डब्बू अंकल के बाद इंटरनेट सेंसेशन बनी टाइपिंग दादी, जिनके जज्बे के फैन हो गये वीरेंद्र सहवाग

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आपको झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की कहानी तो पता ही होगी लेकिन आज हम आपको 21वीं सदी की लक्ष्मी बाई की कहानी सुनाने जा रहे हैं. जिनकी उम्र है 72 साल हैं लेकिन जब उनकी उगंलियां टाइपराइटर पर पड़ती हैं तो उनका जोश किसी युवा से कम नहीं होता है. मप्र की रहने वाली बुजुर्ग महिला लक्ष्मीबाई आज कई लोगों के लिये प्रेरणा बन गई हैं.डब्बू अंकल के बाद मप्र की टाइपिंग दादी के जज्बे को देखकर इंडियन क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग तक उनके फैन हो गए हैं. क्रिकेटर विरेंद्र सिंह ने ट्विटर पर महिला का एक वीडियो शेयर कर उन्हें ‘सुपरवुमन’ बताया.

टाइपराइटर पर थिरकती हैं उंगलियां

एक वृद्ध महिला की टाइपराइटर पर थिरकती उंगलियों की रफ्तार ने उन्हें इंटरनेट सेंसेशन बना दिया है. मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की रहने वाली इस महिला का नाम लक्ष्मी बाई है. जिनकी उम्र 72 साल है और यह सीहोर के कलेक्ट्रेट में आवेदन टाइप करतीं हैं. लक्ष्मी बाई की टाइपिंग की रफ्तार ने उन्हें एक नया नाम ‘टाइपिंग अम्मा’ दे दिया है.

वीरेंद्र सहवाग ने बताया सुपरवुमन

यह वीडियो तब और भी ज्यादा लोगों के सामने आया जब मशहूर क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी लक्ष्मी बाई की टाइपिंग वाली इस वीडियो को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया. उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा ‘ये महिला मेरे लिए सुपरवुमन हैं. ये सीहोर, मध्य प्रदेश में रहती हैं. आज के युवा इनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं. सिर्फ इनकी टाइपिंग स्पीड ही नहीं, बल्कि जिंदगी जीने का जज्बा भी इंस्पायरिंग है.’ सहवाग ने ट्वीट में लक्ष्मी बाई को प्रणाम करते हुए लिखा ‘ये सिखाती हैं कि कोई काम छोटा और कोई उम्र नई चीज सीखने के लिए ज्यादा नहीं होती.’

टाइपिंग दादी बनने का सफर काफी संघर्षपूर्ण

दरअसल लक्ष्मी बाई का टाइपिंग दादी बनने का सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है. लक्ष्मी बाई के मुताबिक वह अपनी दिव्यांग बेटी के साथ रहती हैं. उनका कहना है कि उनके पति ने दिव्यांग बेटी के साथ उन्हें घर से निकाल दिया था. इसके बाद वह इंदौर के सहकारी बाजार में पैकिंग का काम करने लगीं. वहीं उन्होंने आस-पास के लोगों से टाइपिंग भी सीख ली.

उनका कहना है कि एक बार उन्हें टाइपिंग करते हुए तत्कालीन कलेक्टर राघवेंद्र सिंह और एसडीएम भावना विलम्बे ने देखा और वह उनकी टाइपिंग स्पीड से प्रभावित हो गए. जिसके बाद दोनों उन्हें कलेक्ट्रेट ले गए और वह कलेक्ट्रेट ऑफिस में आवेदन टाइप करने लगीं. जिस वीडियो ने उन्हें सोशल मीडिया सेंसेशन बना दिया है, वह आवेदन टाइप करते हुए ही बनाई गई है.लक्ष्मी का टाइपिंग करने का तरीका बहुत ही उम्दा है. वह बहुत ही तेजी से टाइपिंग करती हैं, वो भी टाइपराइटर को बिना देखे.

जब लक्ष्मी से इस बारे में पूछा गया कि उन्हें कैसा लग रहा है कि वीरेंद्र सहवाग ने उनका वीडियो शेयर किया है तो उन्होंने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा उन्हें इस बात की बहुत खुशी है कि उन्होंने वीडियो शेयर किया. लक्ष्मी ने आगे कहा कि उन्हें कर्ज चुकाने और एक घर के लिए मदद की जरूरत है.

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