भारत के इस महाराजा ने बनवाया था दुनिया का सबसे ऊँचा क्रिकेट स्टेडियम, 365 रानियां, 88 बच्चे और रहस्यमय मौत
भारत के इतिहास मे कई राजाओं की प्रसिद्धि विश्व मे प्रख्यात है. लेकिन फिर भी कुछ व्यक्ति ऐसे हैं, जो जिनके पास उन राजाओ की कोई खास जानकारी नहीं है.
आज हम आपको एक ऐसे ही राजा के बारे में जानकारी बताने वाले हैं, जिनके बारे में लोगो को पहले कोई जानकारी नहीं थी, या फिर उनके बारे में लोगो के पास सीमित जानकारी है. आज हम बात करेंगे महाराजा भूपिंदर सिंह के बारे में.
पंजाब की पटियाला रियासत के महाराजा भूपिंदर सिंह के बारे मे उस समय हर कोई जानता था , लेकिन अब बहुत कम व्यक्तियों के पास उनकी जानकारी है, महाराजा भूपिंदर सिंह ने पटियाला रियासत पर 1900 से लेकर 1938 तक शासन किया था.
इतना ही नहीं भूपिंदर सिंह भारत के एक क्रिकेटर भी थे, देश की तरफ से कई मैच खेलते हुये उन्होंने हिमाचल के चैल में विश्व का सबसे ऊँचा क्रिकेट स्टेडियम भी बनवाया था.
महाराजा अपनी जिस खूबी के लिए जाने जाते थे, वह क्रिकेट नहीं बल्कि राजा के मन मे बसी औरतों के प्रति लालसा थी. जानकारी के अनुसार महाराजा भूपिंदर ने पांच शादियाँ की थीं, इन रानियो के अलावा वह नई महिलाओ से नजदीकियां बड़ाना ज्यादा पसंद करते थे.
जिस वजह से उनके कई महिलाओ से संबंध थे. जरमनी दास की किताब महाराजा में राजाओं के व्यक्तिगत जीवन पर कई राज बताए गए है.
उस किताब मे महाराजा भूपिंदर सिंह का नाम भी शामिल है. किताब मे दी गई जानकारी के अनुसार , महाराजा ने अपने शोक को पूरा करने के लिए छोटा सा महल एक अलग से बनवाया था.
इस भवन में महाराजा नई लड़कियों के साथ अपनी इच्छाओ को पूरा करता था. कहा जाता है की अलग-अलग रानियों से मिलने का राजा का अपना एक ख़ास तरीका होता था.
पांच अधिकृत रानिया होने के अलावा उनकी 365 रानियाँ ओर थी. उनके कुल 88 बच्चे थे, लेकिन शेष 53 बच्चे ही जीवित रह पाए थे. जब भी महाराजा भूपिंदर सिंह के व्यक्तिगत जीवन पर चर्चा होती है, तो उनका यह पहलू कभी भी भुला नहीं जाता है. महज 46 वर्ष की उम्र में ही उनकी मृत्यु हो गयी थी.