Vijay Rupani Biography : मुख्मंत्री पद से इस्तीफा देकर चर्चा में आए विजय रूपाणी

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Vijay Rupani Biography in Hindi – 

विजय रूपाणी (Vijay Rupani) का नाम भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के सबसे साफ़ छवि वाले नेताओं में लिया जाता है. उन्होंने अपने राजनैतिक करियर में कई पदों पर रहते हुए अपनी देश की सेवा की है और अपना नाम बनाया है. वे गुजरात के मुख्यमंत्री (Gujrat Chief Minister) भी रहे लेकिन कुछ कारणों के चलते विजय रूपाणी ने सितम्बर 2021 में अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा (Vijay Rupani Resign 2021) दे दिया.

विजय रूपाणी के राजनैतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के साथ ही इसकी छात्र शाखा अखिल भारतीय विदयार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) के एक मेम्बर के रूप में हुई थी. तब से लेकर अब तक विजय रूपाणी (Vijay Rupani BJP) ने पार्टी का नाम हमेशा रोशन किया है और हर कदम पर मान बढाया है.

आज के इस आर्टिकल में हम आपको विजय रूपाणी की बायोग्राफी के बारे में बताने जा रहे हैं. यहाँ हम बात करेंगे विजय रूपाणी के शुरूआती जीवन से लेकर, विजय रूपाणी का राजनैतिक करियर, विजय रूपाणी का परिवार और विजय रूपाणी की जीवनी के बारे में विस्तार से. तो चलिए जानते हैं विजय रूपाणी के बारे में.

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1. विजय रूपाणी का जन्म (Vijay Rupani date of birth) 2 अगस्त 1956 को बर्मा के रंगून शहर में हुआ था. उनकी उम्र (Vijay Rupani age) 65 साल है. विजय सौराष्ट्र से बिलोंग करते हैं जहाँ जैन बनिया समाज के लोग अधिकता में रहते हैं.

2. उन्होंने धर्मेंद्रसिन्हजी आर्टस कॉलेज से बीए की पढ़ाई को पूरा किया और साथ ही सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी से अपनी एलएलबी की पढाई को भी पूरा किया. पढ़ाई के साथ ही विजय रूपाणी ने अपने पिता के साथ रसिकलाल एंड सन्स (बिज़नेस) में भी एक साझेदार के रूप में काम किया है.

3. इतना ही नहीं अपने पिता का बिज़नेस में साथ देने के अलावा स्टॉक ब्रोकर का कार्य भी कर चुके हैं. उन्होंने इस दौरान ही अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत भी कर दी थी.

4. विजय रूपाणी की पत्नी का नाम अंजलि रूपाणी (Vijay Rupani wife Anjali Rupani) है. इस कपल के बड़े बेटे का नाम सौरभ रूपाणी है जोकि इंजिनियर है. वहीँ बेटी का नाम राधिका है जिसकी शादी हो गई है. विजय रूपाणी का एक बेटे जिसका नाम पुजित था का निधन एक एक्सीडेंट में हो गया. अंजली रूपाणी के बारे में बता दें कि वे भी पॉलिटिशियन हैं और बीजेपी की महिला शाखा की सदस्य के रूप में कार्यरत हैं.

5. अपने बेटे पुजित की याद में एक ट्रस्ट पुजित रूपाणी मेमोरियल ट्रस्ट (Shri Pujit Rupani memorial trust) का निर्माण भी किया गया है. यह ट्रस्ट जन कल्याण का काम करता है. 

6. विजय रूपाणी ने राजनीति में कदम बीजेपी की छात्र शाखा अखिल भारतीय विदयार्थी परिषद के सदस्य के रूप में रखा था. उनके पिता ने भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (Vijay Rupani in Rashtriya Swayamsevak Sangh) के लिए अपनी सेवा दी थी. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ने के बाद वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की राजनीतिक शाखा जनसंघ (1971) का भी हिस्सा बन गए.

7. जब देश में साल 1976 के दौरान इंदिरा गाँधी की सरकार (Indira Gandhi Government) के द्वारा इमरजेंसी (Emergency in India) की घोषणा हुई तब विजय रूपाणी ने 11 महीने भुज और भावनगर की जेल में भी बिताए. उन्होंने कई सालों तक आरएसएस में काम किया.

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8. विजय रूपाणी के राजनैतिक सफ़र की शुरुआत हुई जब साल 1987 में उन्हें राजकोट नगर निगम का पार्षद बनाया गया, इसके साथ ही वे साल 1988 से लेकर साल 1986 तक राजकोट नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन के पद पर भी रहे थे. यही नहीं उन्हें साल 1995 के दौरान एक बार फिर से राजकोट नगर निगम के पार्षद के लिया चुना गया. पार्षद होने के अलावा वे साल 1996 से लेकर साल 1997 तक राजकोट नगर निगम के मेयर के पद पर भी रहे.

9. राजनेता विजय रूपाणी गुजरात के ट्रांसपोर्ट मंत्री के पद पर रहते हुए भी अपनी सेवा दे चुके हैं. वे लोगों के बीच में अपने स्वभाव और अपने कामों को लेकर काफी लोकप्रिय भी हैं. उन्हें बीजेपी के द्वारा पार्टी ने मेनिफेस्‍टो कमेटी का अध्‍यक्ष भी बनाया गया था.

10. उनके कुशल चुनाव प्रबंधन की हर तरफ तारीफ की जाती है. विजय रूपाणी के बारे में बताया जाता है कि साल 2007 और साल 2012 के दौरान हुए विधानसभा चुनाव के दौरान सौराष्‍ट्र और कच्‍छ इलाके में विजय रूपाणी ने ही चुनाव का प्रबन्धन का काम संभाला था और बीजेपी को भारी मतों से जीत भी दिलाई.

11. विजय रूपाणी गुजरात कैबिनेट (Vijay Rupani in Gujarat Government) में एकमात्र ऐसे कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं जिन्हें देश में आपातकाल के दौरान जेल भी जाना पड़ा था.

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12. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) जब गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर थे तब विजय रूपाणी को गुजरात वित्त बोर्ड का अध्यक्ष भी बनाया गया था. यही नहीं वे आंनदीबेन पटेल (Anandiben Patel) के कार्यकाल के समय बतौर जल आपूर्ति, श्रम और रोजगार विभाग के कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं.

13. विजय रूपाणी को अगस्त 2016 में गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया था. इस दौरान वहां की तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने अपनी उम्र को आधार बनाते हुए इस्तीफा दिया था. विजय रूपाणी के प्रबन्धन मे ही साल 2017 के दौरान बीजेपी ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन होने के बाद भी अपनी बड़ी जीत दर्ज की थी.

14. सितम्बर 2021 में विजय रूपाणी ने अपने कार्यकाल के पूरा होने के एक साल पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा (Vijay Rupani resigned from chief minister post in 2021) दे दिया.

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