गरीब परिवारों की महिलाओं के चेहरों पर खुशी लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना है। मोदी सरकार की गरीब परिवारों को समर्पित इस योजना मैं आने वाले परिवारों को सरकार ने बड़ी राहत दी है। इस योजना का लाभ पाने वाले लोगों को LPG गैस सिलेंडर खरीदने के लिए कर्ज दिया गया था। ग्रामीण लोगों को इस योजना के तहत कर्ज से राहत दी गई है।
मोदी सरकार ने साल 2016 में योजना शुरू की थी। अब तक 3.6 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को LPG गैस सिलेंडर कनेक्शन दिया जा चुका है। सरकार ने इसके लिए हर कनेक्शन पर 1600 खर्च किए हैं। जबकि इस रकम का बोझ लाभार्थियों को उठाना था। गरीब परिवारों की मदद के लिए सरकारी पेट्रोल कंपनियां ने LPG स्टोव और भरा हुआ सिलेंडर ब्याज से मुक्त कर दिया था।
इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन (आईओसी) का कहना है कि उज्ज्वला योजना (LPG गैस सिलेंडर) को 2022 तक हर गरीब परिवार तक पहुंचाना है। इस लक्ष्य के मद्देनजर पेट्रोलियम कंपनियों ने उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को 1 अप्रैल 2018 से अगली 6000 तक के सिलेंडर में गैस भराने तक कर्ज ना वसूलने का फैसला किया है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन का कहना है कि 70% प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के ग्राहकों ने ब्याज रहित कर्ज योजना का लाभ लिया है। पेट्रोलियम कंपनियां कर्ज की वसूली सरकार द्वारा सभी LPG ग्राहकों को दी जाने वाली सब्सिडी के जरिए कर रही है। इस योजना का लाभ सभी मौजूदा pmuy उपभोक्ताओं को मिलेगी।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत जिन उपभोक्ताओं पर 31 मार्च 2018 तक यह कर्ज बकाया था। अब उन्हें अगले 6 महीने तक या 6 बार सिलेंडर लेने तक कर्ज नहीं देना होगा। 1 अप्रैल 2018 से उज्ज्वला योजना से जुड़ने वाले नए उपभोक्ताओं को भी 6 एलपीजी सिलेंडर पर यह छूट दी जाएगी।
ऐसे परिवार जो अभी यह कर नहीं चुका सकते हैं। सभी गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति के मद्देनजर एक अच्छी खबर है।