International Labour Day : हेयरमार्केट हत्याकाण्ड को याद करके मनाया जाता है मजदूर दिवस

0

अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस (International Labour Day) को अंतरराष्ट्रीय मज़दूर दिवस और मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है जो अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संघ को प्रचारित और बढ़ावा देने के लिये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। इसे पूरे विश्व भर में 1 मई को मनाया जाता है जो यूरोप में पारंपरिक गर्मी के अवकाश के रुप में घोषित किया गया है।

इसे दुनिया के लगभग 80 देशों में राष्ट्रीय अवकाश के रुप में भी घोषित किया गया है जबकि बहुत सारे देशों में इसे अनाधिकारिक तौर पर मनाया जाता है। ये यूएस और कैनेडा है, विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूरों की महान उपलब्धियों को मनाने के लिये वार्षिक अवकाश के रुप में सितंबर महीने के पहले सोमवार को इसे (श्रमिक दिवस) मनाया जाता है।

इसलिए मनाया जाता है मजदूर दिवस (why we celebrate labour day) :

4 मई 1886 के दिन शिकागो में हेयरमार्केट घटना (हेयरमार्केट हत्याकाण्ड) को याद करके यह दिन मनाया जाता है. 4 मई 1886 को एक बड़ा कार्यक्रम था जब मज़दूरो ने अपने आठ घंटे काम नही करने के लिये आम हड़ताल रखी थी, और पुलिस भी आम लोगों को भीड़ से तितर-बितर करने का अपना कार्य कर रही थी। अचानक से एक अनजाने व्यक्ति के द्वारा भीड़ पर एक बम फेंका गया और पुलिस ने गोली चलाना शुरु कर दिया जिसमें चार प्रदर्शनकारी मारे गये।

आठ घंटे काम न कराने की जरुरत को बढ़ावा देने के लिये साथ ही संघर्ष को खत्म करने के लिये अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस या मई दिवस (May Day) मनाया जाता है। पहले मजदूरों के काम करने की स्तिथि बहुत खराब थी और असुरक्षित परिस्थिति में भी 10 से 16 घंटे तक काम करना होता था । 1860 के दशक के दौरान मजदूरों के लिये कार्यस्थल पर मृत्यु, चोट लगना और दूसरी डरावनी परिस्थिति बेहद आम बात थी। बहुत सारे उद्योगों के विरुद्ध, श्रमिक वर्ग के लोगो (पुरुष, महिला और बच्चे) को बढ़ती मृत्यु , उद्योगों में उनके काम करने के घंटे को कम करने के लिए कार्यकारी दल के लोगों की सुरक्षा के लिये आवाज उठाने की जरुरत थी। मजदूरों और समाजवादियों के द्वारा बहुत सारे प्रयासों के बाद, मजदूरों की अमेरिकन संघ के द्वारा 1884 में श़िकागो के राष्ट्रीय सम्मेलन में मजदूरों के लिये वैधानिक समय के रुप में आठ घंटे को घोषित किया गया।

हेयमार्केट हत्याकाण्ड के दौरान बहुत सारे लोगों ने अपने जीवन का बलिदान किया था जो मजदूरों की हड़ताल के दौरान श़िकागो में हुआ था। कार्यकारी समूह के लोगों की समाजिक और आर्थिक उपलब्धियों को बढ़ावा देने के लिये साथ ही हेयमार्केट नरसंहार की घटना को याद करने के लिये मई दिवस मनाया जाता है। इसके बाद 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में ऐलान किया गया कि हेमार्केट नरसंघार में मारे गये निर्दोष लोगों की याद में 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाएगा और इस दिन सभी कामगारों और श्रमिकों का अवकाश रहेगा।

सबसे पहले मजदूर दिवस की शुरुआत (how labour day started)

मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए सबसे पहले अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस की शुरुआत कनाडा में 1972 में हुई। उसके बाद इसे त्यौहार की तरह अमेरिका में मनाया गया। दुनिया के सभी देशों में अब 1 मई को मजदूर दिवस बनाया जाता है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की टेरिटरी वाले न्यू साउथ वेल्स और साउथ ऑस्ट्रेलिया में 1 मई की बजाय मजदूर दिवस अक्टूबर के पहले सोमवार को मनाया जाता है।

मजदूर दिवस से संबंधित कई महत्वपूर्ण फैक्ट्स

1. मजदूर दिवस की शुरुआत कनाडा में 1972 में हुई। यह मजदूरों के अधिकारों की मांग के लिए शुरू किया गया था।

2. मजदूर दिवस को उत्सव के रूप में पहली बार अमेरिका में 5 सितंबर 1882 को मनाया गया. इस अवसर पर मजदूरों ने भाषण दिए।

3. दुनिया के कई देशों में मजदूर दिवस ‘मई डे’ के रूप में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत शिकागो से हुई थी। मजदूरों ने वहां मांग की कि वे सिर्फ 8 घंटे काम करेंगे | इसके लिए उन्होंने कैंपेन चलाया, हड़ताल और प्रदर्शन भी किया।

4. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि लेबर डे का फाउंडर कौन था? कुछ लोगों का मानना है कि अमेरिकन फेडरेशन ऑफ लेबर के फाउंडर पीटर जे. मैकगुरी ने इसकी शुरुआत की थी, वहीं, कुछ अन्य लोगों का मानना है कि मैथ्यु मैगुरी ने इसकी शुरुआत की।

5. ऑस्ट्रेलिया की टेरिटरी वाले न्यू साउथ वेल्स और साउथ ऑस्ट्रेलिया में मजदूर दिवस अक्टूबर के पहले सोमवार को मनाया जाता है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.