International Yoga Day : जानिए भारत की सबसे बुजुर्ग योगा शिक्षिका रही ननम्मल अम्मा के बारे में

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International Yoga Day – योग के महत्व को समझते हुए आज पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रही है. 21 जून यानि आज दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) का आयोजन किया गया. आज के इस आर्टिकल में हम आपको किसी समय भारत की सबसे बुजुर्ग योग शिक्षिका रही ननम्मल अम्मा देवी के बारे में बात करेंगे. 99 साल की उम्र में ननम्मल अम्मा देवी का निधन हो गया था, लेकिन अपने अंतिम दिनों तक ननम्मल अम्मा लोगों  योग सिखाती थी.

99 साल की बुजुर्ग योगा शिक्षक

योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्यम से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन बनाया जाता है. यही कारण है कि योग से शा‍रीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समस्याओं से भी निजात पाई जा सकती है. अक्सर युवा अपने को फिट रखने के लिये योग का सहारा लेते हैं. योग में कई ऐसे कठिन आसान भी होते हैं, जिन्हें अक्सर करना मुश्किल होता है, पर 100 साल में 1 साल कम, यानी 99 साल. इस आयु में लोग कई बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं, उसी उम्र में सफेद बाल, चेहरे पर झुर्रियां लेकिन हौसले ऐसे की कम उम्र वाले भी इनके आगे पानी भरें. अब आप सोच रहे होंगे की 99 साल की उम्र में ऐसा क्या कारनामा कर दिया, जो उनके नाम के इतने कसीदे पढ़े जा रहे हैं, जो चलिए आपकी जिज्ञासा को कम करते हैं और बताते हैं कि आखिर ये महिला क्या करती हैं.

दादा से मिली योग की प्रेरणा

दरअसल, तमिलनाडु के कोयंबतूर की रहने वाली ननम्मल अम्मा देवी की जिंदगी लोगों के सामने मिसाल रही हैं. दरअसल ननम्मल अम्मा 99 साल की उम्र तक कोयंबतूर में लोगों को योगा सिखाती थी. जी हां चौंक गए ना. उनसे योग सीखने के लिए काफी लोग यहां आते हैं. इतना ही नहीं इस उम्र में उन्होंने 20 हजार से अधिक छात्रों को एक साथ योगा कराकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में किया अपना नाम दर्ज करवाने का प्रयास किया था. ननम्मल अम्मा ने 10 साल की उम्र से योगा का अभ्यास करना शुरू कर दिया था. इसकी प्रेरणा उन्हें उनके दादा जी से मिली थी. ननम्मल अम्मा ने अपने हौसले से यह साबित किया है कि उम्र वास्तव में सिर्फ एक संख्या भर है. साथ ही सबसे वृद्ध योगा शिक्षक होने के कारण ननम्मल अम्मा को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया था.

शरीर है या रबर

98 साल की उम्र में भी ननम्मल अम्मा देवी अपने शरीर को किसी भी तरह तोड़-मरोड़ सकती थी. उन्हें योगा के विभिन्न आसन करते देख बाबा रामदेव भी उनके सामने पानी भरने लगते हैं. ननम्मल अम्मा बताती थी कि उनके पिता एक मार्शल आर्ट कलाकार थे. योग की बुनियादी बातें उन्होंने अपने पिता से ही सीखी थी. उम्र के अनुसार ननम्मल अम्मा देवी को उस समय देश का सबसे बुजुर्ग योगा प्रशिक्षक माना जाता था.

छह सौ योगा गुरु कर दिए तैयार

ननम्मल अम्मा देवी ने अपने जीवन में योग की ट्रेनिंग देकर 600 से ज्यादा टीचर तैयार किए थे. योग का प्रशिक्षण लिए हुए लगभग 600 लोग योग प्रशिक्षक के रूप में काम कर रहे हैं और दुनिया भर को योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं. 

योगा के लिये ननम्मल अम्मा देवी की दिनचर्या

ननम्मल अम्मा देवी 98 साल की उम्र तक हर दिन 100 से ज्यादा छात्रों को योगा की ट्रेनिंग देती थी.अपने फिटनेस के बारे में बताते हुए कहतीं थी कि वे सुबह उठते ही 500 मिलीलीटर पानी पीती हैं और अपने दांतो को साफ़ करने के लिए नीम कि दातुन का इस्तेमाल करती हैं. शहर से बाहर होने पर भी नीम का दातुन ले जाना नहीं भूलतीं. दिन के खाने में वह फल, शहद के साथ दूध और हल्दी पाउडर का इस्तेमाल करतीं हैं. ननम्मल अम्मा देवी कहती थी कि मैंने अपने जीवन में कभी भी योग के अभ्यास को नहीं छोड़ा और यही मेरे स्वास्थ्य का रहस्य है. मेरे द्वारा प्रति दिन किया जाने वाला भोजन भी फाइबर और कैल्शियम से अत्यंत समृद्ध होता है.

न्यूयॉर्क में भी हैं 98 साल की योगा शिक्षक

इससे पहले न्यूयॉर्क में रहने वाली 98 वर्षीया ताओ पोर्चोन-लिन्च दुनिया की सबसे उम्रदराज योग शिक्षक बताया गया था. लिन्च ने 9 दशक पहले एक बच्ची के रूप में योग सीखना शुरू किया था. बचपन में वह भारत के दौरे पर आईं थीं, उसके बाद योग उनके जीवन का हिस्सा बन गया. गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में लिन्च का नाम दुनिया की सबसे उम्रदराज योग शिक्षक के रूप में दर्ज हो गया है.हालांकि, अब परदादी ननम्मल अम्मा का मामला सामने आने के बाद गिनिज बुक वालों को ताओ पोर्चोन-लिन्च के बारे में सोचना जरूर पड़ेगा.

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