हिंदी सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली रेखा ने अपने करियर की शुरुवात एक बाल कलाकार के रूप में शुरू किया. परिवार की आर्थिक स्थिती ठीक न होने के कराण उन्होंने स्कूल छोड़कर अभिनय की दुनिया में कदम रखा. लेकिन उनको बहुत कठिनाई आई. उस समय उन्हें हिंदी भाषा भी नहीं आती थी जिसके कारण उन्हें शुरुवात में बहुत संघर्ष करना पड़ा. इसके बाद में उन्होंने कई दमदार रोल और बेहतरीन तरीके से अभिनय पेश किए.
रेखा गणेशन :
रेखा गणेशन का जन्म 10 अक्टूबर 1954 को चेन्नई में हुआ था. उनके पिता जैमिनी गणेशन और माता पुष्पवल्ली थी जो दोनों ही तमिल के अभिनेता और अभिनेत्री थी. रेखा का पूरा मान भानु रेखा गणेशन है रेखा अपने पिता के ही नक़्शे कदम पर ही चलती रही है उन्होंने अपनी पढाई चेन्नई में ही करी उन्होंने हिंदी इंग्लिश लातिम तीनों ही भाषा का ज्ञान प्राप्त किया.
पढाई छोड़ कर :
रेखा के जन्म के वक़्त उनके माता-पिता अविवाहित थे. इसलिए रेखा को पुत्री का दर्जा नही दिया. रेखा की 5 छोटी बहने व 1 छोटा भाई भी है. घर की आथिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उनकी इच्छा न होते हुए भी उन्हें पढाई छोड़ कर फिल्मो में आना पड़ा. रेखा ने जब बॉलीवुड में कदम रखा तब उस समय कई निजी राज खुले. बाद मे जब रेखा का करियर शुरू हुआ तो उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था की उनके पिता ने उन्हें कभी अपनाया नही.
बाल कलाकार :
रेखा ने अपने करियर की शुरुवात एक बाल कलाकार के रूप में शुरू किया. उन्होंने शुरुआत तलगू फ़िल्म रंगुला रत्नम से कर दी. इसके बाद हिंदी फिल्मो में काम करना शुरू किया लेकिन उनका सांवला रंग और लडखडाती हिंदी के कारण कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. वह समय उनके जीवन का बहुत कठिन समय था. जिसके कारण उनको बहुत संघर्ष करना पड़ा. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और उन्होंने फिल्म सावन भादो में काम किया और वह रातों रात मशहूर हो गई.
रेखा की शादी :
रेखा की शादी दिल्ली के प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अग्रवाल से शादी हुई थी. एक साल जब रेखा लन्दन में थी तब उनके पति ने सुसाइड कर लिया था और सुसाइड नोट पर लिखा था की किसी को दोषी ना ठहराया जाए. जिसके लिए रेखा को काफी समय तक बहुत कुछ सहना पड़ा, पर बाद मे वे निर्दोष साबित हुई. एक अफवाह आई थी कि अभिनेता विनोद मेहरा के साथ उन्होंने शादी करली. लेकिन रेखा ने शादी से इंकार कर दिया था.
कई शानदार फिल्मों में :
रेखा ने कई शानदार फिल्मों में काम किया लेकिन जिन फिल्मों में रेखा का जादू दिखाई दिया वह इल्मे उमराव जान, खूबसूरत, मुकद्दर का सिकंदर, सिलसिला, खिलाड़ियों का खिलाड़ी थी. फिल्म उमराव जान में रेखा का अभिनय की सबने तारीफ करी और साथ ही नृत्य कला की तारीफ की. उनकी खूबसूरती के लिए पहली बार फिल्मफेयर की तरफ से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब मिला.
पद्म श्री अवार्ड :
रेखा को उमराव जान फिल्म के किरदार के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया था और खिलाडियों का खिलाडी के लिए रेखा को फिल्मफेयर अवार्ड मिला और 1998 में फिल्मफयर अवार्ड खून भरी मांग के लिए दिया गया था. इसके पश्चात् 2010 में उन्हेंने भारत सरकार की ओर से पद्म श्री अवार्ड से भी सम्मानित किया गया.