जज्बे को सलाम मौत को दी मात, कैंसर के बावजूद जिंदा रहे 102 साल
“कल न हम होंगे न कोई गिला होगा, सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा, जो लम्हे हैं चलो हँसकर बिता लें, जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा.” ये शायरी तो आपने कई बार सुनी होगी, लेकिन इसको सार्थक किया है अमेरिका के 102 साल के वृद्ध स्टैमेटिस…