UPSC क्या है ? UPSC की तैयारी कैसे करें ?

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UPSC यानि संघ लोक सेवा आयोग भारत की सबसे मुश्किल एक्साम्स में से एक है. UPSC का फुल फॉर्म Union Public Service Commission यानि संघ लोक सेवा आयोग है. UPSC के द्वारा अखिल भारतीय सेवा, केंद्रीय सेवा, भारतीय संघ के सशस्त्र बल आदि के लिए भर्ती प्रक्रिया का आयोजन किया जाता है.

यह एक ऐसी एग्जाम है जिसे नेशनल लेवल पर सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट के अंतर्गत 24 सेवाओं में भर्ती के लिए बनाया गया है. यही कारण है कि यह देश की सबसे कठिन परीक्षाओं की लिस्ट में शामिल है यानि देश को अच्छे लोग सर्विस में मिल सकें.

अधिक जानकारी देते हुए चाहिए आपको बताते हैं कि UPSC क्या है ? UPSC के अंतर्गत कौनसे पद आते हैं ? UPSC का काम क्या है ? UPSC की तैयारी कैसे होती है ? UPSC की भर्ती प्रक्रिया क्या है ? आदि के बारे में विस्तार से :

UPSC क्या है ?

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि UPSC का फुल फॉर्म Union Public Service Commission है. यह लेवल A और B अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों की भर्ती को लेकर बनाया गया स्वतंत्र संगठन है. UPSC की शुरुआत 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी. जिसका मुख्यालय देश की राजधानी नई दिल्ली में है.

UPSC के द्वारा प्रतिवर्ष सिविल सर्विस एग्जाम का आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों उम्मीदवार भाग लेते हैं. UPSC के अंतर्गत कई पदों के लिए आवेदन किया जाता है.

(UPSC की ऑफिसियल वेबसाइट : https://www.upsc.gov.in/)

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UPSC के अंर्तगत कौन-कौनसे पद आते हैं ?

UPSC परीक्षा के तहत कई बड़े पद आते हैं जिनपर चयन होने के बाद व्यक्ति को देश की सेवा का मौका मिलता है. ये पद हैं ;

IAS : भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS full form Indian Administrative Service)

IPS : भारतीय पुलिस सेवा (IPS full form Indian Police Service) 

IRS : भारतीय राजस्व सेवा (IRS full form Indian Revenue Service)

IFS : भारतीय विदेश सेवा (IFS full form Indian Foreign Service)

UPSC के अंतर्गत आयोजित की जाने वाली कुछ परीक्षाएं :

  • Indian Forest Service examination
  • Combined Defence Services Examination
  • Engineering Services Examination
  • National Defence Academy Examination
  • Naval Academy Examination
  • Combined Medical Services Examination
  • Special Class Railway Apprentice
  • Indian Economic Service/Indian Statistical Service Examination
  • Combined Geoscientist and Geologist Examination
  • Central Armed Police Forces (Assistant Commandant)

UPSC के अंतर्गत क्या कार्य आते हैं ?

संघ लोक सेवा आयोग के पास अनुच्छेद 320 (संविधान) के अंतर्गत सिविल सेवाओं तथा पदों के लिए भर्ती से जुड़ी सभी जिम्मेदारियों का वहन किया जाता है. यदि इन सेवाओं को पदों को लेकर कोई भी निर्णय लिया जाता है तो उससे पहले आयोग से पूछा जाना जरुरी होता है. 

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UPSC के कार्य अनुच्छेद 320 के तहत कुछ इस प्रकार से आते हैं :

  • संघ सेवाओं में नियुक्‍ति हेतु परीक्षा का आयोजन
  • इंटरव्यू या साक्षात्‍कार के माध्यम से उम्मीदवार की भर्ती की जाना
  • प्रोन्‍नति/ प्रतिनियुक्‍ति/आमेलन के तहत ऑफिसर्स की नियुक्ति की जाना
  • सेवा और पदों को ध्यान में रखते हुए भर्ती नियमों को तैयार करना
  • सभी अनुशासकीय मामले जो सिविल सेवाओं से जुड़े हो उनका ध्यान रखना
  • देश के राष्‍ट्रपति द्वारा दिए गए मामलों में परामर्श देना.

कैसी होती है UPSC की भर्ती प्रक्रिया ?

