साल भर दुःख देने के बाद एक दिन प्यार करने का दिखावा क्यों ?

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अपने मुँह का निवाला हमें खिलाया, खुद जाग कर हमें सुलाया, जिसने हमें चलना सिखाया, कई परेशानी होने के बाद भी अपने आंसू को छिपा कर हमें हंसना सिखाया. बात-बात पर डाटने है, लेकिन मेरी हर ख्वाहिश भी तो वो ही पूरी करते है. मेरी हर छोटी से छोटी खुशी के लिए अपना संभव प्रयास करते है.

जुबा से भले ही वह कुछ न कहे लेकिन सच तो यह है की वह राय दिखाते गए और हम अपने जीवन में आगे बढ़ते गए. उनके मार्गदर्शन से हम कब अपनी मंजिल पर पहुंच गए पता ही नहीं चला.

भले हम उनके सामने बच्चे है लेकिन असल में तो वह भी एक बच्चे है जो जुबा से कुछ न बोलते हुए, सब कुछ देखते हुए भी हमारी गलतियों को अनदेखा करने वाले बन जाते है.

पिता शब्द तो बहुत छोटा है लेकिन इस छोटे शब्द में पूरी दुनिया समाई हुई है. आज हम जिस भी मुकाम पर है वह सिर्फ और सिर्फ अपने पिता की बदौलत है. क्यों की उन्होंने अपने सपनो की क़ुरबानी देते हुए हमारे सपने को अपना सपना बनाया और हमें इस मुकाप पर पहुंचाया.

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जिन बच्चो के पिता नहीं है उन्हें आप अक्सर कहते हुए सुन सकते है की मेरे पिता नहीं है वरना आज में भी अपनी मंजिल को हासिल कर लेता.

कई बार हम अपने पिता के बलिदानों की अहमियत नहीं देते है क्यों की हमें उनकी कुर्बानिया नहीं दिखती है. लेकिन हम इस बात से अनजान रहते है की आज हम जिस मुकाप पर है उसका श्रेय पूरा पिता को जाता है.

ये प्यार है या फिर दिखावा

जैसे ही फादर्स डे की तारीख आती है हर किसी को पिता के प्यार का एहसास हो जाता है. हम ऐसा इसलिए कह रहे है की साल भर तो आप अपने पिता को अहमियत देते नहीं है और फादर्स डे पर सोशल साइट्स पर पिता की तस्वीर के साथ कई तरह के स्टेटस पोस्ट करते है. आखिर इस तरफ का दिखावा क्यों? क्या सिर्फ एक ही दिन पिता के लिए आपके मन में प्यार उमड़ता है.

तस्वीरें हो रही अपलोड

फादर्स डे का ट्रेंड सोशल साइट्स पर भी देखा जा सकता है. हर तरफ आपको फादर्स डे पर कई तरह के स्लोगन भी पड़ने को मिल जायेंगे. हर कोई पिता के साथ अपनी पुरानी तस्वीरों को साझा करने में मग्न है. फिर वह सोशल साइट्स फेसबुक हो इंस्टाग्राम, ट्विटर या फिर वाट्सअप हर तरफ आपको सिर्फ पिता का प्यार ही दिखाई देगा.

पिता बताते है सही मार्ग

जीवन को किस तरह जीना है और इस जीवन में क्या क्या कठिनाइयाँ आ सकती है और उनसे किस तरह निपटना है है हमें पिता ही सिखाते है.

क्यों की वह खुद भी इस मार्ग से गुजर चुके है और वह सोचते है की मेने अपने जीवन में जो जो परेशानिया उठाई है मेरा बेटा या बेटी उन तकलीफो का सामना न करे. जीवन में सही मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए पिता अपने बच्चो को सदैव मार्ग प्रदर्शित करते रहते है. और उन्ही की बदौलत हम अपनी मंजिल को प्राप्त करते है.

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