्यूम का भी पुरस्कार मिला है। कुल मिलाकर इस विवादित फिल्म को चार नेशनल अवॉर्ड मिले हैं। गौरतलब है कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म के तीन सीन्स पर कैंची चलाई थी। इस फिल्म को दर्शको द्वारा भी बहुत पसंद किया गया है और उनके अच्छा रेस्पोंस मिला है|

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