पुराने खतों को अब नए इमोजी पोस्टकार्ड से जोड़ने वाला स्टार्टअप पोस्टमोजी को लेकर आए है लक्श फोमरा

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अक्सर हम अपने बुजुर्ग लोगों से सुनते रहते हैं कि खत लिखने में जो बात थी. वह बात मोबाईल के लाखों मेसेज से भी नहीं ला सकते है. खत में सभी के जज्बात होते थे लिखने वाले का प्यार होता था. आज हमारी युवा पीढ़ी की सारी बातें फोन पर मेल चैटिंग और मेसेज पर ही हो जाती हैं. ख़त तो कोई लिखता ही नहीं है. ख़त में जो भावना थी, आज वह इन चैटिंग और मेसेज में नहीं है. लेकिन अगर अपने फोन वाली इमोजी पोस्टकार्ड पर बन जाए तो थोडी भावना आ सकती है.

लक्श फोमरा :-

लक्श फोमरा 24 साल के हैं वह मुम्बई के रहने वाले है और वह खुद एक युवा हैं और इस उम्र के लोगों की भावनाओं को लक्श अच्छी तरह से समझते हैं उनका मानना है कि इंसान आज कुछ कहे बिना ही सब कुछ कहना चाहता हैं और एक इमोजी है, जो कुछ भी नहीं कहकर बहुत कुछ कह देता है.

अभियान शुरू :-

फोन वाली इमोजी को पोस्टकार्ड पर बनाना. इस इनोवेशन का नाम है पोस्टमोजी. ये एक स्टार्टअप है लक्श ने इस साल 31 अगस्त को अपना अभियान शुरू किया था. जैसा कि नाम से पता चलता है, वह पहले के पोस्टकार्ड युग और नए इमोजी युग की घटनाओं के बीच एक ब्रिज के रूप में कार्य करने की कोशिश करता है. वो चाहते हैं कि युवा खुद को फिर से व्यक्त करना शुरू कर दें.

पोस्टमोजी के साथ :-

लक्श ने स्मार्टफोन से इन इमोजी को एटम आकार के एनिमेशन में प्रिंट कराकर सभी के लिए ले आए है. फोमरा ने पोस्टमोजी के साथ इसी आइडिया के बारे में सोचा था. हम वास्तव में आधुनिक दुनिया में जी रहे है. और हमारे व्यवसाय ने हमारी ज़िंदगी को सुविधाजनक बना दिया है. लेकिन यह सब हमारे आमने-सामने वाली अभिव्यक्ति को व्यर्थ बना देता है.

पोस्ट-मेमोरी :-

आज एक व्यक्ति मात्र संदेश एक स्थिति, एक तस्वीर बना हुआ है. आजकल यह हमारे फोन के भीतर ही सीमित है, क्योंकि युवाओं की दुनिया में अभिव्यक्ति की कीमत उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी की एक इंसान की जहां पोस्ट-मेमोरी आता है.

इमोजी पोस्ट :-

स्टार्टअप के माध्यम से एक इमोजी पोस्ट करते हैं तो आप 250 शब्दों के निजी संदेश के साथ परिचित को पोस्टमोजी भेज सकते हैं। फोमरा इसके पूर्व में हैपटिक के लिए विपणन विभाग का नेतृत्व करते थे.

सही साबित :-

फोमरा अपने स्टार्टअप के लिए कहते हैं, कि इमोजी भौगोलिक सीमाओं से परे और अनजान हैं उनका मूल्य बहुत बढ़ चूका है. यह स्टार्टअप एक दिलचस्प है, कुछ लोगों को ये एक पागलपनती आइडिया लग सकता है. वह एक तरह से सही साबित भी हुए जब उनकी इमोजी मूवी मार्केट में आई.

दिल में आंखें की इमोजी :-

पोस्टमोजी इस पीढ़ी के लोगों को लिखना शुरू करने का उनका तरीका है, हालांकि शब्दों को बहुत कम कर दिया है इससे कहने की जरूरत नहीं होती है और इसकी प्रतिक्रिया काफी हद तक सकारात्मक रही है. आप यहां पर छह इमोजी चुन सकते हैं, सेलीब्रेशन इमोजी, पूप इमोजी, सैड इमोजी, दिल में आंखें, स्माइलिंग इमोजी और जन्मदिन का तोहफा में से अपना कई इमोजी का चयन कर सकते हैं और अपना संदेश चुन सकते हैं और भेज सकते है.

शब्दों से ज्यादा :-

आज के समय में इंसान कुछ कहे बिना भी बहुत कुछ कह जाता है और समझा जाता है, तो एक इमोजी भेजना शायद समय की बचत करता है. और जो लोग अभी इस इमोजी को नहीं समझ पा रहे है उस पर हम विचार कर रहे है और ये पीढ़ी शब्दों से वंचित है. उनके लिए फोमरा कहते हैं कि ये पीढ़ी खुद को फिर से व्यक्त करेगी. इमोजी का उपयोग करना एक तरीका है. यह हमेशा मनुष्य के शब्दों से ज्यादा बोल जाती है.

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