इंद्रपुर या इंदौर क्या हैं इंद्रेश्वर मंदिर का इस शहर से कनेक्शन

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शिप्रा की सहायक सरस्वती और खान धाराओं पर स्थित इंदौर शहर मध्य प्रदेश का सबसे फेमस शहर है स्वर कोकिला लता मंगेशकर का जन्म इसी शहर में हुआ था हाल ही के दिनों में इंदौर शहर शिक्षा के केंद्र में उभरा है इंदौर शहर को मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी के रूप में भी जाना जाता है मालवा का सबसे बड़ा शहर इंदौर ही है इंदौर शहर बहुत पुराना शहर है 1715 के मध्य उज्जैन से ओंकारेश्वर यात्रा के बीच एक खुशनुमा यह पहाड़ हुआ करता था लेकिन आज महानगर में तब्दील हो गया है इंदौर शहर अब मुंबई का रूप लेता जा रहा है नगर नियोजन की योजना सर पेट्रिकगेडेस 1998 बनाई थी, विकास हालांकि यात्रा 1818 नगर पालिका 1878, रेलवे , 1906 बिजली बाबा 1907 में टेलीफ़ोन की शुरुआत से विकास यात्रा शुभ आरंभ हुई थी.

इंदौर का इतिहास

  • जमींदारों ने 1715 में नर्मदा नदी घाटी मार्ग पर इंदौर को व्यापार केंद्र के रूप में बसाया था इंदौर का पहले नाम इनदूर हुआ करता था
  • 1715 में स्थानीय ज़मींदारों ने इन्दौर को नर्मदा नदी घाटी मार्ग पर व्यापार केन्द्र के रूप में बसाया था। पहले इन्दौर का नाम इन्दुर था लेकिन 1700 41 ईसवी में बने इंद्रेश्वर मंदिर के चलते इंदौर नाम बदलकर इंदौर पड़ गया.
  • मध्य प्रदेश का इंदौर शहर करीब 18 वीं सदी क्या आस-पास मल्हार राव होलकर मैंस्थापित किया था.
  • मल्हार राव होलकर ने दूसरे पेशवा बाजीराव प्रथम के तरफ से कई युद्ध पर विजय पाई थी जिसके फलस्वरूप 1733 में बाजीराव पेशवा ने मल्हार राव होलकर को पुरस्कार स्वरूप इंदौर शहर दिया था.
  • उन्होंने मालवा के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र को अपने कब्जे में लेने के बाद इंदौर को अपनी राजधानी बना लिया.
    उनकी मृत्यु होने के बाद गद्दी पर दो आयोग शासक बैठे हालांकि तीसरी शासिका अहिल्या बाई (1765-1795 ई.) ने सफलता के साथ इसे निष्पादित कर दिया.
  •  इंदौर शहर 1818 जनवरी में ब्रिटिश शासन का अधीन हो गया था.

 

इंद्रपुर या इंदौर

होल्कर-नरेशों के भूतपूर्व रियासत तथा उनकी राजधानी इंदौर शहर है इस नगर को 18वीं शताब्दी में अहिल्याबाई ने बताया था जिसका नाम अंदेश्वर के प्राचीन मंदिर के कारण इंद्र पुर पढ़ा था

औद्योगिक शहर

इन्दौर शहर वाणिज्य एवं औद्योगिक केंद्र होने के साथ मुख्य संग्रहण एवं वितरण केंद्र भी है. इसके आसपास के क्षेत्रों के में 800 से ज्यादा उद्योग है. गेहूं मूंगफली एवं सोयाबीन के प्रमुख उत्पादक इंदौर मध्य प्रदेश सी है इंदौर शहर अपने मसालेदार भोजन एवं नमकीन ओं के लिए भी काफी प्रख्यात है.

इंदौर शहर के प्रमुख उद्योग में टाइल सीमेंट कपड़ा चंदू रसायन खेल के सामान का उपयोग फर्नीचर धातु कर्म अनाज आदि शामिल है पुराने उद्योगों में तेल की मिले चरमा शोधक चलाएं लाख की चूड़ियां मिट्टी के बर्तन हथकरघा बुनाई छपाई एवं रंगाई आदि शामिल है.

शिक्षण संस्थान

इंदौर शहर में सन 1964 ईस्वी में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हुआ था अन्य शैक्षणिक संस्थानों की यदि बात की जाए तो एस. जी. एस. इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी ऐंड साइंस, अंतर्राष्ट्रीय व्यावसायिक अध्ययन संस्थान,होल्कर विज्ञान,महात्मा गाँधी मेमोरियम मेडिकल कॉलेज,इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, चोइथराम हॉस्पिटल ऐंड रिसर्च सेंटर आदि. 

रहन सहन

इंदौर शहर के लोगों का रहन सहन काफी सरल एवं उत्तम है सर्दी गर्मी बरसात के अलावा यहां के लोगों का स्वभाव भी सामान्य रहता है यहां न तो अधिक ठंड पड़ती है ना ही अधिक गर्मी और ना ही ज्यादा बरसात इसलिए रहने के लिए यहां का मौसम अनुकूल है.

खानपान

खाने और खिलाने के लिए इंदौर शहर काफी फेमस है, इंदौर शहर में स्थित सराफा 56 आदि कई ऐसे स्थान है जहां पर लोग स्वादिष्ट नए नए व्यंजनों की तलाश में जाते हैं इंदौर के नमकीन है.

परिवहन

वायु मार्ग

इंदौर शहर में सिर्फ एक हवाई अड्डा है जो वायु मार्ग के द्वारा अन्य शहरों को इंदौर से जोड़ता है.

रेल मार्ग

इंदौर में रेल सुविधा काफी उत्तम है दिल्ली मुंबई से सीधी ट्रेन सुविधा यहां पर है.

पर्यटन

मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा शहर इंदौर है जहां पर कई ऐतिहासिक विमान जो पुरानी धरोहर को अपने आप में संजो कर रखी हुई है इंदौर शहर मध्यकाल में होलकर राजवंश की राजधानी हुआ करता था अभी भी इस वंश की से संबंधित कई भावनाओं को यहां पर देखा जा सकता है अन्नपूर्णा मंदिर केंद्रीय संग्रहालय यहां प्रमुख स्थल है जहां पर व्यक्ति अधिक संख्या में जाते हैं. इंदौर शहर में हे कई महल लेकिन सबसे अधिक राजवाड़ा है जिसे इंदौर का आकर्षक का केंद्र माना जाता है.घर में इसके अलावा कांच मंदिर लालबाग कृष्णपुरा छत्री सात मंजिला भव्य होलकर रजवाड़ा महल जिसका अब सिर्फ अग्रभाग ही बचा हुआ है श्री गणेश जी की 7.62 मीटर ऊंची मूर्ति है.

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