मोहम्मद अजहरुद्दीन पूर्व भातीय कप्तान रहे है इनकी बल्लेबाजी के सब दीवाने थे बहुत बेहतरीन बल्लेबाज थे 1990 में उन्होंने भारतीय टीम की कप्तानी भी की थी और साथ ही साथ यह राजनेता भी रहे है इनकी सफलता को देखते हुए इन्हें 1986 में अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.
मोहम्मद अजहरुद्दीन का जन्म-:
मोहम्मद अजहरुद्दीन का जन्म 8 फरवरी 1963 को हैदराबाद के तेलंगना राज्य में हुआ था बचपन से ही हैदराबाद में बड़े हुए और आल सेंट हाई स्कूल से शिक्षा प्राप्त की उस दौरान स्कूल में क्रिकेट का प्रशिक्षण काफी अच्छी तरह से दिया जाता था और क्रिकेट खेलते-खलते बैचलर ऑफ़ कॉमर्स में ग्रेजुएट हुए.
व्यक्तिगत जीवन-:
अजहर की तिन शादी हुई थी पहले शादी नौरीन से और दूसरी मॉडल-एक्टर संगीता बिजलानी से 1996 में दूसरा विवाह कर लिया पहली पत्नी नोरिन से उनको दो बच्चे भी है जिनका नाम असद और अयाज़ 9 साल बाद इनका तलाख हो गया फिर संगीता से 2010 में अलग हो गए फिर तीसरी शादी शन्नो मेरी तलवार से कि जो भारतीय खिलाडी है.
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर-:
अजहर ने अपने पहले टेस्ट में 3 शतक मारकर उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुवात की थी यह अपने बेटिंग स्टाइल के लिए जाने जाते थे प्रसिद्ध क्रिकेट राइटर जॉन वुडकॉक ने अपने लेखो में उनकी काफी तारीफ भी की थी और यह भी कहा था इससे बेहतरीन डेब्यू कभी नही देखा उस दौरान वो काफी प्रसिद्ध हो गये थे.
भारत के सफल कप्तान-:
1990 के समय में अजहरुद्दीन कप्तान थे और भारत उस दौरान सबसे सफल कप्तान हुआ करते थे इन्होने भरता को 90 वन-डे मैचों में जीत दिलवायी इसके पुर कप्तान धोनी ने इंग्लैंड को हराकर पार किया और वन-डे मैचों में भारत के सबसे सफल कप्तान बने.
क्रिकेट में करियर-:
अजहरुद्दीन ने स्ट क्रिकेट में कुल 22 शतक और 7 वन-डे शतक लगाए है इन्होने शुरुवात के लगातार तिन टेस्ट में तीन शतक लगाने वाले वे पहले बल्लेबाज है और फिल्डर के तौर पर 156 कैच वन-डे क्रिकेट में पकडे है सर्वोत्तम टेस्ट स्कोर 199 है जो श्रीलंका के खिलाफ था.
मैच फिक्सिंग विवाद-:
अपने करियर के अंतिम दिनों में अजहरुद्दीन पर मैच फिक्सिंग आरोप लगा इस के कारण उनका क्रिकेट खेलना बैन हो गया यह साउथ अफ्रीकन कप्तान हंसी क्रोंजे ने लगया था और फिर भारतीय सेंट्रल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टीगेशन उन्हें दोषी पाया BCCI और ICC पूरी तरह से उनके खेल पर बैन लगा दिया.
11 साल तक कोर्ट से लड़ते रहे-:
आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने 8 नवंबर 2012 को इम्पोज़ कर दिया अजहरुद्दीन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलवाकर कहा था की केस काफी लम्बे समय तक चला और ये समय बहुत दर्द भरा रहा था 11 साल तक कोर्ट में लड़ते रहे और कोर्ट ने बैन को लिफ्ट कर दिया.
राजनैतिक-:
अजहरुद्दीन ने 2009 में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस में शामिल हुए थे त्तर प्रदेश के मुरादाबाद से चुनाव भी लड़ा था और इन्हें जित भी मिली.
अर्जुन अवार्ड-:
मोहम्मद अजहरुद्दीन को साल 1991 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द इयर के खिताब मिला और उसे पहले 1986 में अर्जुन अवार्ड के अलावा साल 1988 में पद्म श्री के खिताब से नवाजा गया था 1990 के दरमियाँ वे कई बार भारतीय टीम के कप्तान भी रह चुके है
इतने महान बल्लेबाज होने के बाद भी उनकी साफ़-सुथरी ज़िन्दगी को एक दाग लग गया था इतना सब होने बाद भी लोग उनको भुला नही सके आज भी सफल कप्तान में उनका नाम लिया जाता है