गदा के अलावा ये 9 अस्त्र-शस्त्र भी थे संकटमोचक महाबली हनुमान जी के पास

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आज का दिन पुरे भारत में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है आज हनुमान जयंती है महाबली का नाम जाप करने से बुरी आत्मा और बुरी शक्ति हमसे कोसो दूर रहती है आप तो सब जानते होंगे की राम भक्त हुनमान का पहला अस्त्र-शस्त्रों में सबसे पहला स्थान गदा का होता है लेकिन यह बहुत कम लोग जानते होंगे की संकटमोचक दस आयुध धारण करने वाले है.

इनके अस्त्र-शस्त्रों में शामिल अंग-प्रत्यंग, रद, मुष्ठि, नख, पूंछ, गदा एवं गिरि, पादप आदि प्रभु के अमंगलों जैसे दिव्यास्त्र के समान है मर्त्यु के देवता यम ने उन्हें अपने  दंड से अभयदान दिया है और वही कुबेर ने गदाघात से अप्रभावित होने का वरदान दिया है भगवन शिव ने उन्हें शूल व् पशुपात का वरदान दिया था.

शास्त्रों के अनुसार महाबली को दस आयुधों से अलंकृत कहा गया है खड्ग त्रिशूल, खट्वांग, पाश, पर्वत, अंकुश, स्तम्भ, मुष्टि, गदा और वृक्ष हैं महाबली हनुमान जी के बाये हाथ को गदा से युक्त कहा गया है.

कहा जाता है की जब लक्ष्मण और रावण के बिच युद्ध हो रहा था तब हनुमान जी ने युद्ध में गदा का उपयोग किया था हनुमान जी अपनी गदा के प्रहार से रावण का रथ खंडित कर दिया था.

इनके हाथ में वर्ज सदा विराजमान रहता है कहा जाता है की हनुमानजी ने राक्षसों के संहार के लिए वृक्ष की डाली का उपयोग किया था.

हनुमान जी का एक शस्त्र पूछ भी है अपनी पूछ उन्होंने कई राक्षसों का संघार किया है हवा से भी तेज है इसलिए उन्हें पवनपुत्र कहा कहा जाता है.

संकटमोचक बहुत बलशाली है इसलिए इन्हें महाबली भी कहा जाता है हनुमान जी जाप से बुरी शक्ति बहुत दूर रहती है बहुत हुनमान भक्त ऐसे होंगे जिन्हें अस्त्र-शस्त्र के बारे में जानकारी नही थी लेकिन अब लेख पढ़ सब जान गए होंगे.

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