खामोश के डॉयलाग से सभी दर्शकों का दिल जीतने वाले शत्रुघ्न सिन्हा की रियल लाइफ भी किसी फिल्म से कम नहीं

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बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा की एंट्री हिन्दी सिनेमा में होते ही अपनी बुलंद कड़क आवाज और चाल-ढाल की मदमस्त शैली के वजह से शत्रुघ्न जल्दी ही अपने दर्शकों के चहेते बन गए आए तो वे हीरो बनने लेकिन इंडस्ट्री ने उन्हें खलनायक बना दिया शत्रुघ्न की डॉयलाग डिलीवरी एकदम मुंहफट शैली की रही है जिनका जन्म 9 दिसम्बर 1945 को पटना के कदमकुआं स्थित घाट में हुआ था यह एक भारतीय फिल्म अभिनेता से राजनेता बने यह लोकसभा के सदस्य होने और दो बार राज्य सभा के अलावा अटल बिहारी वाजपेयी में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री स्वास्थ्य और परिवार कल्याण नौवहन सरकार में 15 वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे।

पिता चाहते थे भाइयों की तरह बनाना :-

शत्रुघ्न सिन्हा के परिवार में उनके तीन बड़े भाई थे जोकि साइंटिस्ट, इंजीनियर और डॉक्टर थे ऐसी प्रकार से उनके पिता यह चाहते थे की उनका छोटा बेटा भी उनके तीनो भाइयों की तरह इंजीनियर या डॉक्टर बने लेकिन शत्रुघ्न को तो यह दोनों ही कामों में कोई दिलचस्पी नहीं थी।

फिल्म इंस्टीट्यूट का फॉर्म भरना :-

शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने पिता को बिना बताएं ही पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट का फॉर्म मंगवा लिया था जिसमे मुश्किल यह आई की उस पर अभिभावक कौन बनेगा क्योकि उनके पिता इस फॉर्म में साइन करने से रहे फिर ऐसे बड़े भाई लखन ने सहारा देते हुए इस फॉर्म में साइन की जिससे शत्रुघ्न सिन्हा की लाइफ बदल गई

कटे होंठ की सर्जरी करवाना :-

शत्रुघ्न सिन्हा को अपने कटे होंठ की वजह से कई परेशनियाँ उठानी पड़ी ऐसे में उन्होंने अपने होंठ की प्लास्टिक सर्जरी करने की सोची लेकिन तभी देवानंद ने उन्हें सर्जरी करवाने के लिए मना कर दिया था जिसके बाद में उन्हें 1969 में फिल्मों सजान के साथ अपने कैरियर की शुरुआत की।

फ़िल्मी कैरियर  :-

शत्रुघ्न की पहली हिंदी फ़िल्म डायरेक्टर मोहन सहगल निर्देशित साजन 1968 के बाद अभिनेत्री मुमताज़ की सिफारिश से उन्हें चंदर वोहरा की फ़िल्म खिलौना 1970 मिली इसके हीरो संजीव कुमार थे। बिहारी बाबू को बिहारी दल्ला का रोल दिया गया। शत्रुघ्न ने इसे इतनी खूबी से निभाया कि वे निर्माताओं की पहली पसंद बन गए।

इनकी लव लाइफ स्टोरी :-

जिस प्रकार से हर एक्टर की कोई न कोई लव लाइफ स्टोरी होती है ठीक उसी तरह से शत्रुघ्न सिन्हा की भी लव स्टोरी है जिसमे रीना रॉय, शत्रुघ्न सिन्हा और यंग मिस इंडिया पूनम चंडीरमानी थी इन तीनो में रीना रॉय एंव शत्रुघ्न सिन्हा बहुत ही अच्छे सह-कलाकार थे और कई सालो तक इन दोनों की रिलेशनशिप के किस्सों ने काफी सुर्खियां बटोरी थी।

शत्रुघ्न सिन्हा का विवाह :-

1980 में शत्रुघ्न सिन्हा और पूनम सिन्हा ने विवाह कर लिया लेकिन ऐसा कहा जाता है जब शत्रु के बड़े भाई राम सिन्हा पूनम के घर शत्रुघ्न की शादी के लिए गई थे उस टाइम में पूनम की माँ उन पर भड़क कर कहने लगी की उनकी बेटी इतनी सुंदर और कहा वह लड़का जो चोर की एक्टिंग करता है और वह मेरी बेटी से कैसे शादी कर सकता है लेकिन फिर धीरे-धीरे दोनों ने अपने घरवालों को शादी के लिए मना ही लिया और आज वह  तीन बच्चों के पिता  है। 

इनकी टॉप फिल्मे :-

शत्रुघ्न सिन्हा की कुछ टॉप फिल्में जैसे खिलोना, चेतना,परवाना,जुम्बलर,एक नारी एक ब्रहमचारी,रिवाज,बुनियाद,भाई हो तो ऐसा, बॉम्बे गोवा, रामपुर का लक्ष्मण ,कश्माकाश, एक नारी दो रूप ,परमात्मा दिल्लगी , अमर शक्ति मुकाबला , शारदी के साइ बाबा , जाणी दुश्मन हीरा-मोती गौतम गोविंदा, काला पत्थर आदि।

पॉलिटिकल कैरियर :-

शत्रुघ्न सिन्हा भारतीय जनता पार्टी के सदस्य है जिन्होंने एक्टर राजेश खन्ना के खिलाफ उप-चुनाव लड़कर राजनीती में प्रवेश किया इसके लिए शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है की उनके जीवन में उनकी सबसे बड़ी खेद उनके दोस्त राजेश खन्ना के खिलाफ चुनाव लड़ने पर हुआ भारतीय आम चुनावों के दौरान बिहार में पटना साहिब लोकसभा निर्वाचन के क्षेत्र जीता था इसके अलावा उन्होंने एक और सिनेमा सेलेब्रिटी शेखर सुमन को हराया जिसके बाद में शत्रुघ्न सिन्हा ने आगामी भारतीय चुनाव 2014 में भी सीट जीती थी।

शत्रुघ्न सिन्हा 13 लोकसभा से तीसरे वाजपेयी मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री बने दो विभागों स्वास्थ्य और परिवारकल्याण विभाग और शिपिंग विभाग का आयोजन किया गया जहाँ उन्हें भाजपा संस्क्रति और कला विभाग के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया।

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