सिक्का उछाल पोस्टिंग व #MeToo का आरोप, जानिए पंजाब के पूर्व CM चरणजीत सिंह चन्नी कौन है?

Charanjit Singh Channi - Net Worth, Age, Height, Biography, Birthday, Wiki!

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Charanjit Singh Channi Biography – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम पंजाब कांग्रेस के बड़े नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के बारे में बात करेंगे. चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब में कांग्रेस का सबसे बड़ा दलित चेहरा है.

दोस्तों यह तो हम जान ही चुके हैं कि चरणजीत सिंह चन्नी कौन है? (who is Charanjit Singh Channi) आगे इस आर्टिकल में हम चरणजीत सिंह चन्नी के राजनीतिक करियर (Charanjit Singh Channi Political Career), चरणजीत सिंह चन्नी के परिवार (Charanjit Singh Channi Family) सहित अन्य चीजों के बारे में बात करेंगे. तो चलिए शुरू करते चरणजीत सिंह चन्नी का जीवन परिचय.

चरणजीत सिंह चन्नी जीवनी (Charanjit Singh Channi Biography)

दोस्तों चरणजीत सिंह चन्नी का जन्म 2 अप्रैल 1973 को चमकौर साहिब में हुआ था. अगर हम बात करे चरणजीत सिंह चन्नी के परिवार (Charanjit Singh Channi family) के बारे में तो बता दे कि रणजीत सिंह चन्नी की पत्नी (Charanjit Singh Channi Wife) का नाम कमलजीत कौर है. चरणजीत सिंह चन्नी की 2 संतान है. चरणजीत सिंह चन्नी के बच्चों के नाम नवजीत सिंह और रिदमजीत सिंह है.

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चरणजीत सिंह चन्नी का राजनीतिक जीवन (Charanjit Singh Channi Political Career)

चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब में कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक है. वह पंजाब में कांग्रेस का सबसे बड़ा दलित चेहरा है. यहीं कारण है कि कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी पर विश्वास जताते हुए उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया था.

अमरिंदर सिंह की सरकार में मंत्री

चरणजीत सिंह चन्नी के बारे में बता दे कि वह चामकौर साहिब विधानसभा से कांग्रेस के विधायक थे. चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री बनने से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. अमरिंदर सिंह की सरकार में चरणजीत सिंह चन्नी के पास तकनीकी शैक्षिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्रालय की जिम्मेदारी थी.

अमरिंदर के खिलाफ बगावत

पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी किसी से छुपी हुई नहीं है. चरणजीत सिंह चन्नी को कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोधी गुट का नेता माना जाता है. वह अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग करने वाले कांग्रेस के विधायको में से एक है. सिख धार्मिक ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी वाले मामले में क्योंकि कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से चरणजीत सिंह चन्नी सहित कई कांग्रेसी नेता अमरिंदर से नाराज थे. इसी मामले को लेकर चरणजीत सिंह चन्नी ने अमरिंदर के खिलाफ खुलकर बगावती तेवर दिखाए थे.

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चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने का कारण (Reason for making Charanjit Singh Channi Chief Minister)

अब सवाल यह उठता है कि कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को ही पंजाब का अगला मुख्यमंत्री क्यों बनाया था? तो इसका जवाब यह है कि चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब में कांग्रेस का सबसे बड़ा दलित चेहरा है. चुनाव से कुछ दिनों पहले अकाली दल ने वादा किया था कि अगर पंजाब में उनकी सरकार बनती है तो वह किसी दलित को उपमुख्यमंत्री बनाएंगे. ऐसे में कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर अकाली दल के उस चुनावी वादे का तोड़ निकाल लिया. इससे कांग्रेस को उम्मीद थी कि अगले विधानसभा चुनाव में दलित उनको ही वोट करेंगे.

चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने का दूसरा कारण यह था कि वह कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोधी गुट से आते है. पहले पंजाब कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नवजोत सिद्धू खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन उनके पास पहले ही पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष पद होने के कारण कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री बनाने से इंकार कर दिया. ऐसे में सिद्धू खेमे ने अमरिंदर सिंह के विरोधी चरणजीत सिंह चन्नी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए आगे कर दिया. वरना किसी समय सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे चल रहा था.

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#MeToo का लगा था आरोप

बता दे कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ अमरिंदर सिंह सरकार के समय #MeToo का मामला सामने आया था. चरणजीत सिंह चन्नी पर आरोप है कि उन्होंने साल 2018 में एक महिला आईएएस अधिकारी को गलत मैसेज भेजा था. हालांकि इस मामले में महिला अधिकारी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी. इसके अलावा अमरिंदर सिंह ने भी मामले को सुलझा लेने का वादा किया था. लेकिन पंजाब महिला आयोग ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार को नोटिस भेजकर कार्रवाई की मांग की थी.

सिक्का उछाल कर पोस्टिंग

साल 2018 में चरणजीत सिंह चन्नी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. इस वीडियो में तत्कालीन मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी एक ही जगह जाने के लिए लड़ रहे 2 लोगों के बीच टॉस कर उनकी पोस्टिंग का फैसला कर रहे है. इस वीडियो के सामने आने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी की आफी आलोचना भी हुई थी.

यूपी-बिहार पर विवादित बयान

पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 (punjab assembly elections 2022) के दौरान चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रियंका गाँधी की मौजूदगी में कहा था कि, ‘प्रियंका पजाबियों की बहू है. यूपी दे, बिहार दे, दिल्ली दे भईए आके इते राज नई कर दे. यूपी के भइयों को पंजाब में फटकने नहीं देना है.’ उनके इस बयान का काफी विरोध भी हुआ था. हालांकि बाद में विवाद बढ़ता देख चरणजीत सिंह चन्नी ने सफाई देते हुए कहा था कि, ‘उन्होंने सिर्फ आम आदमी पार्टी वालों के लिए कहा था. यह देश एक गुलदस्ता है. कोई कहीं भी आ-जा सकता है. मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है.’

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