2-2 लाख रूपए मिलाकर की दो दोस्तों ने flipkart कंपनी की शुरुआत आज कैसे बन गई करोड़ों-बिलियन की

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एक ऐसा भी दौर हुआ करता था जब हमे हमारी हर छोटी-बड़ी चीजों के लिए काफी दूर मार्केट में जाना पड़ता था और एक आज का दौर है जहाँ पर मार्केट हमारे स्मार्ट फ़ोन में होता है क्योकि अब हमारा भारत देश डिजिटल हो गया है और इंटरनेट के इस बढ़ते चलन में आज हर कोई ऑनलाइन शॉपिंग करना ही पंसद करते है।

लेकिन क्या इस बदलते समय के साथ में हर चीजों को आसान करना और उसे हर आम इंसान की सुविधा के अनुसार बनाना हर किसी के बस की बात नहीं होती है लेकिन हम आप लोगो को दो ऐसे शख्स से मिलाने वाले है जिन्होंने अपनी मेहनत से एक आम इंसान की सभी सुविधाओं को आसान बनाया और एक ऐसी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी की शुरू आत की जिसका नाम है फिल्प्कार्ट।

क्या है फिल्प्कार्ट कंपनी :-

फिल्प्कार्ट भारत की एक ई-कॉमर्स कंपनी है यह साइट गैजेट्स के साथ इलेक्ट्रॉनिक,होम अप्लायंस,क्लोथ,किचिन अप्लायंस, ऑटो एंड स्पोर्ट्स एक्सेसरीज, बुक्स एंड मीडिया, ज्वैलरी और पुस्तकों की ऑनलाइन खरीदी-बिक्री के लिए बनाई गई इस साइट की सबसे ख़ास बात यह है की फिल्प्कार्ट प्रोडक्ट्स पर बेहद्द डिस्काउंट देती है इस के अलावा यूजर्स को कैश ऑन डिलीवरी,क्रेडिट और डेबिट कार्ड नेट बैंकिंग ,ई-गिफ्ट बाउचर,कूपन कोड जैसे अन्य ऑप्शन भी देती है।

किसने बनाया इस कंपनी को :-

फिल्प्कार्ट को बनाने वाले सचिन बंसल थे जिनका जन्म 5 अगस्त 1981चंडीगढ़ में हुआ था इनके पिता के कारोबारी होने की वजह से इन्हें कभी कोई आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा सचिन अपनी स्कूल की पढाई में भी टॉपर थे और 12वी के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग कर आईआईटी का एंट्रेल को क्लियर करने में सफल रहे फिर कॉलेज के बाद की नौकरी की तलाश।

एमाज़ॉन.कॉम में की नौकरी :-

सचिन बंसल को ऑनलाइन की एक बड़ी कंपनी एमाज़ॉन.कॉम में नौकरी मिल गई जिसकी सैलरी काफी अच्छी थी इस नौकरी में सचिन को कुछ दिन तक तो अच्छा लगा लेकिन बाद में 9 से 5 की यह नौकरी उन्हें बोझ सी लगने लगी।

कैसे आया फिल्प्कार्ट का आइडिया :-

जब वह एमाज़ॉन.कॉम में काम कर रहे थे उस वक्त अचानक से उनके दिमाग में आया की जो काम वहा एमाज़ॉन कंपनी के लिए कर रहे है क्या वही काम वह अपने लिए नहीं कर सकते है लेकिन फिर भी उन्होंने जल्दबादी न करते हुए लगभग 1 साल तक एमाज़ॉन कंपनी में नौकरी की उसके बाद जब उन्हें लगने लगा की अब वह अपने लिए काम कर सकते है तभी उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ कर अपने खुद के बिजनेस की ओर कदम बढ़ाएं।

दो दोस्तों से मिलकर बनी फिल्प्कार्ट :-

सचिन के दोस्त बिन्नी बंसल सचिन के साथ ही एमाज़ॉन में काम करते थे और दोनों ने आईआईटी की पढाई भी साथ में ही की थी इस लिए सचिन ने सोचा की बिन्नी ही उनके लिए परफेक्ट बिजनेस पार्टनर बन सकते है और फिर बिन्नी के साथ में इस प्लान को शेयर किया और दोनों ने मिलकर फिल्प्कार्ट की शुरू आत की ।

डिलीवरी के कोई साधन नहीं :-

जब दोनों दोस्तों ने फिल्प्कार्ट कंपनी की शुरू आत की उस वक्त में उनके पास में ज्यादा निवेश नहीं था इस लिए वह खुद ही ही ऑर्डर देने जाते थे एक साल तक यही चलता रहा फिर उन्होंने कम्प्यूटर के पीछे से हटकर सड़कों पर आ कर फिल्प्कार्ट के इश्तिहार बना कर देने लगे।

2 कम्प्यूटर के साथ कंपनी शुरू की :-

सचिन और बिन्नी दोनों दोस्तों ने अपनी कंपनी की शुरुआत बेंगलुरु से की वह पर दोनों ने 2-2 लाख रूपए मिलकर एक अपार्टमेंट में 2 बैडरूम वाले फ़्लैट किराए पर लेकर वहां केवल 2 कम्प्यूटर के साथ अपनी फिल्प्कार्ट कंपनी को शुरू किया।

10 दिन तक कुछ नहीं बिका :-

फिल्प्कार्ट की कंपनी शुरू करने के बाद में करीब 10 दिनों तक कुछ भी नहीं बिका इसके बाद में आंध्र प्रदेश के एक कस्टमर ने पहला ऑर्डर बुक किया जोकि एक किताब थी जिसका नाम Leaving Microsoft to Change the World।

आज इस स्थान पर पहुंचे सचिन :-

सचिन साल 2017 में इंडिया टुडे मैगजीन में देश के 50 सबसे ताकतवर लोगो की सूची में 26वे स्थान पर पहुँच गए है और वही सचिन और बिन्नी के द्वारा सथापित ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनी फिल्प्कार्ट की कुल कीमत साल 2017 के हिसाब से 1.3 बिलियन अमरीकी डॉलर की हो गई है।

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