धर्मेन्द्र को पहचान देने वाले निर्देशन अर्जुन हिंगोरानी का 92 साल की उम्र में निधन हो गया u.p के वृन्दावन में उन्होंने अंतिम सांस ली उनका अंतिम संस्कार भी वृंदावन में ही किया गया हाल में कुछ बड़े सितारों ने दुनिया को अलविदा कह दिया अब अर्जुन हिंगोरानी के निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर फैल गई है यह बॉलीवुड जाने-माने फ़िल्मकार में से एक है.
इन्होने हिंदी सिनेमा जगत में कई सारी फिल्म दी है अर्जुन हिंगोरानी ने सन 1960 धर्मेन्द्र को फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे से लांच किया था धर्मेद्र की पहली फिल्म हिंगोरानी के साथ थी इस वजह से उनका रिश्ता बेहद करीबी था हालकी किस वजह से उनकी मौत हुई यह भी साफ़ नही हो सका.
निधन से धर्मेद्र को लगा झटका-:
Arjun Hingorani, the man who put his hand around the shoulder of this loner in Mumbai, has left us forever … I am extremely sad! May his soul rest in peace!! pic.twitter.com/KYnOTHZHBK
— Dharmendra Deol (@aapkadharam) May 6, 2018
अर्जुन हिंगोरानी के निधन से धर्मेन्द्र काफी दुखी है उन्होंने हिंगोरानी की तस्वीर ट्विट करते हुए लिखा की अर्जुन हिंगोरानी, वो शख्स जिसने मुंबई में अकेले इंसान के कंधे पर हाथ रखा, हमें हमेशा के लिए छोड़ कर चले गए. मैं बहुत दुखी हूं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.
दोनों की साथ में फिल्मे-:
अर्जुन हिंगोरानी ने 60-90 दशक कई फिल्मो का निर्माण किया है उन्होंने धर्मेन्द्र को लांच करने बाद दोनों ने साथ में कई फिल्मे बनाई इनका जन्म सिंध के जैकोबाबाद में जन्में हिंगोरानी विभाजन के बाद 1947 में भारत आ गए थे और उन्होंने पहली सिन्धी फिल्म बनाई यह फिल्म सफल भी साबित हुई फिल्म कब, क्यों और कहां, कहानी किस्मत की, कुदरत का करिश्मा,खेल खिलाड़ी का’सल्तनत’ जैसी कई फिल्मो में धर्मेद्र और अर्जुन हिंगोरानी ने साथ में काम किया है.
ऋषि कपूर ने भी श्रधांजलि-:
R I P. Whenever the shot was ready,this man used to say “Rishi sahab ko bulaye”and shout “Dharmen ko bulao”for Dharmendra sahab – coz he gave him a break in films. Dharam ji out of sheer respect obeyed him. We all three did “Kaitlon Ke Kaatil” a super hit film. Adios Arjun ji! pic.twitter.com/O4vr5R7Are
— Rishi Kapoor (@chintskap) May 6, 2018
ऋषि कपूर ने भी श्रधांजलि देते हुए ट्विट किया की जब भी सेट पर शॉट तैयार किया जाता था, तब वह कहते थे- ऋषि साहब को बुलाएं और धर्मेंद्र साहब के लिए चिल्लाकर बोलते थे धर्मेंन को बुलाओ क्योंकि उन्होंने ही उन्हें फिल्मों में ब्रेक दिया था. धरम जी उनकी सारी बात मानते थे हम तीनों ने कातिलों के कातिल’ में काम किया था जो सुपरहिट रही. अलविदा अर्जुन जी