सिविल सर्विसेज परीक्षा के रिजल्ट घोषित हो चुके है हैदराबाद के रहने वाले अनुदीप दुरीशेट्टी ने पहला स्थान प्राप्त किया है यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा में टॉप करने वाले अनुदिप का सफ़र बहुत ही रोचक रहा अंतिम प्रयास में उन्होंने यह मुकाम हासिल किया आइये जानते उनके जीवन से जुडी कुछ रोचक बाते .
अनुदिप ने पहली नही बल्कि पांचवी बार में आईएएस बनने का सपना पूरा किया है उन्हें इस पहले आईआरएस कैडर मिल गया था और इन्हें सेंट्रल एक्साइज ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया गया था टॉपर अनुदिप कहाना था की मेरा सफ़र आसान नही रहा था और उन्होंने इस सफलता पर उन सभी लोगो शुक्रिया कहा है जिन्होंने उनकी काफी मदद की थी.
अनुदिप का परिवार-:
अनुदिप के पिता का नाम मनोहर उत्तरी है पेशे से यह डॉक्टर है यह पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, तेलंगाना में सहायक मंडल अभियंता के पद पर कार्यरत हैं वह इनकी माता डॉ ज्योति गृहणी हैं.
अनुदिप की पढाई-:
मेटपल्ली के रहने वाले अनुदिप ने श्री सुर्योदय हाई स्कूल से पढ़ाई की उसके बाद बीटेक पढाई के लिए बिट्स पिलानी में एडमिशन लिया ग्रेजुएशन इन्होने साल 2011 में पूरी कर ली जब यह इंजीनियरिंग की पढाई कर रहे थे इस दौरान उन्होंने सिविल सर्विस इंटरेस्ट लिया काफी मेहनत के बाद भी सफलता हाथ नही लगी.
गूगल में नौकरी और पहेला प्रयास-:
सफलता हाथ नही लगने पर अनुदिप ने हैदराबाद में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर गूगल में नौकरी शुरू कर दी लेकिन उन्होंने अपनी सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी जारी रखी जब उन्होंने पहली बार परीक्षा दी तो वह इंटरव्यू में असफल रहे थे.
दूसरी बार परीक्षा-:
सन 2013 में दूसरी बार परीक्षा दी और आईआरएस पद पर चयनित हुए लेकिन उनकी मजिल तो आईएस थी उन्होंने हार नही मानकर अपनी तैयारी जारी रखी.
तीसरा और चौथा प्रयास-:
तीसरा और चौथा प्रयास में भी उनको असफलता हाथ लगी लेकिन फिर भी उन्होंने हार नही मानी और पांचवी बार परीक्षा देने की ठानी अधिकतर लोग हार मान लेते है लेकिन इन्होने ऐसा नही किया और पांचवी बार परीक्षा दे कर साबित किया की मेहनत करने वालो की कभी हार नही होती