Ram Nath Kovind Biography – जानिए कानपुर की दलित बस्ती से राष्ट्रपति भवन तक का सफ़र

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गुलाम भारत में एक बेहद गरीब दलित परिवार में जन्मे देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जीवन आज हम सभी के सामने एक मिसाल है। एक बेहद गरीब दलित परिवार में जन्म लेने के बावजूद रामनाथ कोविंद आज देश के शीर्ष पद पर तैनात है। राष्ट्रपति बनने से पहले भी रामनाथ कोविंद ने एक समाजसेवी, वकील और राजनेता के रूप में देश की बहुत सेवा की है। रामनाथ कोविंद को उनकी सादगी और ईमानदारी के लिए भी जाना जाता है।

1. रामनाथ कोविंद का जन्म और परिवार (ramnath kovind family)

रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को कानपुर के डेरापुर तहसील में हुआ था। रामनाथ कोविंद के पिता का नाम (ramnath kovind father name) मैकू लाल था और वह परचून की दुकान चलाते थे। उनकी मां का नाम कलावती था। रामनाथ कोविंद के चार भाई और तीन बहनें हैं। रामनाथ कोविंद पांच भाइयों में सबसे छोटे हैं। रामनाथ कोविंद की पत्नी का नाम (ramnath kovind wife name) सविता कोविंद है और वह एक रिटायर्ड सरकारी सेवक हैं। रामनाथ कोविंद के बेटे (ramnath kovind son name) का नाम प्रशांत है। रामनाथ कोविंद की बेटी का नाम (ramnath kovind daughter name) स्वाति कोविंद है।

2. रामनाथ कोविंद की शिक्षा (ramnath kovind education)

रामनाथ कोविंद ने कानपुर विश्वविद्यालय से बीकॉम और एलएलबी की डिग्री हासिल की है। इसके बाद रामनाथ कोविंद IAS की तैयारी करने के लिए दिल्ली चले गए। पहले दो प्रयास में रामनाथ कोविंद असफल हुए, लेकिन तीसरे प्रयास में वह सफल हुए। हालांकि रामनाथ कोविंद को IAS का पद नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने नौकरी करने की जगह लॉ करना बेहतर समझा। इसके बाद उन्होंने एलएलबी की डिग्री हासिल करने के बाद वकालत शुरू की।

3. रामनाथ कोविंद बतौर वकील (Ramnath Kovind as a lawyer)

रामनाथ कोविंद ने दिल्ली हाई कोर्ट में वकालत का अभ्यास किया। वह साल 1977 से साल 1979 तक दिल्ली हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे। इसके अलावा रामनाथ कोविंद ने साल 1980 से साल 1993 के दौरान केंद्रीय सरकार के स्टैंडिंग कौंसिल की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में भी अभ्यास किया। रामनाथ कोविंद ने करीब 16 साल तक दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अभ्यास किया।

4. रामनाथ कोविंद राजनेता (Ramnath Kovind political carrier)

वकालत में आने से पहले रामनाथ कोविंद ने मोरारजी देसाई के वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री रहते उनके निजी सचिव के तौर पर भी काम किया था। रामनाथ कोविंद साल 1991 में भाजपा में शामिल हुए। उन्हें साल 1994 में पहली बार उत्तरप्रदेश से राज्यसभा सांसद बनाया गया। रामनाथ कोविंद लगातार 12 साल यानि साल 2006 तक राज्यसभा सांसद सांसद रहे। इसके अलावा रामनाथ कोविंद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता, भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के महामंत्री भी रह चुके हैं। भाजपा की सरकार बनने के बाद रामनाथ कोविंद को बिहार का राज्यपाल बनाया गया। रामनाथ कोविंद ने 25 जुलाई 2017 को भारत के 14 वें राष्ट्रपति के पद के लिए शपथ ग्रहण किया।

5. रामनाथ कोविंद की संपत्ति (Ramnath Kovind Property)

समाज सेवी, वकील और राज्यसभा सांसद रहने के बावजूद रामनाथ कोविंद की पृष्ठभूमि एक बहुत ही साधारण इंसान की रही है। उनके परिवार ने बहुत मुश्किलों का सामना करके उन्हें पढ़ाया-लिखाया है। रामनाथ कोविंद को स्कूल जाने के लिए रोजाना 12 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था। रामनाथ कोविंद के पास ज्यादा सम्पत्ति नहीं है। उनके पास एक घर था, वह भी उन्होंने गांव वालों को दान में दे दिया था।

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