क्या है बर्ड फ्लू का H10N3 स्ट्रेन ? कैसे करें बर्ड फ्लू से बचाव ?

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देशभर में कोरोना ने कोहराम मचाया हुआ है. हर तरफ संक्रमण और इसका खतरा देखने को मिल रहा है. अब संक्रमणों के इस दौर में एक और फ्लू का नाम सामने आया है. इस फ्लू का नाम है बर्ड फ्लू. हालाँकि बर्ड फ्लू का नाम हमने पहले भी सुना हुआ है लेकिन यह बर्ड फ्लू का ऐसा पहला मामला है जिसे इंसान के अंदर देखा गया है.

दरअसल चीन में बर्ड फ्लू का एच10एन3 (H10N3) स्ट्रेन का मामला देखने को मिला है जिससे कुछ समय पहले ही एक शख्स संक्रमित पाया गया है. इस फ्ल्यू जिसका नाम एच10एन3 से जुड़ी खबरें अब सामने आ रही हैं.

आप भी यदि इस फ्लू से अंजान है तो चलिए आपको बताते हैं कि बर्ड फ्लू का एच10एन3 (H10N3) स्ट्रेन क्या है? बर्ड फ्लू का एच10एन3 (H10N3) के लक्षण क्या है ? और बर्ड फ्लू का एच10एन3 (H10N3) से बचाव कैसे किया जाए ? जैसे ही कई सवालों के बारे में :

H10N3 के बारे में जानने से पहले तो आप यह जान लीजिए कि बर्ड फ्लू के कई प्रकार होते हैं. हमने अब तक कई ऐसे मामले देखे हैं जहां इंसानों को भी बर्ड फ्लू से संक्रमण हुआ है और वे इस H10N3 के कारण बीमार हुए हैं.

H10N3 क्या है ?

एच10एन3 बर्ड फ्लू वायरस का एक गंभीर स्ट्रेन है, बड़े पैमाने पर देखा जाए इसके खतरे काफी कम बताए गए हैं. एवियन इन्फ्लूएंजा के कई स्ट्रेन पाए जाते हैं जिनसे कि लोगों को कई संक्रमणों का खतरा बना रहता है. H5N8 की बात करें तो यह इन्फ्लुएंजा ए वायरस का एक उपप्रकार है. H5N8 से पक्षियों और मुर्गियों के लिए काफी घातक देखा गया है, लेकिन इंसानों पर इसका प्रभाव कम है.

कौनसा वायरस है बर्ड फ्लू के लिए जिम्मेदार ?

ऐसा नहीं है कि एच10एन3 वायरस के कारण ही बर्ड फ्लू होता है. बर्ड फ्लू के लिए कई तरह के वायरस हैं जो जिम्मेदार हैं. इनमें सबसे घातक माना जाने वाला वायरस H5N1 है. इस H5N1 को इंसानों के श्री में बर्ड फ्लू को फ़ैलाने के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार माना जाता है. 

पहले साल 1997 में सबसे पहले बर्ड फ्लू का संक्रमण इंसानों में फैलते हुए देखा गया था जबकि साल 2003 से बर्ड फ्लू का असर चीन के बाद यूरोप, अफ्रीका, एशिया आदि जगहों पर देखने को मिला है. जबकि अब बर्ड फ्लू का जो स्ट्रेन सामने आया है उसका नाम H10N3 स्ट्रेन है.

बर्ड फ्लू के लक्षण क्या है ?

बर्ड फ्लू के लक्षण आमतौर पर गले में खराश के साथ ही खांसी का होना, निमोनिया होना, बुखार आना, मांसपेशियों में दर्द होना आदि दिखाई देते हैं. इस संक्रमण कभी-कभी इतना खतरनाक हो जाता है कि इससे जान भी चली जाती है.

बर्ड फ्लू से कैसे बचा जा सकता है या बर्ड फ्लू से बचाव के तरीके :

इस बीमारी बर्ड फ्लू से बचाव का एक कारगर तरीका है कि आपको मरे हुए या संक्रमित पक्षियों से जितना हो सकते दूर रहना चाहिए. इसके साथ ही यदि किसी व्यक्ति को बर्ड फ्लू होता है तो आपको उससे भी दूर रहना चाहिए.

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