कोटा कोचिंग क्लासेज के भीष्म पितामह थे वीके बंसल

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हेलो दोस्तों ! हमारे देश में वैसे तो कई कोचिंग इंस्टिट्यूट हैं जिन्हें काफी सफलता भी मिली हुई है. आप आपके शहर में भी देखेंगे तो कई कोचिंग मिल जाएंगे जो सफलता की गारंटी देते हैं. लेकिन कोटा का नाम दुनिया भर में अपने कोचिंग के लिए हमेशा टॉप पर रहता है. कोटा कोचिंग क्लासेज को शिखर तक पहुंचाने वाले और कोचिंग क्लासेज (Kota Coaching Classes) के भीष्म पितामह कहलाने वाले शख्स का नाम था वी के बंसल यानि विनोद कुमार बंसल (VK Bansal/Vinod Kumar Bansal). 

वीके बंसल कौन हैं ? वीके बंसल ने कैसे कोटा को कोचिंग हब बनाया ? चलिए जानते हैं इसके बारे में :

वीके बंसल ने कोटा में बंसल क्लासेज शुरू किए थे जो कि देखते ही देखते स्टूडेंट्स से भरने लगा. वे स्टूडेंट्स को सही डायरेक्शन में आगे बढ़ने की शिक्षा देते थे. उनके द्वारा जिन स्टूडेंट्स ने शिक्षा ली उनमें से कई आज देश का नाम रोशन कर रहे हैं. बंसल ने अपना जीवन स्टूडेंट्स और एजुकेशन के लिए ही समर्पित कर दिया था.

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वीके बंसल को क्यों कहा जाता है कोटा कोचिंग क्लासेज का भीष्म पितामह ?

ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि कोटा में कोचिंग क्लासेज की नींव रखने वाले ही वीके बंसल (Indian educationist) थे. वीके बंसल ने खुद लालटेन की लाइट में पढ़ाई की थी और वे इस बात को जानते थे कि स्टूडेंट्स को क्या चाहिए. मालूम हो कि कोटा शहर राजस्थान की चम्बल नदी के किनारे बना हुआ एक शहर है. यहाँ आईआईटी और मेडिकल प्रवेश परीक्षा (IIT and Medical Entrance Exam ) की तैयारी करवाई जाती है.

कोटा को क्यों कहा जाता है कोचिंग क्लासेज का हब  (Coaching Classes hub Kota) ?

यहाँ मौजूदा कोचिंग क्लासेज इंडस्ट्रीज करीब 3000 करोड़ रुपए की है. इसके चलते ही इसे स्टूडेंट्स के लिए कोचिंग हब भी कहा जाता है. यहाँ हर कदम पर एक नया इंस्टिट्यूट है जो बच्चों को एजुकेशन देता है.

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कोटा का देश का सबसे बड़ा कोचिंग सेंटर बनने का सफ़र (The country’s largest coaching center Kota):

कोटा कोचिंग की नींव रखने का पूरा श्रेय वीके बंसल (VK Bansal) को दिया जाता है. वीके बंसल कोटा जेके सिंथेटिक उद्योग में सहायक इंजीनियर थे. लेकिन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नामक बीमारी ने उन्हें घेर किया था, जिसके चलते उन्होंने साल 1991 में इस नौकरी को अलविदा कह दिया. 

नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने अपने घर पर ही बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया. पहले साल के दौरान ही वीके बंसल के स्टूडेंट्स में से 10 का सिलेक्शन आईआईटी (IIT) में हो गया था. जिसके बाद अगले ही साल सेलेक्ट होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 50 ओ गई.

इसके बाद से ही कोटा को नाम मिलने लगा और कोटा आईआईटी और मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम के लिए स्टूडेंट्स की पहली पसंद बनने लगा.

बंसल और उनकी सफलता को देखते हुए हर दिन कोटा में नए कोचिंग इंस्टिट्यूट खुलने लगे. आज की बात करें तो फ़िलहाल देश का सबसे बड़ा कोचिंग सेंटर कोटा शहर है. इसे राजस्थान की एजुकेशन सिटी (Kota Education City of Rajasthan) भी कहा जाता है.

कोटा कोचिंग क्लासेज के भीष्म पितामह वीके बंसल का निधन :

5 मई 2021 को वीके बंसल का निधन हो गया. वीके बंसल ने जाने से पहले देश का सबसे बड़ा कोचिंग सेंटर स्टूडेंट्स को दिया.

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