अहमदुल्ला शाह फैजाबादी के नाम पर अयोध्या मे बनने वाली मस्जिद का नाम, जानें कौन हैं अहमदुल्ला शाह फैजाबादी ?

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राम मंदिर (Ram mandir) का निर्माण अयोध्या (ayodhya) में किया जा रहा है. अयोध्या के राम मंदिर (ayodhya ram mandir) से देशभर की आस्था जुडी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) के द्वारा इस मंदिर के लिए भूमि पूजन (ram mandir bhoomi poojan) किया जा चूका है और इसके बाद से ही मंदिर के काम में लगातार प्रगति आ रही है. राम मांदरी के निर्माण पर देशभर की नजरें टिकी हुई हैं.

राम मंदिर (ram mandir) लोगों के विश्वास का प्रतीक माना जाता है और अयोध्या में इसका निर्माण एक एतिहासिक कार्य है जिसमें पूरा देश ही बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है. भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या (ram mandir born place ayodhya) पर मंदिर बनाने को लेकर काफी समय से असमंजस बना हुआ था, जिसके साफ होने के बाद सभी खुश हैं.

राम मंदिर के साथ ही अयोध्या में एक मस्जिद (ram mandir with masjid) का भी निर्माण भी किया जाएगा. मंदिर से कुछ दुरी पर ही यह मस्जिद बनाई जाने वाली है. इसके लिए जगह का चयन भी पहले ही किया का चुका है. मस्जिद का निर्माण कार्य भी जल्द ही शुरू होने वाला है. लेकिन मस्जिद के बारे में यह कहा जा रहा है कि इसे मुगल शासक बाबर (mughal emperor babar) को समर्पित नहीं किया जाने वाला है.

जी हाँ, इस बारे में जानकारी देते हुए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के कुछ जानकारी सामने रखी है. इस जानकारी के अनुसार यह बताया गया है कि इस मस्जिद को एक स्वतंत्रता सेनानी (masjid named on freedom fighter) के नाम पर रखा जाने वाला है.

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साल 1857 के स्वतंत्रता सेनानी अहमदुल्ला शाह फैजाबादी (Ahmadullah Shah Faizabadi) को सम्मान देते हुए इस मस्जिद का नाम भी उन्हीं के नाम पर रखा जाने वाला है. हलाकि कई लोग यह नहीं जानते हैं कि अहमदुल्ला शाह फैजाबादी कौन थे ? (who was Ahmadullah Shah Faizabadi) और उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में क्या योगदान दिया था. 

तो चलिए बताते हैं अहमदुल्ला शाह फैजाबादी कौन थे ? अहमदुल्ला शाह फैजाबादी के बारे में विस्तार से : (who was Ahmadullah Shah Faizabadi and bout Ahmadullah Shah Faizabadi)

अहमदुल्ला शाह फैजाबादी के बारे में आईआईएफसी के सचिव का कहना है कि वे एक स्वतंत्रता सेनानी थे. अयोध्या में मस्जिद के अन्दर ही ही जो म्यूजियम बनाया जा रहा है. उसमें इस  बात को भी विस्तार से बताया जाएगा कि स्वतंत्रता की लड़ाई में हिन्दू-मुस्लिम दोनों ही कम्युनिटी ने मिलकर दम दिखाया था.

आजादी की लड़ाई में हिंदू और मुस्लिम ने साथ में कदम से कदम मिलाए और अंग्रेजों का डटकर सामना किया. अहमदुल्ला शाह फैजाबादी के बारे में सचिव कहते हैं कि अहमदुल्लाह शाह ने अपना दम दिखाया था और इस लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी. बात अंग्रेजों की करें तो उन्हें अन्रेज जीते जी नहीं पकड़ पाए थे.

यहाँ तक कि अहमदुल्ला शाह फैजाबादी को पकड़ने के लिए अंग्रेजों ने 50 हज़ार चांदी के सिक्के के इनाम की घोषणा भी की थी. इस घोषणा को सुनने के बाद शाहजहांपुर के राजा जगन्नाथ सिंह ने उनकी हत्या की गई. उन्होंने अहमदुल्ला शाह फैजाबादी के सिर को अंग्रेजों को सौंपा था जिसके बाद उन्हें इनाम में 50 हजार चांदी के सिक्के मिले थे.

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मस्जिद के बारे में खास अपडेट :

अयोध्या में राम मंदिर के समीप बन रही इस मस्जिद का काम जल्द ही शुरू होने वाला है. इस मस्जिद में हॉस्पिटल जैसी सुविधा भी लोगों को दी जाएगी. यहीं नहीं इसके साथ ही लोगोंन को यहाँ म्यूजियम और कम्युनिटी किचन भी देखने को मिलने वाला है. मस्जिद के बारे में भी यह कहा जा रहा है कि यह बेहद ही खूबसूरत होने वाली है.

अहमदुल्ला शाह फैजाबादी के नाम पर रखी जाने वाली मस्जिद के नाम के बारे में इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सेक्रेटरी अतहर हुसैन का कहना है कि, 5 जून के दिन वे लोग स्वतंत्रता सेनानी अहमदुल्लाह शाह को याद करते हैं. अहमदुल्ला शाह फैजाबादी की वीरता के कारण ही उन्हें अवध के प्रकाश स्तंभ भी कहा जाता है. 

यही वजह है कि लोगों ने इस बारे में काफी विचार किया और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि धन्नीपुर में बनाए जाने वाले हॉस्पिटल से लेकर मस्जिद, म्यूजियम, कम्युनिटी किचन आदि का नाम उन्हीं के नाम पर रखा जाए. 

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