Cadila Pharmaceuticals : क्या है कैडिला फार्मास्युटिकल्स? जानें कैडिला फार्मा के बारे में

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हेलो दोस्तों ! आप सभी ने फार्मा सेक्टर में तेजी से बढ़ती हुई कम्पनी कैडिला फार्मास्युटिकल्स (Cadila Pharmaceuticals) का नाम तो सुना ही होगा. कैडिला फार्मास्युटिकल्स देश के राज्य गुजरात के शहर अहमदाबाद में स्थित एक इंडियन इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल्स ग्रुप (Cadila Pharmaceuticals:Indian multinational pharmaceutical group) है. कैडिला का नाम देश में 6 दशक से भी अधिक समय से फ़ैल रहा है.

कैडिला फार्मा (Cadila Pharma) को इस सेक्टर में काम करते हुए 60 सालों से भी अधिक का समय हो चुका है. और आज वे एपीआई-इंटरमीडिएट्स, फॉर्मूलेशन, ओटीसी-फूड सप्लीमेंट्स, बायोटेक्नोलॉजी उत्पाद और फार्मास्युटिकल मशीनरी से लेकर उत्पादों के निर्माण पर ध्यान दे रहे हैं.

आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कैडिला फार्मास्युटिकल्स के बारे में. जैसे कैडिला फार्मास्युटिकल्स क्या है ? कैडिला फार्मास्युटिकल्स की हिस्ट्री ? आदि के बारे में. तो चलिए जानते हैं विस्तार से :

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1. साल 1951 के दौरान इंद्रवदन ए मोदी (Indravadan Modi, Indravadan A. Modi) महाराष्ट्र के मुंबई में एक फर्म में केमिस्ट की नौकरी किया करते थे. लेकिन उन्होंने अपने बचपन के दोस्त रमनभाई पटेल (Ramanbhai Patel) के साथ मिलकर काम करने का मन बनाया और इसके बाद कैडिला लेबोरेटरीज (Cadila Laboratories) को शुरू किया. उन्होंने जिस समय अपनी नौकरी को छोड़ा था उस समय उनके पास केवल 25 हजार रुपए की पूंजी ही थी.

यही नहीं उन्होंने कैडिला लेबोरेटरीज की शुरुआत एक किराए के बंगले से की थी . उनकी इस कैडिला लेबोरेटरीज की शुरुआत काफी अच्छी रही और इसे शुरू किए जाने के पहले साल में ही कंपनी ने लगभग 1.25 लाख रुपए का बिज़नस हासिल किया.

2. हालाँकि साल 1995 के दौरान दोनों परिवारों यानि मोदी और पटेल ने द्वारा बिज़नस को दो भागों में डीवाइड करने के लिए मन बनाया गया. व्यापर को विभाजित किया गया और इसे दो संस्थाओं में बांटा गया. एक कैडिला फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (Cadila Pharmaceuticals Ltd) जिसे इंद्रवदन ए मोदी और उनके बेटे डॉ राजीव मोदी के स्वामित्व और नियंत्रण में रखा गया और दूसरे कैडिला हेल्थकेयर (Cadila Healthcare) को रमनभाई पटेल और पंकज पटेल परिवार के नियंत्रण में रखा.

3. राजीव मोदी और आई ए मोदी के द्वारा कैडिला फार्मा को चलाने के लिए मिलकर काम किया गया. आज हम जिस कैडिला फार्मा को जानते हैं वह निजी तौर पर देश में सबसे बड़ी फार्मा कंपनियों में से एक बन चुकी है.

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4. कैडिला फार्मास्यूटिकल्स के द्वारा की जाने वाले निर्माण सर्विसेज को WHO-GMP, UK-MHRA, यूएसएफडीए-एपीआई, टीजीए-ऑस्ट्रेलिया और एआईएफए-इटली जैसे इंटरनेशनल ऑपरेशंस के द्वारा अप्रूव किया जाता है.

5. साल 2019 के दौरान कैडिला फार्मा के द्वारा रोगियों के दिल के इलाज के लिए नॉर्वेजियन स्टार्ट-अप, सेर्का फार्मास्युटिकल्स के साथ डील की गई है.

“कैडिला फार्मा के चेयरमैन राजीव मोदी से जुडी एक खबर साल 2018 में काफी जोरों पर थी और वह इसलिए क्योंकि राजीव मोदी ने अपनी पत्‍नी मोनिका को तलाक दिया था. यह तलाक उनकी 26 साल की शादी के बाद हुआ था. राजीव मोदी और मोनिका के तलाक को गुजरात का सबसे महंगा तलाक (Gujarat’s most expensive divorce rajiv and monika) कहा जाता है क्योंकि राजीव ने मोनिका को 200 करोड़ रुपए का ड्राफ्ट दिया था.”

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