सिक्किम की पहली महिला IPS ऑफिसर अपराजिता राय

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हमारे देश की सबसे पहली महिला आईपीएस ऑफिसर है किरण बेदी जिन्होंने अपने मेहनत,लगन और अनुशासन के रूप में एक मिसाल बन चुकी है इन्ही से प्रेरणा लेकर कई महिलाएं आईपीएस अधिकारी बनकर अपने राज्य का गर्व बढ़ा रही है और इसी तरह से अपने सिक्किम राज्य की पहली आईपीएस ऑफिसर महिला का गर्व बन कर अपराजिता राय ने भी यह मुकाम पा लिया है।

अपराजिता राय :-

अपराजिता राय सिक्किम की सबसे पहली आईपीएस महिला बनी है जिनकी उम्र महज़ 28 साल की है और अभी वह पश्चिम बंगाल के हुगली में तैनात है अपराजिता ने यूपीएससी की परीक्षा 2 बार क्लीयर कर ली 2011-12 पहले ही प्रयास में उन्हें 768वी रैक मिली थी।

8 साल की उम्र में पिता का देहांत :-

अपराजिता के पिता फ़ॉरेस्ट डिविजनल ऑफिसर थे लेकिन जब अपराजिता 8 साल की थी तभी उनका का देहांत हो गया था अपराजिता की माँ रोमा राय ने ही पाल-पोसकर बड़ा किया है जब उनके पिता का देहांत हुआ था तभी अपराजिता ने यह ठान लिया था की उन्हें प्रशासनिक सेवा में जाना है।

स्कूल में थी टॉपर :-

अपनी स्कूल की पढाई में भी अपराजिता ब्राईट स्टूडेंट्स में से एक थी इस लिए उन्होंने अपनी 12वी की परीक्षा में भी 95% अंक प्राप्त कर के अपने स्कूल में टॉप किया था इस के अलावा ताशी नामग्याल एकेडमी में बेस्ट गर्ल ऑल राउंडर श्रीमती रत्ना प्रधान मेमोरियल ट्रॉफी से भी सम्मानित किया गया था और इंस्टीट्यूट ऑफ ज्यूरिडिशियल साइंसेज से बीए एलएलबी की पढाई कर इस में गोल्ड मेल हासिल किया है।

अन्य रूचि :-

जिस तरह से अपराजिता ने अपनी स्कूल और कॉलेज की पढाई में शानदार प्रदशर्न किया है ठीक उसी प्रकार उन्हें संगीत-नृत्य,भरतनाट्यम और गिटार बजाना भी बेहद्द पंसद है इस के अलावा वह एयरोबिक्स भी करती है।

अपराजिता की कार्यशैली :-

अपराजिता अपने काम को लेकर बहुत ही ज्यादा सटिक है ख़ास कर उन लोगो के लिए जिन्होंने प्रशासनिक दफ्तरों का लालफीताशाही का अड्डा बना रखा है अपराजिता उन बच्चों के लिए भी ढांढस है जिन्होंने बहुत ही कम उम्र में अपने माता-पिता को खो दिया हाँ लेकिन कोई भी माता-पिता की कमी पूरा नहीं कर सकता है परन्तु उन्हें सही दिशा जरुर दिखा सकते है।

अपराजिता का मार्गदर्शन :-

8 साल की उम्र में अपनी पिता को खोने वाली अपराजिता का मार्गदर्शन उनकी माँ ने किया है जोकि हर बच्चे के लिए बहुत ही जरुरी होता है और अपराजिता ने अपनी पूरी मेहनत और लगन से अपने दम पर आज यह मुकाम पाया है और आज वह कोलकाता में डेप्युटी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस के पद पर नियुक्त है।

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