कभी इस म्यूजिक कंपोजर पर लगा था चोरी का आरोप, आज उनके गानों पर झूमती है दुनिया

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अगर आप नई हिंदी फिल्मों के गानें सुनते हैं तो आपने फिल्म काय पो चे के मांजा…, क्वीन की जुगनी… और लुटेरा के जिंदा हूं मैं… जैसे कई खूबसूरत गीतों की धुनों को सुना होगा. आज इन्ही गानों को अपनी धुनों से सजाने वाले सिंगर और कंपोजर अमित त्रिवेदी का जन्मदिन है. म्यूजिक कंपोजर, सिंगर अमित त्रिवेदी आज अपना 39वां जन्मदिन मना रहे हैं.

एक साल के लिए क्लास से निकाल दिया गया था

अमित का जन्म 8 अप्रैल 1979 में मुबंई में हुआ था. अमित स्कूल में काफी नटखट थे. पढ़ाई में भी वो अच्छे नहीं थे. एक बार उन्हे हिस्ट्री की क्लास से पूरे साल के लिये बाहर कर दिया गया था. उसके बाद से वे सीधे-सादे हो गए. और उनकी सारी शरारत उनके संगीत में ट्रांसफर हो गई. अपनी म्यूजिक कंपोजीशन के हुनर से लोगों का दिल जीतने वाले अमित त्रि वेदी बॉलीवुड के जाने माने म्यूजिक कंपोजर में से एका हैं. आइये जानते हैं अमित त्रिगवेदी के बारे में कुछ खास बातें…

फिल्म आमिर से किया बॉलीवुड में डेब्यू

मुंबई के रिजवी कॉलेज से पढ़ाई करने के दौरान ही अमित ‘ओम ‘ बैंड का एक हिस्सा थे. फिल्मों में आने से पहले अमित ने कई विज्ञापनों और एल्बम्स के लिेये कई सारे जिंगल्स भी लिखे. कंपोजर के तौर पर अमित त्रिवेदी ने अपना डेब्यू फिल्म ‘आमिर’ से साल 2008 में किया था. साल 2009 में अनुराग कश्यप की फिल्म ‘देव डी’ में अमित ने ‘इमोशनल अत्याचार’ गाना कंपोज किया था. इसी फिल्म के लिए अमित को 2010 में बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का नेशनल अवॉर्ड भी मिला.

अमित को देव डी का यह गाना कैसे मिला इसका वाकया काफी रोचक हैं. दरअसल, अमित को उनकी दोस्त शिल्पा राव ने निर्देशक अनुराग कश्यप से मिलवाया था. तौबा तेरा जलवा, तौबा तेरा प्यार…तेरा इमोशनल अत्याचार’ देव डी का ये गाना जब बनाया जा रहा था तो इसे बनाने वाले बेहद डरे हुए थे. इसे अमिताभ भट्टाचार्या ने अमित त्रिवेदी के साथ मिलकर गाया है.अमित त्रिवेदी ने इस किस्से का खुलासा किया था कि अनुराग ये गाना दो कव्वाली सिंगर्स की आवाज मे चाहते थे, लेकिन जब हमने उन्हें अपनी आवाज में इसका ट्रायल सुनाया तो वह इतने इंप्रेस हो गए कि यह गाना हमें मिल गया. फिर अनुराग को यह गाना इसी अंदाज में पसंद आ गया.

इस सिंगर को फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया

2010 की फिल्म ‘उड़ान’ और 2014 की नैशनल अवार्ड विनिंग फिल्म ‘क्वीन’ के लिए अमित को बेस्ट म्यूजि‍क डायरेक्टर और बैकग्राउंड स्कोर के लिए 60वें फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा जा चुका है. दोनों ही फिल्में फैंटम प्रोडक्शन की है. अमित ने ‘लुटेरा’, ‘इश्कजादे’ , ‘काय पो छे’ के साथ-साथ ‘बॉम्बे वेलवेट’, ‘शानदार’ में भी म्यूजिक दिया है. फिल्मों के अलावा मशहूर टीवी शो ‘कोक स्टूडियो’ के लिए भी हर सीजन में अमित ने अपने गीत बनाये हैं.

संगीत चुराने का लगाया गया था आरोप

इन सबके बीच अमित त्रिवेदी पर कुछ ऐसे भी आरोप लगे जिससे सभी हैरान रह गए. जब अमित ‘घनचक्कर’ और ‘लुटेरा’ जैसी फिल्मों में संगीत दे रहे थे तो उन पर संगीत चोरी करने का आरोप लगाया गया. दरअसल, अमित की नई फिल्म ‘लुटेरा’ का थीम संगीत, ब्रिटिश संगीतकार रेचेल पॉर्टमैन की धुन से काफी मेल खा रहा था. एक इंटरव्यू के दौरान अमित ने बताया कि “हुआ यूं कि एक साल पहले मैंने ये धुन बनाई थी किसी और गाने के लिए लेकिन लुटेरा के निर्देशक विक्रमादित्य को ये इतनी अच्छी लगी कि उन्होंने कहा कि इसे फिल्म का थीम संगीत बनाते हैं. लेकिन जैसे ही ये रिलीज़ हुआ तो यूट्यूब वगैरह पर मैंने लोगों के कमेंट पढ़े कि अमित त्रिवेदी चोर है. ये धुन तो रेचेल पॉर्टमैन की है.”

अमित कहते हैं, “ये सब पढ़कर मैं तो हिल गया, विक्रम और फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप भी चकरा गए. फिर हमें समझ आया कि दरअसल रेचेल के गीत वन डे की शुरुआती धुन का नोट वैसे तो अलग है लेकिन एक आम आदमी अगर उसे सुने तो वो एक जैसा लगेगा.”

अपने ऊपर से इस आरोप को हटाने के लिए अमित ने बताया कि उन्होंने रेचेल के घर फोन किया और उन्हें एक ईमेल भी भेजा. ईमेल के बारे में अमित ने कहा, “ईमेल में मैने पूरी बात लिखी कि किस तरह महज़ संयोग है कि उनकी और मेरी धुन मिलती-जुलती है. मैंने तो उनसे चार्ज भी पूछ लिया था लेकिन उनका कोई जवाब ही नहीं आया और इसलिए मामला वैसे ही रह गया.” हालाकि इस पूरी घटना में कई लोगों ने अमित की तुलना प्रीतम और अनु मलिक से भी कर डाली जिन पर समय समय पर धुन चुराने के आरोप लगते रहे हैं.

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