तकदीर बदलने के लिए पैसा होने के साथ-साथ हिम्मत और साहस की भी जरूरत होती है. जतिन आहूजा की भी ऐसी ही एक कहानी है. जतिन छोटी सी उम्र में ही प्रोफिट कमाने की और अग्रसर होने लगे. महज 10 साल की उम्र में 3 रुपये का पेन दोस्त को बेचकर वह लाभ कमाने लगे.
32 वर्ष की उम्र मे वह मशहूर रिटेल ब्रांड Big boy Toyz के मालिक बन गए. आज के समय मे उनके पास बीएमडब्लू, रेंज रोवर, लैंबोर्गिनी जैसी कई लग्जरी गाड़ियों की लाइनें लगी है.
जतिन के गुडगांव वाले शोरूम में यदि आप देखेंगे तो, आपको 50 लाख से लेकर 4 करोड़ तक की गाड़ियां मिलेगी. उनकी कंपनी का एक नियम है, की वह ग्राहकों को ऐसी कार बेचते है, जो अच्छी हालत में हो. जिसे देखकर कोई कोई नहीं कह सकता है की यह पुरानी कार है. जतिन का कहना ही की उनकी कंपनी मे गाड़ी करीब 150 बार चैक होने के बाद ही किसी ग्राहक को बेचने के लिए निकलती है.
उन्होने अपनी पहली फायदेमंद डील 2005 में की, जब मुंबई बाढ़ में खराब हुई मर्सिडीज को उन्होने सही कर 25 लाख में बेचा, यहीं से उनके व्यापार मे कमाई का कारोबार शुरू हुआ.
उन्होंने कार के साथ नए मोबाइल नंबर पर भी ध्यान दिया. 2006 में फैन्सी मोबाइल नंबर की डिमांड को देखते हुये 1200 सिम कार्ड 99999 की सीरीज वाले खरीद जिसे उन्होने 24 लाख का बिजनेस किया.
2007 में उनकी कमाई का आकडा 2 करोड़ तक पहुंच गया, जिसके बाद उन्होने Magus Cars Limited कंपनी की शुरूआत कर दुनियाभर से नई कारों को खरीदकर भारत में उन्हे बेचने लगे. 2009 में बिग बॉय टोयज कंपनी को उन्होने लॉन्च किया. BBT कंपनी ने महज एक साल में 6 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर आज के समय में उनकी कंपनी 100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर रही है.