कौन हैं घनश्याम ध्रुव? जो 20 सालों से युवाओं को दे रहे हैं फ्री में सेना भर्ती की ट्रेनिंग

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Ghanshyam Dhruv Exercise Teacher and Trainer – देश के कई युवाओं का सपना होता है कि वे भारतीय सेना का हिस्सा बनें और देश की सेवा करें. इंडियन आर्मी (Indian Army) में भर्ती होने के लिए युवा काफी मेहनत भी करते हैं और सेना का हिस्सा बनाकर अपना और देश का नाम रोशन करते हैं. हालाँकि हर किसी के लिए सेना में भर्ती होना आसान नहीं है. इसके लिए काफी ट्रेनिंग की जरुरत होती है.

बात ट्रेनिंग की हो रही है तो यह देखने को मिलता है कि देश के गांवों में ट्रेनिंग के संसाधनों की काफी कमी होती है और इस कारण ही कई ग्रामीण युवाओं का सेना में भर्ती (Military) होने का सपना अक्सर एक सपना ही रह जाता है. ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो ऐसे युवाओं के लिए न केवल संसाधन देते हैं बल्कि साथ में ही उन्हें ट्रेनिंग भी प्रोवाइड करते हैं.

आज हम ऐसे ही एक व्यक्ति के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनका नाम घनश्याम ध्रुव (Ghanshyam Dhruv) है. घनश्याम ध्रुव छत्तीसगढ़ के धमतरी (Dhamtari, Chhattisgarh) से बिलोंग करते हैं और एक व्यायाम शिक्षक हैं. वे भारतीय सेना में शामिल होने का सपना देखने वाले लड़के और लड़कियों को फ्री में ट्रेनिंग प्रोवाइड करते हैं.

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चलिए जानते हैं घनश्याम ध्रुव कौन हैं ? घनश्याम ध्रुव और लड़के-लड़कियों की फ्री ट्रेनिंग की कहानी करीब से :-

घनश्याम ध्रुव (Ghanshyam Dhruv Exercise Teacher) एक जाने-माने व्यायाम टीचर हैं और अपने गाँव घमतरी के साथ ही यहाँ के आसपास के गांवों में रहने वालों को फ्री में ट्रेनिंग देते हैं. इन ट्रेनिंग में घनश्याम ध्रुव अपने स्टूडेंट्स को इंडियन आर्मी (Indian Army Training) के साथ ही इंडियन नेवी, इंडियन पुलिस (रिटर्न एग्जाम), BSF, CRPF, एयर फाॅर्स आदि में जाना चाहते हैं.

ट्रेनिंग के बारे में ही यह भी बता दें कि घनश्याम ध्रुव पिछले 20 सालों से युवाओं को फ्री में ट्रेनिंग दे रहे हैं. उनका नाम भी काफी फेमस हो चुका है. उनकी ट्रेनिंग इतनी अच्छी होती है कि युवा पूरे उत्साह के साथ इस ट्रेनिंग का हिस्सा बनते हैं. ट्रेनिंग में शामिल होने के लिए युवा सुबह 5 बजे उठकर कुंडेल गांव में मौजूद इलेक्ट्रिक सब स्टेशन पर पहुँच जाते हैं. जिसके बाद टीचर घनश्याम ध्रुव (teacher ghanshyam dhruv) सभी को ट्रेनिंग देना शुरू करते हैं.

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जब घनश्याम ध्रुव ने अपना यह कार्य शुरू किया था तब उनके स्टूडेंट्स में मेल स्टूडेंट्स की संख्या अधिक थी लेकिन अब की बात करें तो बीते कुछ समय से उनके इस ट्रेनिंग ग्रुप को ज्वाइन करने वालों में लड़कियां भी शामिल हो रही हैं. लड़कियां ना केवल इसका हिस्सा बन रही हैं बल्कि बढ़-चढ़कर प्रैक्टिस भी कर रही हैं.

यहाँ ट्रेनिंग लेने वाली अधिकतर लड़कियों का यह कहना है कि घनश्याम ध्रुव सर के द्वारा सेना में भर्ती के लिए सभी जरुरी चीजों पर ध्यान दिया जाता है और सभी गुणों को बारीकी के साथ सभी स्टूडेंट्स को सिखाया जाता है. यहाँ तक कि फिजिकल को लेकर भी सभी कमियों को पूरा किया जाता है.

घनश्याम ध्रुव ने अब तक कई युवाओं को ट्रेनिंग दी है और अच्छी बात यह है कि अब तक इनकी व्यायाम शाला से 42 युवाओं को भारतीय सेना में चयनित भी किया जा चुका है. इस बारे में घनश्याम ध्रुव का कहना है कि अब तक उनकी इस ट्रेनिंग में 42 युवाओ का चयन सेना में हुआ है और सभी की देश के अलग-अलग हिस्सों में पोस्टिंग है.

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युवाओं का मानना है कि घनश्याम ध्रुव सर की ट्रेनिंग वाकई में लाजवाब होती है. अब तक जिन भी युवाओं का चयन सेना में हुआ है वह घनश्याम ध्रुव की ट्रेनिंग के चलते ही संभव हुआ है. यह भी उस स्थिति में हुआ है जब घनश्याम ध्रुव के पास कोई मैदान नहीं है, इसके बावजूद भी वे युवाओं को बेहतर ट्रेनिंग देते हैं.

समाज के लिए घनश्याम ध्रुव एक मिसाल बनकर उभरे हैं. इंडिया के स्टार ऐसे व्यक्तित्व के धनी घनश्याम ध्रुव को सलाम करता है.

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