अनपढ़ किसान का छोटा बबुआ बन गया कलेक्टर,जो कभी दो वक्त की रोटियों के लिए भी तरसता था
किसी ने सच ही कहा है काबिल बनो, कामयाबी झक मारकर आपके पास आएगी. फिल्म का यह डॉयलाग कानपुर के कलेक्टर/जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह पर सटीक बेठता है. एक समय था , जब उन्हे कच्चे घर में दो वक्त की रोटी के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती थी.अनपढ़ माता-पिता…