‘त्वमेव माता च पिता त्वमेव, त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव. त्वमेव विद्या च द्रविणम त्वमेव, त्वमेव सर्वमम देव देवः..’इसका मतलब है कि आप ही माता हो, आप ही पिता हो, आप ही बन्धु हो, आप ही सखा हो, आप ही विद्या हो, आप ही धन हो, हे देवदेव ! आपने मां की ममता और सहनशक्ति के बारे में कई बार सुना होगा लेकिन सिंगल फादर होना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है और ये चुनौती और बड़ी साबित हो सकती है अगर अभिभावक एक पुरुष है तो…यानि कि पापा लोगों के लिए सिंगल पैरेंटहुड थोड़ा मंहगा साबित होता है. लेकिन आज फादर्स डे के मौके पर हम आपको बॉलीवुड के कुछ ऐसे सिंगल फादर्स से रुबरू करवाने वाले हैं, जिनके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे. ये बॉलीवुड स्टार अपने बिजी शेड्यूल के बावजूद भी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं. इन्होने साबित कर दिया है कि पिता भी अपने बच्चों से उतना ही प्यार और दुलार कर सकते हैं जितना की एक मां उनसे करती है. तो चलिए अब आपको इन हैंडसम सिंगर फादर्स के बारे में बताने जा रहे हैं…
तुषार कपूर..
टीवी सीरियल्स की क्वीन एकता कपूर के भाई बॉलीवुड ए्क्टर तुषार कपूर एक सिंगल फादर हैं. उन्होने पिता बनने के लिए सेरोगसी का सहारा लिया था. उनके बेटे का नाम लक्ष्य है. बरहलाल अपने बेटे लक्ष्य को अपनी जिंदगी में पाकर तुषार कपूर बेहद खुश है. मगर जिस तरह से उन्होंने पिता बनने के लिए सेरोगसी का सहारा लिया है, उसे देख कर तो यही लगता है कि अब उनका शादी करने का कोई इरादा नहीं है. फ़िलहाल वो एक सिंगल फादर की तरह ही अपने बच्चे की देखभाल करते है.
करण जौहर..
बॉलीवुड के एक्टर, डायरेक्टर, कोरियोग्राफर करण जौहर दो बच्चों के सिंगल फादर हैं. आपको बात दें कि उन्होने भी सेरोगसी की मदद ली थी. हालांकि करण जौहर के एक लड़का है और एक लड़की है. उनके बेटे का नाम यश और बेटी का नाम रुही है. उन्होने अपने दोनों बच्चों के नाम अपने पैरेंट्स के नाम पर रखे हैं.
राहुल देव..
बॉलीवुड में नेगेटिल किरदार निभाने वाले एक्टर राहुल देव भी एक सिंगल फादर है. उनकी पत्नी की मौत काफी समय पहले ही हो गई थी. जिसके बाद उन्होंने दोबारा शादी नहीं की और अपने बच्चे की जिम्मेदारी खुद ही सँभालने का फैसला किया. हालांकि फिल्मों में तो वो नेगेटिव किरदार ही निभाते है, लेकिन असल जिंदगी में वो एक बेहतरीन पिता और इंसान है.
राहुल बोस..
सिंगल फादर की लिस्ट में राहुल बोस का नाम भी पीछे नहीं है. बता दें कि राहुल एक बेहतरीन फिल्म एक्टर है. जी हां इसके इलावा राहुल अपनी चैरिटी के लिए भी बखूबी जाने जाते है. उन्होंने अंडमान और निकोबार से करीब छह बच्चे गोद लिए थे और अब वो उन्हें अकेले ही उन्हें पाल रहे है या यूँ कहे कि संभाल रहे है.
अब आप इसे एक पिता का प्यार भी कह सकते है और उनकी ममता भी कि वो अकेले होकर भी इतनी बखूबी से अपने बच्चो को संभाल रहे है.