IPS Aparna Kumar – उत्तराखंड में रेस्क्यू ऑपरेशन को लीड कर रही अपर्णा दुनिया की 7 सबसे ऊँची चोटियों पर फहरा चुकी है तिरंगा

0

उत्तराखंड के चमोली में आई प्राकृतिक आपदा में काफी कुछ तहस-नहस हो चुका है। वहां चारो ओर मलबा ही मलबा दिखाई दे रहा है। घटना के इतने दिनों बाद भी अब तक वहां मलबे से शव निकल रहे हैं। ITBP के जवान लगातार मलबे से शवों को निकालने में जुटे हुए हैं। उत्तराखंड में आई इस भयानक आपदा में जुटी रेस्क्यू का कार्य IPS ऑफिसर अपर्णा कुमार के नेतृत्व में चल रहा है। सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन की जिम्मेदारी अपर्णा कुमार को सौंपी है। अपर्णा कुमार इससे पहले भी कई बहादुरी वाले कारनामें कर चुकी हैं। तो चलिए आज हम जानते है कि अपर्णा कुमार कौन है।

IAS अफसर हैं पति

IPS ऑफिसर अपर्णा कुमार कर्नाटक के शिवमोगा की रहने वाली रहने वाली है। उनकी स्कूली शिक्षा कर्नाटक में ही पूरी हुई है। इसके बाद अपर्णा ने BA, LLB की पढ़ाई की। अपर्णा साल 2002 कैडर की IPS अधिकारी हैं। अपर्णा कुमार के पति का नाम संजय कुमार है और वह यूपी कैडर के IAS अफसर हैं।

दुनिया की 7 चोटियों पर फहराया तिरंगा

बता दे कि IPS ऑफिसर अपर्णा कुमार देश की पहली ऐसी महिला है जो 7 समिट्स यानी दुनिया की 7 सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा लहरा चुकी है। इन चोटियों के नाम माउंट एवरेस्ट, माउंट किलिमंजारो, माउंट एल्ब्रुश, कार्सटेंस पिरामिड, विन्सन मैसिफ, माउंट एकांकागुआ और माउंट डेनाली है। ये सभी चोटियां 7 अलग-अलग महाद्वीपों में हैं। इसके अलावा अपर्णा ने साल 2017 में नेपाल में स्थित दुनिया की आठवीं सबसे ऊँची चोंटी माउंट मानसालु पर भी तिरंगा लहराया था।

39 साल की उम्र में की शुरुआत

IPS ऑफिसर अपर्णा कुमार ने साल 2002 में मसूरी में एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज की ट्रेनिंग के दौरान जब बर्फ से ढके हुए पहाड़ों को देखा तो उन्होंने तय कर लिया कि वह पहाड़ों पर चढ़ाई करेंगी। हालांकि अपने सपने को पूरा करने के लिए अपर्णा कुमार को 11 सालों का इंतजार करना पड़ा। इसके लिए उन्होंने साल 2013 में माउंटेनियर फाउंडेशन का कोर्स किया। इसके बाद साल 2014 में अपर्णा ने पहली बार अफ्रीका की सबसे ऊंची माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा लहराया। इसके बाद साल 2014 में ही अपर्णा ने ऑस्ट्रेलिया और ओशिनिया के सबसे ऊंचे पर्वत कार्स्टेंस पिरामिड पर चढ़ाई की। इसके बाद अपर्णा ने साल 2015 में अर्जेंटीना की सबसे ऊंची माउंट एकांकाकागुआ पर चढ़ाई की। इसके बाद अपर्णा ने साल 2015 में ही रूस की कोकेशियान रेंज की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुश, साल 2016 में अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी विन्सन मासिफ, दुनियाा की सबसे ऊंची चोटी नेपाल की माउंट एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहराया।

माइनस 40 डिग्री तापमान में दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचीं

अपर्णा कुमार दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाली पहली भारतीय ऑफिसर हैं। साल 2019 में उन्होंने माइनस 40 डिग्री तापमान में दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचकर इतिहास रचा। इसी साल उन्होंने अमेरिका की माउंट डेनाली पर चढ़ाई करके 7 समिट्स पर चढ़ाई का रिकॉर्ड बनाया।

Leave A Reply

Your email address will not be published.