एक शख्स जिसे बिजनेस का थोड़ा सा भी अनुभव नहीं था, और न ही निवेश के करने के उसके पास पैसे थे. ये भी नहीं पता था की वह क्या कर रहा है, लेकिन उनके पास एक सोच थी, कुछ बड़ा करने की, एक जुनून था, सफल होने का बस यही सोच के साथ 1967 में नानू गुप्ता ने मुंबई में टीवी का एक शोरूम खोल लिया. उन्हे यह भी पता था की उस समय भारत में टीवी इतनी लोकप्रिय नहीं है, फिर भी उन्होने इस बिजनेस को शुरू किया.
अपने शोरूम का उन्होने नाम रखा विजय सेल्स. करीब 40 साल पहले इस दुकान की शुरुआत की गई थी, जो आज के समय मे उत्तर भारत में 76 से ज्यादा शाखाओं के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का व्यापार करती है. 75 वर्ष के नानू की कंपनी विजय सेल्स बिजनेस की दुनिया में आसमान की बुलन्दिया छू रही है. उनकी कंपनी के पिछले साल के टर्नओवर की यदि बात करे तो करीब 3250 करोड़ का उनका साल का टर्नओवर रहा, जो 2017-18 में 3700 करोड़ पहुंचने की उम्मीद पर है.
नानू की उद्यमी कहानी 1967 से शुरू होती है, जब उनके पास महज 2500 रुपये थे. किसान परिवार में जन्म लेने वाले नानू ने महज 18 साल की उम्र मे ही कैथल गांव छोड़ दिया था, और कुछ करने की उम्मीद से मुंबई आकर उषा मशीन में डिस्ट्रीब्यूटर का कार्य करने लगे. काफी समौ बाद उन्होने खुद की दुकान खोलने का विचार किया. उन्होने अपने व्यापार का नाम अपने भाई विजय के नाम पर रखा, क्यो की उन्हें अपने भाई से काफी लगाव था.
जब उन्होने दुकान की शुरुआत की थी तब वह किराया 30 रुपये महीना देते थे. उनकी दुकान भले ही छोटी सी थी, लेकिन उनके सपने बहुत बड़े-बड़े थे. उस समय उनके पास 2500 रुपये थे, जिससे उन्होने मुंबई के माटुंगा में एक दुकान की शुरुआत की.
नानू ने पहले तो प्रशंसकों और ट्रांजिस्टर बेचकर एवं सिलाई मशीनों के द्वारा अपनी दुकान चलाई. लेकिन 1972 में उन्होंने ब्लैक एंड वाइट टीवी बेचकर दुकान का व्यापार आगे बढ़ाया. 1982 में दुकान की चांदी होने लगी, जब भारत में पहली बार कलर टेलीविजन ने दस्तक दी. वह पल उनके लिए वहुत ही अहम था.
1994 में अपने व्यापार को आगे बदते हुये उन्होंने अपने दो बड़े नए स्टोर शिवाजी पार्क और सियोन में खोले.आज के समय मे उनका कारोबार पूरे भारत में फैला है.
नानू अपने दो बेटो नीलेश और आशीष के साथ ही इस कंपनी को बढ़ाने में अपना पूरा जोर लगा रहे हैं. एक समय था जब दो कर्मचारियों से उन्होने कंपनी की शुरुआत की थी, ओर अब विजय सेल्स के पास भारत में 1900 से ज्यादा कर्मचारी कार्य करते है.