कौन हैं गौरव वासन ? बाबा का ढाबा को कैसे किया गौरव वासन ने फेमस ?

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बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) का नाम तो आप सबने सुना ही होगा. बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) नाम काफी चर्चा में रहा है और इसका कारण हैं गौरव वासन (Gaurav Wasan). लेकिन गौरव वासन कौन हैं ? (who is Gaurav Wasan?) और गौरव वासन (Gaurav Wasan) क्या करते हैं ? इस बारे में कम ही लोग जानते हैं. तो चलिए आपको बताते हैं कौन हैं गौरव वासन (Gaurav Wasan kaun hain ?) ? और बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) को फेमस करने में गौरव वासन (Gaurav Wasan and baba ka dhaba) ने कैसे की मदद /

सबसे पहले कौन हैं गौरव वासन (Gaurav Wasan) ?

गौरव वासन (Gaurav Wasan) के बारे में आपको बता दें कि वे एक यूट्यूबर हैं. वे बीते काफी समय से यूट्यूब पर अपने खाने से जुड़े हुए वीडियोज शेयर करते हैं. गौरव वासन (Gaurav Wasan) के यूट्यूब चैनल का नाम स्वाद ऑफिसियल है. इस चैनल पर लाखों की संख्या में सब्सक्राइबर हैं. गौरव इस चैनल से अपने वीडियोज शेयर करते हैं जिन्हें दर्शकों का काफी प्यार भी मिलता है.

गौरव वासन (Gaurav Wasan) खाने के शौक़ीन हैं और अलग-अलग जगहों पर जाकर लोगों को खाने से जुडी बातें बताते रहते हैं. गौरव वासन (Gaurav Wasan) देश की कई जगहों पर जाकर अलग-अलग डिशेस के बारे में भी बताते रहते हैं.

यूट्यूब (Youtube) पर उनके फैंस अक्सर ही इस बात का वेट करते हैं कि गौरव वासन (Gaurav Wasan) कौनसी अलग डिश कौनसी जगह से लोगों के लिए लाने वाले हैं. गौरव वासन (Gaurav Wasan) भी अपने फैंस को वेट ना करवाते हुए नई-नई डिश अपने फैंस के लिए लेकर आते हैं.

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बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) कहाँ हैं और इसके मालिक कौन हैं ? Baba ka Dhaba kaha hai ?

‘बाबा का ढाबा (baba ka dhaba)’ रेस्टोरेंट साउथ दिल्ली के मालवीय नगर की शिवालिक कॉलोनी में हनुमान मंदिर के सामने बी ब्लॉक में स्थित हैं. इस ढाबे पर चाय-नाश्ते से लेकर लंच तक मिलता है. ‘बाबा का ढाबा (baba ka dhaba)’ को एक बुजुर्ग दंपत्ति चलाता है. इन बाबा का नाम कांता प्रसाद है.

बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) को गौरव वासन (Gaurav Wasan) के कारण ही देशभर में पहचान मिली और एक बड़ा रेस्टोरेंट भी खोल लिया था. लेकिन अब कांता प्रसाद वापस से अपने छोटे से बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) पर लौट आए हैं और काम कर रहे हैं.

बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) और गौरव वासन (Gaurav Wasan baba ka dhaba) की कहानी :

मालूम हो कि कुछ समय पहले ही बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) पर गौरव पहुंचे थे. गौरव ने यहाँ से ‘बाबा का ढाबा (baba ka dhaba)’ का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म यूट्यूब पर अपने चैनल स्वाद ऑफिसियल से शेयर किया था. यह इस वीडियो में कांता प्रसाद रोते हुए नजर आ रहे थे और बता रहे थे कि लॉकडाउन के बाद उनके ढाबे पर बहुत कम लोग आ रहे हैं. इस कारण उनकी आमदनी बहुत कम हो गई है. उनका गुजारा करना मुश्किल हो गया है.

इस वीडियो को शेयर करते हुए गौरव वासन (Gaurav Wasan) ने लोगों से कांता प्रसाद की मदद करने की अपील की थी. गौरव वासन (Gaurav Wasan) द्वारा अपलोड किया हुआ वीडियो इतना वायरल हुआ कि रवीना टंडन, सुनील शेट्टी, स्वरा भास्कर, सोनम कपूर, क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन समेत तमाम हस्तियों ने लोगों से ‘बाबा का ढाबा (baba ka dhaba)’ चलाने वाले कांता प्रसाद की मदद करने के अपील की.

इसका असर यह हुआ कि ‘बाबा का ढाबा (baba ka dhaba)’ पर ग्राहकों की भीड़ लग गई. लोग ‘बाबा का ढाबा (baba ka dhaba)’ पर खाना खाकर उनकी मदद करने लगे. यही नहीं बड़ी संख्या में देश भर से लोगों ने कांता प्रसाद को ऑनलाइन दान भी दिया. कई लोगों ने ‘बाबा का ढाबा (baba ka dhaba)’ पर आकर उन्हें आटा, दाल, चावल जैसी चीजें भी दान किया.

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पैसे आने के बाद बाबा ने मालवीय नगर में एक नया रेस्टोरेंट खोल लिया था. रेस्टोरेंट काफी अच्छा था और पहले ढाबे से काफी एडवांस भी था. बाबा ने यहाँ 2 शेफ और 1 स्पोर्टिंग स्टाफ भी अपने साथ काम करने के लिए रखा था, जो अब बंद हो चुका है. बाबा को सहायता के रूप में 40 लाख से ज्यादा रुपये मिले थे. बाबा ने बताया कि मासिक खर्च लगभग 1 लाख रुपये था, जबकि औसत मासिक बिक्री कभी 40,000 रुपये से अधिक नहीं हुई. इसलिए उन्हें अपना रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा.

कैसे हुई थी बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) की शुरुआत ?

कांता प्रसाद ने उस समय अपने इंटरव्यू में कहा था कि उम्र 80 साल से ज्यादा है. मैं और मेरी पत्नी 1988 से ‘बाबा का ढाबा (baba ka dhaba)’ चला रहे हैं. मैं और मेरी पत्नी सुबह 6 बजे आकर ढाबा खोलते हैं और 9 बजे तक खाना तैयार कर देते हैं. बदामी सब्जियां काटती और मैं बनाता हूं. लॉकडाउन के बाद ढाबे की कमाई ना के बराबर होने लगी. अक्सर खाना बच जाता था, उसे ही घर ले जाकर खाते थे. कई बार राशन नहीं होने से भूखे ही सोना पड़ता था.

गौरव वासन (Gaurav Wasan) का सफ़र :

ऐसा नहीं है कि गौरब वासन ने पहली बात कोई खाने से जुड़ा हुआ वीडियो शेयर किया हो और वह फेमस हुआ हो. पहले भी कई बार हम उनके बारे में यह सुन चुके हैं कि गौरव किसी गरीब के रेस्टोरेंट पर पहुंचे हैं और लोगों से उनकी मदद करने की अपील की हो. लेकिन बाबा का ढाबा (baba ka dhaba) वाली घटना के चलते उनका नाम और उनके बडप्पन की कहानी रातोंरात लोगों तक पहुची है.

आखिर में गौरब ने सबकुछ ठीक होने के बाद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से कांता प्रसाद के साथ फोटो शेयर करते हुए यही लिखा कि, ‘अंत भला तो सब भला. गलती करने वाले से बड़ा गलती माफ करने वाला होता है. (मेरे मां-बाप ने हमेशा यही सीख दी है).’  

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