अभिनय की बुलंदिया को छूने वाले बोमन ईरानी को असली सफलता तब मिली जब विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस में काम किया था. उन्होंने इस मुकाम तक पहुँचाने के लिए उन्होंने कई सघर्ष किया था. यहाँ तक कि उन्होंने कुछ समय तक चिप्स बेचने का काम भी किया और होटल में भी काम किया था.
बोमन ईरानी :
बोमन ईरानी का जन्म 2 दिसंबर 1959 को मुंबई में हुआ था. वह एक मध्यवर्गीय पारसी परिवार में से थे. उनकी मां कन्फेक्शनरी की दुकान चलाती थीं. मां के बहुत ऊंचे अरमान नहीं थे कि बेटा डॉक्टर-इंजीनियर बन जाए. इसके बावजूद उन्होंने एक्टिंग में अपना लोहा मनवाया.
रूम सर्विस स्टाफ के रूप में :
बोमन ईरानी की पढाई सेंट मैरी स्कूल, पुणे में अपनी स्कूली शिक्षा समाप्त करी और उन्होंने शुरुवात में संघर्ष कर फोटोग्राफर बने. बाद में उन्होंने कुछ समय तक चिप्स बेचने का काम भी किया था. उन्होंने मुंबई में मिथिबाई कॉलेज से छह महीने के वेटर कोर्स भी किया था.
अपने पॉलीटेक्निक डिप्लोमा कोर्स के बाद, वह ताज महल पैलेस एंड टॉवर में उन्होंने एक वेटर और रूम सर्विस स्टाफ के रूप में काम किया. उन्होंने दो साल तक ताजमहल में काम किया. उन्होंने ज़ीनोबिया से विवाह है और उनके दो बेटे हैं, दानेश और कयाज़ इरानी.
कुछ नाटकों :
बोमन ईरानी की किस्मत तब बदली जब, उन्होंने 32 साल की उम्र में मुंबई में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के समय एक पत्रिका के लिए फोटो खीचने का मौका मिला था. फिर वह थियेटर से जुड़ गए और कुछ नाटकों में काम करने के बाद फिल्म में काम करने का मौका मिला था.
करियर की शुरूआत :
बोमन ईरानी ने अपनी करियर की शुरूआत फिल्मा एवरीबडी सेज आई एम फाइन से की थी. लेकिन उनकी पहचान फिल्मा मुन्नानभाई एम.बी.बी.एस. से मिली जिसके लिए उनकी काफी तारीफ मिली और वह लोकप्रिय हो गए. उनकी जस्ट अस्थाना के रूप में उनकी भूमिका ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ कॉमेडियन के लिए एक फिल्मफेयर पुरस्कार नामांकन दिया. उनके बाद 3 इडियट्स में उनके कॉमिक और नाबालिग प्रतिपक्ष की भूमिका को अभी भी याद किया जाता है.
अच्छे प्रस्तुकर्ता :
ईरानी सिर्फ बढिय़ा अभिनेता ही नहीं बल्कि अच्छे प्रस्तुकर्ता भी हैं. उन्होंने 2008 में बैंकाक, 200 9 मकाऊ, 2010 कोलंबो और टोरंटो में 2011 में अभिनेता रितेश देशमुख के साथ आईफा पुरस्कारों की मेजबानी की थी. इसके अलावा इन्होने टीवी पर भी एक गेम शो को संचालित भी कर चुके है.