पति की मौत के बाद, भट्टे में तपकर बेटों को बनाया कुंदन
‘चलती फिरती आंखों से अजा देखी, मैंने जन्नत तो नहीं देखी मां देखी है.’ मशहूर शायर मुनव्वर राणा का ये शेर यूपी के चौबेपुर में ईंट भट्टे पर मजदूरी कर अपने बच्चों का सुनहरा भविष्यगण रही इस 58वर्ष की मुन्नीदेवी पर सटीक बैठता है. शादी के कुछ…