Dainik Bhaskar – कब हुई थी दैनिक भास्कर की शुरुआत? कैसे बना देश का नंबर 1 अख़बार ?

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Dainik Bhaskar History in Hindi –

DB कारपोरेशन लिमिटेड के द्वारा प्रकाशित हिंदी अख़बार दैनिक भास्कर (Dainik Bhaskar) को आज देशभर में पहचान मिली हुई है. दैनिक भास्कर की शुरुआत साल 1958 में रमेशचंद्र अग्रवाल (Ramesh Chandra Agarwal) के द्वारा मध्य प्रदेश के भोपाल से हुई थी. देश के एक छोटे से शहर से शुरू हुआ यह अख़बार आज देश के सबसे पॉपुलर अख़बारों में शामिल है.

मध्य प्रदेश के साथ ही दैनिक भास्कर आज देश के 11 और राज्यों से भी प्रकाशित किया जाता है. इन राज्यों में मध्यप्रदेश, बिहार, दिल्ली, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं. इन सब राज्यों में दैनिक भास्कर (Dainik Bhaskar) के कुल 65 संस्करण प्रेषित किए जाते हैं.

इंडियन रीडरशिप सर्वे 2017 (Indian Readership Survey 2017) में दैनिक भास्कर को देश में सबसे अधिक पढ़े जाने वाले अख़बारों में चौथा स्थान दिया गया है. इसके साथ ही हिंदी अख़बारों में भी इस अख़बार कि चौथा स्थान मिला हुआ है.

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ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि आज दैनिक भास्कर देश का एक प्रमुख हिंदी दैनिक अख़बार बन चुका है. साल 2015 में दैनिक भास्कर को देश का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अख़बार घोषित किया गया था.

दैनिक भास्कर का इतिहास (History of Dainik Bhaskar) :

साल 1956 के दौरान मध्य प्रदेश के भोपाल से दैनिक भास्कर का पहला अख़बार प्रकाशित किया गया था. उस समय दैनिक भास्कर का नाम सुबह सवेरे (Subah Savere) रखा गया था. जिसके बाद साल 1957 में इसे ग्वालियर में ‘गुड मॉर्निंग इंडिया’ (Good Morning India) के नाम से प्रकाशित किया गया है. इसके महज एक साल के बाद ही यानि साल 1958 में अख़बार का नाम बदलकर इसे भास्कर (Bhaskar) समाचार रखा गया और साल 2010 में इसे एक बार फिर से बदला गया और ‘दैनिक भास्कर’ (Dainik Bhaskar) रखा गया. तब से लेकर अब तक इसका नाम परिवर्तित नहीं किया गया है.

दैनिक भास्कर के बारे में खास बातें :

साल 1995 के दौरान दैनिक भास्कर (Dainik Bhaskar in Madhya Pradesh) मध्य प्रदेश का मुख्य समाचार घोषित किया गया था. इस दौरान जब पाठकों से इसे लेकर राय ली गई तो इसे सबसे तेजी से बढ़ता हुआ अख़बार कहा गया और साथ ही यह निर्णय भी हुआ कि इसका प्रसार अब बाहर भी किया जाना चाहिए. इसके बाद इसे राजस्थान के जयपुर में शुरू किया गया.

साल 1996 में जयपुर (Dainik Bhaskar in Rajasthan) में शुरू होने के साथ ही एक दिन में 50 हजार अख़बार की प्रतियां बेचकर यह दूसरा सबसे बड़ा अख़बार बन गया. 

दैनिक भास्कर ने पहली बार 19 दिसम्बर 1996 के दिन मध्य प्रदेश के बाहर अख़बार प्रकाशित किया. इसकी 1,72,347 पप्रतियां बेचने के साथ ही इसने राजस्थान पत्रिका (Rajashan Patrika) को पीछे छोड़ा और पहले स्थान पर पहुंच गया. साल 1999 के दौरान दैनिक भास्कर राजस्थान में पहले स्थान पर पहुंच गया.

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हिंदी भाषा में दैनिक भास्कर ने अपना नाम बनाने के बाद अंग्रेजी भाषा की तरफ अपना रुख करने का मन बनाया. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि हिंदी भाषा की बजाय अंग्रेजी भाषा में अख़बार काफी अधिक मात्रा में बिकता है. दैनिक भास्कर ने साल 2000 के मई महीने के दौरान चंडीगढ़ में हिंदी के साथ अंग्रेजी भाषा में भी अख़बार शुरू किया. इसके साथ ही दैनिक भास्कर ने अंग्रेज़ी अख़बार द ट्रीबिउन को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया.

जिसके बाद से दैनिक भास्कर के पाठकों में हर साल वृद्धि हो होती जा रही है और धीरे-धीरे यह हर किसी की पहली पसंद बनता जा रहा है. साल 2015 तक देश में अंग्रेजी अख़बार सबसे अधिक पढ़े जाते थे लेकिन इस साल के दौरान ही दैनिक भास्कर (India’s Most Popular Paper Dainik Bhaskar) देश का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अख़बार बन गया.

दैनिक भास्कर को क्रमशः मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, झारखंड, बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, जम्मू और कश्मीर, दिल्ली, चंडीगढ़, महाराष्ट्र, आदि जगहों पर प्रकाशित किया जाता है. 

वहीं दैनिक भास्कर की पत्रिकाओं में कई नाम जैसे रसरंग, नवरंग, बाल भास्कर, मधुरिमा आदि शामिल हैं. इसके साथ ही दैनिक भास्कर 17 रेडियो चैनल भी संचालित करता है.

दैनिक भास्कर की वेबसाइट www.bhaskar.com है जोकि भारत की सबसे लोकप्रिय वेबसाइट्स में से एक है.

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