Sushil Kumar Biography – जानिए सुशील कुमार कौन है? लगातार 2 बार जीता ओलंपिक पदक

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भारतीय पहलवान सुशील कुमार देश में इस समय कुश्ती का सबसे बड़ा नाम है। सुशील कुमार एकमात्र ऐसे भारतीय जिन्होंने दो बार व्यक्तिगत रूप से ओलंपिक पदक जीता है। इसके अलावा सुशील कुमार कुश्ती में विश्व चैंपियन रह चुके हैं। यह कारनामा करने वाले सुशील कुमार एकमात्र भारतीय हैं। एक मामूली पृष्ठभूमि से आने वाले सुशील कुमार ने अपनी मेहनत से कुश्ती में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है. एक सफल पहलवान के रूप में सुशील कुमार का नाम आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्द है. तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम जानते है कि सुशील कुमार कौन है? और उनका अब तक का सफ़र कैसा रहा है?

सुशील कुमार का जीवन परिचय Sushil Kumar Biography

सुशील कुमार का पूरा नाम सुशील कुमार सोलंकी (sushil kumar solanki) हैं. सुशील कुमार का 26 मई साल 1983 को दिल्ली में नजफगढ़ के पास बापरोला गाँव में एक जाट परिवार में हुआ था. सुशील कुमार के पिता का नाम दीवान सिंह है. सुशील कुमार की माता का नाम कमला देवी है. सुशील कुमार के पिता दिल्ली के MTNL में एक ड्राइवर की नौकरी करते थे. सुशील कुमार की पत्नी का नाम सावी सोलंकी (savi solanki) है. सुशील और सावी ने 18 फरवरी 2011 के दिन शादी की. सावी, सुशील कुमार के गुरु महाबली सतपाल की बेटी हैं. सुशील कुमार और सावी के दो जुड़वाँ बेटे सुवर्ण कुमार और सुवीर कुमार है.

सुशील कुमार का करियर Sushil Kumar’s career

सुशील कुमार के चचेरे भाई संदीप पहलवान थे. अपने भाई को देखकर ही सुशील कुमार के मन में भी पहलवान बनने की इच्छा जाग्रत हुई. सुशील कुमार का बचपन बापरोला में ही कुश्ती की शिक्षा लेते हुए बिता. सुशील कुमार के परिवार ने भी उन्हें पहलवान बनाने में भरपूर सहयोग किया. जब सुशील कुमार 14 साल के हुए तो उन्होंने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया. यहां प्रसिद्द पहलवान सतपाल ने सुशील को पहलवानी के गुर सिखाए.

सुशील कुमार ने अपना पहला टूर्नामेंट साल 1998 में जीता. इस साल सुशील कुमार ने विश्व कैडेट खेलों में स्वर्ण पदक जीता. इसके दो साल बाद ही सुशील कुमार ने एशियाई जूनियर कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर कुश्ती की दुनिया में अपना डंका बजा दिया. इसके बाद सुशील कुमार ने साल 2003 में नई दिल्ली में आयोजित एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में 60 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता. इसके बाद इसी साल सुशील कुमार ने इसी साल कॉमनवेल्थ कुश्ती चैंपियनशिप लंदन में फ्रीस्टाइल श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता.

सुशील कुमार ने साल 2004 में आयोजित ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया, लेकिन उनका प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा. इसके बाद सुशील कुमार ने साल 2005 में केपटाउन में आयोजित कॉमनवेल्थ कुश्ती चैम्पियनशिप में 66 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक जीता. इसके अलावा सुशील कुमार ने 66 किग्रा ग्रीको-रोमन श्रेणी में कांस्य पदक जीता. इसके बाद सुशील कुमार ने 2006 में दोहा एशियाई खेलों में 66 किग्रा फ़्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता. सुशील कुमार ने साल 2007 में राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप लंदन में 66 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.

सुशील कुमार ने साल 2008 में बीजिंग ओलंपिक में हिस्सा लिया. बीजिंग ओलंपिक में पहले दौर में मिली हार के बावजूद सुशील कुमार ने शानदार वापसी की और 66 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता. इसके बाद सुशील कुमार के लिए साल 2010 शानदार रहा. इस साल सुशील कुमार ने मास्को में आयोजित विश्व कुश्ती चैंपियनशिप का ख़िताब जीतकर इतिहास रच दिया. सुशील कुमार पहले ऐसे भारतीय बने जिसने यह ख़िताब जीता. इसके बाद सुशील कुमार ने साल 2010 में ही दिल्ली में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में 66 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.

सुशील कुमार ने साल 2012 में लंदन में हुए ओलंपिक में अपने प्रदर्शन में सुधार किया और 66 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में रजत पदक जीता. इस तरह दो बार ओलंपिक में व्यक्तिगत पदक जीतने वाले सुशील कुमार एकमात्र भारतीय बने. सुशील कुमार ने साल 2014 में ग्लासगो में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में 74 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में पाकिस्तान के क़मर अब्बास को 107 सेकंड में हराकर स्वर्ण पदक जीता. इसके अलावा सुशील कुमार ने साल 2018 में हुए गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भी स्वर्ण पदक जीता है.

खेलों के अलावा सुशील कुमार साल 2015 में प्रसिद्ध रियलिटी टीवी शो एमटीवी रोडीज में सह-जज के रूप में भी नजर आ चुके है. सुशील कुमार के खेलों में योगदान को देखते हुए उन्हें रेलवे में नौकरी प्रदान की गई हैं.

सुशील कुमार को मिले अवार्ड्स Sushil Kumar’s award

  • अर्जुन अवार्ड
  • राजीव गाँधी खेल रत्न अवार्ड
  • पद्मश्री
  • रेलवे मंत्रालय के चीफ टिकटिंग इंस्पेक्टर ने 5 मिलियन रुपये का नगद पुरस्कार
  • हरियाणा सरकार ने 5 मिलियन का नगद पुरस्कार
  • स्टील मंत्रालय ने 5 मिलियन रूपये का नगद पुरस्कार
  • आर. के. ग्लोबल ने 5 लाख का नगद पुरस्कार
  • महाराष्ट्र राज्य सरकार ने रूपये 1 मिलियन नगद पुरस्कार
  • MTNL ने 1 मिलियन का नगद पुरस्कार
  • रेलवे मंत्रालय ने 1 मिलियन का नगद पुरस्कार एव प्रमोशन
  • स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने 1 मिलियन का नगद पुरस्कार
  • 2012 में दिल्ली सरकार ने 1 मिलियन का नगद पुरस्कार
  • दिल्ली सरकार की ओर से रूपये 20 मिलियन का नगद पुरस्कार
  • हरियाणा सरकार की ओर से 15 मिलियन का नगद पुरस्कार
  • भारतीय रेलवे की ओर से 5 मिलियन का नगद पुरस्कार
  • हरियाणा सरकार ने व्रेस्लिंग अकैडमी के लिए जमीन दी
  • ONGC की ओर से 1 मिलियन का नगद पुरस्कार
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