Satya Pal Malik Biography – जानिए कौन है सत्यपाल मलिक, बयानों को लेकर रहते है सुर्खियों में

Satya Pal Malik Biography - Wiki, Bio, Party, Family, Controversy, Net Worth

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Satya Pal Malik Biography – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम भारतीय राजनीतिज्ञ और मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) के बारे में बात करेंगे. देश के अन्य राज्यपालों के मुकाबले सत्यपाल मलिक अक्सर मीडिया की सुर्ख़ियों में रहते है. सत्यपाल मलिक अक्सर ऐसे बयान देते रहे हैं, जो उन्हें मीडिया की सुर्ख़ियों में ला देते है. उनके कई बयानों पर तो विवाद भी हो जाता है.

दोस्तों सत्यपाल मलिक कौन है? (Who is Satya pal Malik?) यह तो हम जान ही चुके हैं. आगे इस आर्टिकल में हम सत्यपाल मलिक के परिवार (Satya Pal Malik Family), सत्यपाल मलिक की शिक्षा (satya pal malik qualification), सत्यपाल मलिक के धर्म (Satya pal Malik Religion), सत्यपाल मलिक के पोलिटिकल करियर (Satya pal Malik Political Career), सत्यपाल मलिक के विवादित बयान (Satya Pal Malik controversial statement), सत्यपाल मलिक की नेट वर्थ (Satya pal Malik net worth) सहित अन्य मुद्दों पर बात करेंगे. तो चलिए शुरू करते है सत्यपाल मलिक का जीवन परिचय.

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सत्यपाल मलिक जीवनी (Satya pal Malik Biography)

दोस्तों सत्यपाल मलिक का जन्म 24 जुलाई 1946 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के हिसावदा गांव में हुआ था. अगर हम बात करे सत्यपाल मलिक की जाति (Satyapal Malik Cast) की तो बता दे कि वह जाट समुदाय से आते है. सत्यपाल मलिक के पिता का नाम बुध सिंह है. सत्यपाल मलिक की माता का नाम जगबीरी देवी है. पिता की मौत के बाद सत्यपाल मलिक की माता ने ही उनका पालन पोषण किया है. सत्यपाल मलिक की पत्नी का नाम इकबाल मलिक है.

सत्यपाल मलिक शिक्षा (Satya Pal Malik Education)

सत्यपाल मलिक ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा पूर्ण करने के बाद ढिकौली गांव के इंटर कालेज से माध्‍यमिक शिक्षा पूरी की है. इसके बाद सत्यपाल मलिक ने मेरठ कॉलेज से बीएससी और कानून की पढ़ाई की है.

सत्यपाल मलिक के पोलिटिकल करियर (Satya pal Malik Political Career)

सत्यपाल मलिक ने राम मनोहर लोहिया से प्रभावित होकर राजनीति में कदम रखा है. उन्होंने पहली बार 1968 में छात्र संघ का चुनाव लड़ा और मेरठ कॉलेज के अध्यक्ष बने. दो बार मेरठ कॉलेज का अध्यक्ष बनने के बाद सत्यपाल मलिक ने साल 1974 में भारतीय क्रांति दल (बीकेडी) के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा और चुनाव जीतकर विधायक बने.

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सत्यपाल मलिक साल 1980 से साल 1989 तक लगातार 2 बार उत्तरप्रदेश से राज्यसभा के सांसद रहे. इस बीच सत्यपाल मलिक साल 1984 में कांग्रेस में भी शामिल हुए, लेकिन तीन साल बाद ही उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. इसके बाद सत्यपाल मलिक साल 1988 में वीपी सिंह नीत जनता दल में शामिल हुए और साल 1989 में अलीगढ़ से सांसद भी चुने गए. सत्यपाल मलिक 21 अप्रैल 1990 से 10 नवंबर 1990 तक केंद्र सरकार में राज्य मंत्री भी रहे.

साल 2004 में सत्यपाल मलिक भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे अजीत सिंह से हार का सामना करना पड़ा. साल 2014 में भाजपा ने सत्यपाल मलिक को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया. इसके अलावा उन्हें राजस्थान के विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी भी सौंपी गई.

सितंबर 2017 में सत्यपाल मलिक को बिहार का राज्यपाल बनाया गया. इसके बाद अगस्त 2018 में सत्यपाल मलिक को जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाया गया. जम्मू-कश्मीर के बाद सत्यपाल मलिक को गोवा राज्य का राज्यपाल बनाया गया. गोवा के बाद सत्यपाल मलिक मेघालय के राज्यपाल बने.

सत्यपाल मलिक के विवादित बयान (Satya Pal Malik controversial statement)

साल 2019 में सत्यपाल मलिक यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि पटना में कश्मीर से ज्यादामर्डर होते हैं. पटना में एक दिन में जितनी हत्याएं हो जाती हैं, उतनी हत्याएं कश्मीर में एक सप्ताह में होती हैं.

साल 2018 में बाड़मेर के पत्रकार दुर्ग सिंह राजपुरोहित को एससीएसटी केस में गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में आरोप लगा था कि सत्यपाल मलिक के प्रभाव का इस्तेमाल राजपुरोहित को फर्जी केस में फंसाने में किया गया है. इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाँच के आदेश भी दिए थे.

सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा था कि किसानो के लिए वह इस्तीफा देने के लिए भी तैयार है.

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सत्यपाल मलिक ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि, ‘जम्मू कश्मीर का राज्यपाल रहने के दौरान अंबानी और आरएसएस से जुड़े एक शख्स की दो फाइलों को मंजूरी देने के बदले उन्हें 300 करोड़ की रिश्वत का ऑफर दिया गया था.’ हालांकि बाद में उन्होंने इस मामले में RSS का नाम लेने के लिए माफ़ी मांगी थी और कहा था कि मामले का आरएसएस से कोई मतलब नहीं.

अक्टूबर 2021 में सत्यपाल मलिक ने यह कहकर सनसनी मचा दी थी कि गोवा की बीजेपी सरकार में बहुत भ्रष्टाचार है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस पर ध्यान देना चाहिए.

सत्यपाल मलिक नेट वर्थ (satya pal malik net worth)

एक वेबसाइट के अनुसार सत्यपाल मलिक की नेट वर्थ 1 करोड़ 64 लाख रूपए के करीब हो सकती है.

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