UPSC एग्जाम की तैयारी करना जैसा अपने आप में काफी कठिन काम है तो वहीं इसकी एग्जाम भी किसी मामले में कम नही है. UPSC एग्जाम के अंतर्गत तीन लेवल पार करना होते हैं जिसके बाद ही आप किसी एक पद को पा सकते हैं. UPSC के तीन लेवल कुछ इस प्रकार है : Prelims, Mains और Personality Test.

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1. UPSC Prelims Exam : UPSC में Prelims एग्जाम पहला चरण है जो आपको क्वालीफाई करना बेहद जरुरी है. हालाँकि प्रीलिम्स में जो अंक आपको प्राप्त होते हैं उन्हें मेरिट लिस्ट में नहीं गिना जाता है. प्रीलिम्स एग्जाम में दो वस्तुनिष्ठ पेपर लिए जाते हैं. सामान्य अध्ययन II (CSAT) का पेपर Qualifying पेपर रहता है. जबकि दूसरे पपर में पास होने के लिए आपको कम से कम 33 प्रतिशत अंक आना जरुरी है. प्रीलिम्स एग्जाम के पेपर में माइनस मार्किंग भी होती है और हर गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक कम किए जाते हैं. इसे क्लियर करने के बाद ही अगले स्टेप की तरफ बढ़ा जाता है.

2. UPSC Mains Exam : UPSC Mains Exam में टोटल 9 पेपर लिए जाते हैं. प्रीलिम्स एग्जाम को क्लियर करने के बाद उम्मीदवार को मैन्स के 9 पेपर देना होते हैं. मैन्स के सभी पेपर्स वर्णनात्मक यानि डिस्क्रिप्टिव टाइप के होते हैं. मैन्स की एग्जाम को 5 से 7 दिनों के भीतर आयोजित किया जाता है. सभी पेपर्स में उम्मीदवार को कम से कम 25 प्रतिशत लाना जरुरी है.

3. Personality Test or Interview : इसे UPSC एग्जाम की लास्ट एग्जाम कह सकते हैं. कैंडिडेट का इंटरव्यू कैसा होता है उस आधार पर ही मेरिट लिस्ट तय होती है. इंटरव्यू के लिए कैंडिडेट को अधिकतम आवंटित अंक 275 हैं. यानि मेरिट सूची के लिए 2025 अंक होते हैं. इंटरव्यू के दौरान कैंडिडेट से जनरल नॉलेज के साथ ही कई सोशल मुद्दों को लेकर सवाल किए जाते हैं.

कैंडिडेट की सोच को टेस्ट करने के लिए सवाल पूछते हैं इनमें कई चीजें जैसे कैंडिडेट की मेंटल अलर्टनेस, प्रॉब्लम सोल्व करने की स्किल, जजमेंट, इंटेलिजेंस आदि टेस्ट की जाती हैं. इसके बाद ही कैंडिडेट का चयन होता है.

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कैसे करें UPSC की तैयारी ?

यह देश की सबसे कठिन एक्साम्ज़ में से एक है. इस कारण ही इसकी तैयारी भी काफी टफ होती है. यदि आप भी UPSC की तैयारी कर रहे हैं तो आपको 12 वीं क्लास पास करने के बाद से ही इसके बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए. सिविल सेवा की तैयारी करने के लिए 2 से 3 साल का समय लगता है जो कि काफी संघर्ष से भरा हुआ होता है. परीक्षा की तैयारी की शुरुआत NCERT की बुक्स पढने से शुरू होता है. इसके लिए कुछ खास बिंदु हैं. जैसे :

  1. सिविल सेवा से सम्बन्धित सभी बुक्स का आपके पास होना.
  2. आपकी उम्र और योग्यता इसके समतुल्य होना.
  3. UPSC की तैयारी से पहले ही इसके बेसिक्स के बारे में पूरी जानकारी होना.
  4. एक शेड्यूल बनाकर उसके अनुसार पढाई करते रहता.
  5. समय समय पर अपनी तैयारी को चेक भी करते रहना की कितनी हुई है.
  6. न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करना आदि.

ये सब वे अहम बातें हैं जो किसी भी व्यक्ति को जो UPSC की तैयारी कर रहा है के लिए बेहद इम्पोर्टेन्ट हैं.

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