यातायात हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग बन गया है. पहले के ज़माने में एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए व्यक्ति को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था. क्यों की उस समय में यातायात के बहुत काम साधन हुआ करते थे.किसी भी स्थान पर जाने के लिए व्यक्ति अधिकतर बैलगाड़ी या फिर घोड़ागाड़ी का ही इस्तेमाल करते थे.
हालांकि बदलते दौर के साथ यातायत के साधन में भी बदलाव देखा गया. और बैलगाड़ी का स्थान साइकिल, मोटरसाइकल से होते हुए ट्रेन, कार, प्लेन जैसे यातायात साधनो तक आ पंहुचा है. जिस तरह पहले के मुकाबले यातायात के साधनो में बदलाव देखा गया है ठीक उसी तरह भविष्य में भी यातायात साधनो में बदलाव निश्चित है.
विंडोलैस प्लेन
हवाई यात्रा करना हर किसी को बहुत अच्छा लगता है है जिसे देखते हुए आसार जताये जा रहे है की आने वाले समय में प्राइवेट जेट इस तरह बनाये जायेंगे जिनमे एक भी खिड़की नहीं होगी. खिड़की से स्थान पर सीलिंग पर हाई-रेजॉल्यूशन, लो-वोल्टेज स्क्रीन का उपयोग हो सकता है.
यह काफी आधुनिक तकनीक का बना होगा जिसके बाहर लेंस वाले कैमरे भी लगे होंगे जो अंदर रियल टाइम सभी को दिखाया जाएगा. इस ख़ास तरह के प्लेन में सोलर पैनल का उपयोग किया जा सकता है.
द फ्लॉट
आधुनिक तकनीक को देखते हुए कहा जा सकता है की भविष्य में ट्रेन में मैग्लेव सिस्टम का उपयोग निश्चित तोर पर किया जाना है. जिसमे दो तरह के मैग्नेट लगाए जायेंगे. पहला मैग्नेट ट्रेन को ट्रैक से ऊपर उठाने का काम करेगा तो दूसरा ट्रेन को नीचे लाने के लिए कारगर सिद्ध होगा. इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 375 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है.
सोलर एक्सप्रेस
वैसे तो यह अभी सिर्फ कल्पना मात्र ही लग रहा है, लेकिन कहा जा रहा है की यह प्रस्तावित ट्रांपोर्ट सिस्टम मार्स पर चल सकेगा. सर्वप्रथम इसका उपयोग रॉकेट बूस्टर्स में कर के किया जाएगा.
सेल्फ-बैलेंसिंग वील चेयर्स
यह वीलचेयर बहुत ही आधुनिक तकनीक से बानी होगी, जो सेल्फ-बैलेंसिंग चेयर होगी. इस व्हीलचेयर में दो बड़े पहिये लगे होंगे जो रबर ट्रैक्स की सहायता से सिडिया चढ़ने और उतरने के लिए कारगर साबित होंगे.
पर्सनल सबमरीन्स
कार बनाने वाली मशहूर एक कंपनी एस्टन मार्टिन एक लग्जरी सबमर्सिबल सबमरीन, हाई ऐंड को डिजाइन कीया है. जिसे उन्होंने प्रोजेक्ट नेपच्यून नाम दिया है. इस सबमरीन की कीमत 4 मिनियन डॉलर रखी गई है.