बेसहारा बच्चियों का सहारा हैं पद्मश्री Bibi Prakash Kaur, जानिए उनकी कहानी

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Who is Bibi Prakash Kaur Padma Shri – 

हमारे देश में कई सामाजिक कार्यकर्ता ऐसे हैं जिनके काम के बारे में सुनकर ही सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. इन नामों में से ही एक नाम है बीबी प्रकाश कौर का, जिन्हें अपने सामाजिक कार्यों के लिए भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया है. बीबी प्रकाश कौर (Bibi Prakash Kaur) पंजाब राज्य के जालंधर की रहने वाली हैं और परिवारों के द्वारा ठुकराई गई लड़कियों के लिए काम करती हैं.

बीबी प्रकाश कौर जब 12-13 साल की थीं तब से ही वे यह काम कर रही हैं. उनके द्वारा एक यूनिक होम का निर्माण किया गया है जहाँ बेसहारा बच्चियों को सहारा दिया जाता है और माता-पिता का प्यार भी दिया जाता है. दरअसल प्रकाश कौर को खुद उनके माता-पिता के द्वारा भी त्याग दिया गया था जिसके बाद उन्होंने यह काम करने का मन बनाया.

आज हम आपको बीबी प्रकाश कौर कौन हैं ? बीबी प्रकाश कौर की बायोग्राफी, बीबी प्रकाश कौर की कहानी आदि के बारे में बात करने जा रहे हैं. आज हम बीबी प्रकाश कौर की जीवनी और उनकी लाइफ के हर पहलू के बारे में बात करेंगे. तो चलिए जानते हैं विस्तार से.

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कौन हैं बीबी प्रकाश कौर ? Who is Bibi Prakash Kaur ?

बीबी प्रकाश कौर एक सामाजिक कार्यकर्ता है जो परिवार के द्वारा त्यागी गई बच्चियों को पालती हैं और अपने यूनिक होम में रखती हैं. यहाँ वे बच्चियों को माता-पिता का प्यार देती हैं. बीबी प्रकाश कौर को अपने इन्हीं कामों के लिए भारत सरकार की तरफ से पद्मश्री पुरस्कार (Padma Shri Bibi Prakash Kaur Story) ने भी सम्मानित किया गया है.

बीबी प्रकाश कौर की बायोग्राफी / बीबी प्रकाश कौर की कहानी : Bibi Prakash Kaur Biography :

पंजाब के जालंधर की रहने वाली बीबी प्रकाश कौर का कहना है कि उनका यूनिक होम (Bibi Prakash Kaur Unique Home) बेसहारा बच्चियों को ना केवल सहारा देता है बल्कि साथ ही यहाँ उन्हें मां-बाप का प्यार भी मिलता है.

दरअसल प्रकाश कौर एक ‘यूनिक होम’ (Unique Home Jalandhar) संस्था का संचालन करती हैं और यहाँ वे 9 दिन से 20 साल तक की लड़कियों की देखभाल कर रही हैं. फ़िलहाल उनके इस होम में 80 से भी अधिक बच्चियां हैं जिनका पालन-पोषण किया जा रहा है. बीबी प्रकाश कौर ने अब तक करीब 15 लड़कियों की यहाँ से शादी भी की है.

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यूनिक होम में बीबी प्रकाश कौर हर साल 24 अप्रैल को सभी बच्चों का जन्मदिन मनाती हैं और एक बड़ा केक भी कटवाती हैं.

यहाँ के बच्चों की खास बात है कि सभी बच्चे इंग्लिश मीडियम स्कूलों में भी पढ़ सकते हैं और शहर के बड़े मॉल्स में खरीदारी भी कर सकते हैं. इसके साथ ही बच्चियां हर साल गर्मी के सीजन में हिल स्टेशन पर भी जा सकती हैं.

बीबी प्रकाश कौर और यूनिक होम के बारे में यह कहा जाता है कि यदि कोई बच्ची यहाँ तक पहुँच जाती है तो उसे आसरा जरुर मिल जाता है. क्योंकि यहाँ पर बच्चियों का पालन-पोषण से लेकर शादी तक भी करवाई जाती है.

इसके साथ ही बीबी प्रकाश कौर के पास यूनिक होम की एक नई इमारत भी बनाई गई है जहन पर बच्चियों को पढ़ाने के साथ ही पर्सनालिटी डेवलपमेंट के बारे में भी बताया जाता है.

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बीबी प्रकाश कौर को उनके कामों को देखते हुए भारत सरकार ने पद्मश्री से नवाजा है. वे इस अवार्ड को पाने के बाद कहती हैं कि अब बच्चियों के प्रति उनकी जिम्मेदारियां और भी अधिक बढ़ गई हैं.

पद्मश्री बीबी प्रकाश कौर लोगों से निवेदन करते हुए कहती हैं कि वे बच्चियों को झाड़ियों में नहीं फेंके बल्कि हमें दे दें. इसके साथ ही यदि किसी के लिए बच्चियों को पालना मुश्किल हो रहा है तो वे भी उन्हें हमें सौंप सकते हैं.

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