शहीद पति से निभाया आखिरी वादा पूरा, पुलवामा शहीद मेजर विभूति की पत्नी नितिका कौल सेना में शामिल
पहली बार फेसबुक पर हुई रही मुलाकात और बातों का सिलसिला चल पड़ा. कुछ दिन बातें होने के बाद दोनों मिले और फिर मिलने का सिलसिला चल पड़ा. मुलाकातें प्यार में बदल गई और दोनों ने एक-दूसरे के साथ पूरा जीवन बिताने का निर्णय लिया. जल्द ही बात आगे बड़ी और साल 2018 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए.
दोनों की जिंदगी हंसी ख़ुशी गुजर रही थी कि पुलवामा में आतंकी हमला हो गया और देश के 40 वीर जवान शहीद हो गए. इस हमले ने पूरे देश को सन्न कर दिया. पूरे देश में दुःख का माहौल छा गया. पति सेना में मेजर थे तो उन्हें भी अपने साथियों को खोने का बहुत दुख था. वह निकल पड़े अपने साथियों की शहादत का बदला लेने के लिए. शादी के 10 महीने बाद ही मेजर साहब अपने साथियों पर हमला करने वाले कायर आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए.
10 माह पहले दुल्हन बनी उस महिला के सपने पल भर में बिखर गए, लेकिन उसने हार नहीं मानी. अपने पति की आखिरी विदाई में अपने पति की मृत देह से वादा किया था कि, ‘एक दिन मैं भी सेना में जाउंगी.’ आज उस पत्नी ने अपने पति से किया आखिरी वादा निभाया और सेना में लेफ्टिनेंट बन गई. आज पूरा देश उन पर गर्व कर रहा है.
दोस्तों हम बात कर रहे हैं लेफ्टिनेंट नितिका कौल ढौंढियाल (Nitika Kaul Dhoundiyal) की. वहीं नितिका कौल ढौंढियाल जिनके पति मेजर विभूति शंकर ढौंढियाल (Major Vibhuti Shankar Dhoundiyal) ने फ़रवरी 2019 में आतंकियों से लड़ते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया.
वैसे तो 29 मई को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) की पासिंग आउट परेड में कई कैडेट्स भारतीय सेना की यूनिफॉर्म में देश की सेवा करने का वचन ले रहे थे, लेकिन हर किसी की नजर उस समय लेफ्टिनेंट नितिका कौल ढौंढियाल पर थी. जो यूनिफॉर्म कभी उनके पति की शान हुआ करती थी, वहीं यूनिफॉर्म पहनकर जब नितिका कौल देश सेवा की शपथ ली तो हर किसी की आंखे नाम हो गई. नितिका कौल पर आज पूरा देश गर्व कर रहा है. नितिका कौल देश में महिला सशक्तिकरण की मिसाल है.
बता दे कि नितिका कौल और मेजर विभूति शंकर ढौंढियाल की मुलाकात फेसबुक पर हुई थी. धीरे-धीरे दोनों के बीच प्यार बढ़ा और दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया. साल 2018 में दोनों ने शादी कर ली, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. शादी के महज कुछ महीनों बाद ही 14 फ़रवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए.
इसके बाद सेना के जवानों ने अपने साथियों की शहादत का बदला लेने के लिए पुलवामा के पिंगलान गांव में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया. इस ऑपरेशन में मेजर विभूति भी शामिल थे. इस ऑपरेशन के जरिए सेना ने पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड को तो मार गिराया, लेकिन एनकाउंटर में मेजर ढौंडियाल समेत 4 सेना जवान शहीद हो गये. इसके बाद नीतिका कौल ढौंडियाल ने जिस तरह अपने पति मेजर ढौंडियाल को अंतिम विदाई दी, उससे हर किसी की आंखे नाम हो गई. नीतिका कौल ने पति की आखरी विदाई में कहा था कि, ‘आई लव यू विभू… वादा करती हैं कि मैं भी सेना ज्वाईन करूंगी.’
अपने पति से किया गया नीतिका कौल का यह आखिरी वादा था. इस वादे को पूरा करने के लिए नीतिका कौल ने मल्टी नेशनल कंपनी की अपनी नौकरी को छोड़ दी और भारतीय सेना में शामिल होने के लिए मेहनत करने लगी. सितंबर 2019 में शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) का फॉर्म भरा था. सेना के कुछ ऑफिसर्स ने उनका मार्गदर्शन किया. एसएससी की परीक्षा पास करने के बाद नीतिका कौल ने सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) की परीक्षा पास की.
नीतिका कौल आज लेफ्टिनेंट नितिका कौल बन चुकी है. कारगिल वॉर हीरो लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने खुद अपने हाथों से लेफ्टिनेंट नितिका के कंधो पर सितारे सजाए. लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी का कहना है की उन्हें आज गर्व हो रहा है. साथ ही उन्होंने लेफ्टिनेंट नितिका का भारतीय सेना में स्वागत किया.
लेफ्टिनेंट नितिका का कहना है कि एसएससी की परीक्षा पास करना उनके लिए एक बहुत ही इमोशनल पल था. नितिका कहती है की वह कोई बेचारी नहीं हैं बल्कि एक बहादुर शहीद की पत्नी हैं और उन्हें अपने पति की शहादत पर गर्व है.
बता दे कि मेजर ढौंडियाल को देश के लिए उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए 2019 में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था. इसके बाद लेफ्टिनेंट नितिका का सेना में शामिल होने का संकल्प और भी बढ़ गया. वाकई आज लेफ्टिनेंट नितिका देशवासियों के सामने हिम्मत और जज्बे की जीती जागती मिसाल है.