Uddhav Thackeray Biography :- प्रसिद्ध फोटोग्राफर थे उद्धव, जानिए कैसे बने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री

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Uddhav Thackeray Biography – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बारे में बात करेंगे. इसके अलावा उद्धव ठाकरे की एक पहचान और है कि वह हिन्दू ह्रदय सम्राट कहे जाने वाले स्वर्गीय बाला साहेब ठाकरे के बेटे हैं. बहुत कम लोग जानते होंगे कि उद्धव ठाकरे किसी समय वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी थे. लेकिन बाद में जब पिता का स्वास्थ्य ख़राब रहने लगा तो वह राजनीति में आए और शिवसेना को संभाला. उद्धव ठाकरे की बदौलत ही आज शिवसेना ना सिर्फ सरकार में हैं बल्कि वह खुद मुख्यमंत्री भी बने.

दोस्तों हम यह तो जान ही हैं कि उद्धव ठाकरे कौन है? (Who is Uddhav Thackeray) आगे इस आर्टिकल में हम उद्धव ठाकरे के परिवार (Uddhav Thackeray Family), उद्धव ठाकरे के राजनीतिक जीवन (Uddhav Thackeray Political Life) सहित अन्य चीजों के बारे में जानेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं उद्धव ठाकरे का जीवन परिचय.

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उद्धव ठाकरे जीवनी (Uddhav Thackeray Biography)

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का जन्म 27 जुलाई 1960 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता बाला साहेब ठाकरे ने ही शिवसेना का गठन किया था. उनकी माता का नाम मीना ठाकरे और पत्नी का नाम रश्मि ठाकरे है. उनके दो बेटे है- आदित्य ठाकरे और तेजस ठाकरे. आदित्य ठाकरे वर्तमान में पिता उद्धव ठाकरे की सरकार में मंत्री भी है.

उद्धव ठाकरे की शिक्षा (Uddhav Thackeray Education)

उद्धव ठाकरे ने स्कूली शिक्षा बाल मोहन विद्या मंदिर स्कूल से प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने सर जमशेदजी जीजीभाय स्कूल ऑफ़ आर्ट, मुंबई विश्वविद्यालय से आगे की पढ़ाई की.

फोटोग्राफी से रहा है लगाव

सक्रिय राजनीति में आने से पहले उद्धव ठाकरे का वन्यजीव फोटोग्राफी काफी लगाव रहा है. वह एक प्रसिद्ध फोटोग्राफर हैं और वार्षिक प्रदर्शनियों में उनकी तस्वीरों को काफी महत्व दिया जाता रहा है. हालांकि सक्रिय राजनीति में आने के बाद वह फोटोग्राफी को समय नहीं दे पाए.

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उद्धव ठाकरे का राजनीतिक सफ़र (Uddhav Thackeray Political Journey)

साल 1985 में मुंबई महानगरपालिका में शिवसेना की जीत में उद्धव ठाकरे का बड़ा योगदान था. उनकी सक्रिय राजनीति में एंट्री 90 के दशक में हुई थे. उद्धव ठाकरे के सक्रिय राजनीति में आने के बाद उनके और राज ठाकरे के बीच मतभेद शुरू हो गए. साल 1997 के मुंबई महानगरपालिका के चुनावों में भी उद्धव ठाकरे ने सक्रिय भूमिका निभाई. वहीं साल 2002 में मुंबई महानगरपालिका के चुनावों की जिम्मेदारी पूरी तरह से उद्धव ठाकरे को ही सौंप दी गई.

राज ठाकरे ने किया उद्धव ठाकरे के नाम का एलान

साल 2003 में शिव सेना का पार्टी सम्मेलन महाबलेश्वर में आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन में बाला साहेब ठाकरे की अनुपस्थिति में राज ठाकरे ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पद के लिए उद्धव ठाकरे के नाम का एलान किया. माना जाता है कि राज ठाकरे पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पद के लिए उद्धव ठाकरे के नाम से खुश नहीं थे, लेकिन बाला साहेब ठाकरे के कहने पर उन्हें यह करना पड़ा.

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शिवसेना को किया मजबूत

उद्धव ठाकरे का व्यक्तित्व बाला साहेब ठाकरे के व्यक्तित्व से विपरीत माना जाता है. वह बाला साहेब ठाकरे जैसे आक्रामक नहीं है. इसके बावजूद साल 2012 में बाला साहेब ठाकरे की मृत्यु के बाद उन्होंने शिवसेना को एकजुट रखा. साल 2014 में मोदी लहर होने के बावजूद विधानसभा चुनाव में उद्धव के नेतृत्व में शिव सेना ने 63 सीटें जीतीं थी. वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने.

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