हेलो दोस्तों ! इस बात से तो हम सभी अच्छे से जानते ही हैं कि हमारा देश कई प्रतिभाशाली लोगों से भरा हुआ है. यहाँ आपको लोगों में कोई ना कोई खास हुनर हर जगह देखने को मिल ही जाएगा. ऐसे में हम बात कर रहे हैं पंजाब के रहने वाले एक शख्स धनी राम सग्गू की. शायद अपने यह नाम पहले सुना हो या शायद नहीं! दरअसल धनी राम सग्गू लकड़ी की साइकिल बनाते हैं और इन साइकिल की डिमांड अब कनाडा और दक्षिण अफ्रिका तक पहुँच चुकी है. तो चलिए बात करते हैं धनी राम सग्गू के बारे में :
बात को आगे बढाते हैं और समझते हैं धनी राम सग्गू के इस कारनामे के बारे में विस्तार से. दरअसल धनी राम सग्गू भी लॉकडाउन के समय उन लोगों में ही से एक थे जिनके पास कोई जॉब नहीं थी. इस दौरान ही धनी राम ने यह फैसला किया कि वे अपने अंदर की क्रिएटिविटी को एक नया रूप देंगे लेकिन पर्यावरण के अनुकूल. और उन्होंने एक ऐसी साइकिल का निर्माण करने का सोचा जो लकड़ी की बनी हो.
इसके लिए धनी राम सग्गू ने सबसे पहले अपने आसपास के साइकिल मैकेनिक्स से मिलना शुरू किया और उनके साइकिल के काम को करने के तरीकों को समझा. 40 साल के कारपेंटर धनी राम ने प्लायवुड से साइकिल का निर्माण करना सबसे बेहतरीन समझा.
धनी राम सग्गू ने जब एक अख़बार से बात की तो उन्हें बताया कि उन्होंने साइकिल की दुकानों के आसपास काफी वक्त बिताया है. उन्होंने कभी साइकिल नहीं बनाई लेकिन यह देखा कि कैसे उनके दोस्त एक पूरी साइकिल को पूरा अलग-अलग करते हैं और फिर से उसे जोड़ देते हैं. धनी राम ने भी उसी तरह काम किया. उन्होंने सबसे पहले साइकिल का हैंडलबार और रिम्स बनाने के लिए कुछ प्लायवुड लिया.
इसके बाद उन्होंने एक पुरानी साइकिल के कुछ पार्ट्स जैसे पैडल, चक्के यानि पहिए, साइड स्टैंड और सीट का भी उपयोग किया. धनी ने इस सबको लकड़ी की बॉडी से जोड़ दिया. इस काम में धनी राम सग्गू को करीब एक माह का समय लगा. इस काम के उपरांत उन्होंने बाकि का काम एक खास लकड़ी जिसे कैनेडियन वुड कहा जाता है से किया. इस लकड़ी को ना केवल हल्का माना जाता है बल्कि साथ ही यह काफी सस्ती भी होती है. इससे उन्होंने साइकिल के टायर, मडगार्ड, और हैंडलबार बनाया. इसके सामने एक टोकरी भी लगी हुई थी.
इस बारे में धनी राम सग्गू हिंदुस्तान टाइम्स से भी बात कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने बताया कि, साइकिल के पहिए का वजन 20 से 22 किलो के आसपास है जिसे वे और भी हल्का बनाने पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा वे रिम ब्रेक की जगह डिस्क ब्रेक का उपयोग करने पर विचार कर रहे हैं. साथ ही वे बच्चों के लिए भी साइकिल बनाने की सोच रहे हैं.
आपको बता दें कि धनी राम इन साइकिल को ब्रांड नूरा इंटरियर्स के द्वारा 15 हजार रुपए की कीमत पर बेचते हैं. इस साइकिल से आप एक दिन में करीब 25 किलोमीटर तक का सफ़र तय कर सकते हैं. धनी राम अब तक कई साइकिल बनाकर बेच चुके हैं. पंजाब में उनकी साइकिल को काफी पसंद किया जा रहा है तो वहीँ उन्हें साइकिल के लिए दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, जलंधर और दिल्ली से भी आर्डर मिलना शुरू हो गए हैं. फ़िलहाल वे और भी साइकिल बना रहे हैं.
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