PF के पैसों से खरीदी डॉ. आर.पी. यादव ने लड़कियों के लिए बस, बन गए एक जीती-जागती मिसाल
हेलो दोस्तों ! हमारे सामने कई बार ऐसे किस्से आते हैं जिन्हें सुनकर हमें प्रेरणा मिलती है. ऐसा ही एक किस्सा एक ऐसे डॉक्टर से जुड़ा हुआ है जो अपने एक नेक काम के चलते चर्चा में बने हुए हैं. दरअसल इन्होने अपने खुद के पैसों से कॉलेज की लड़कियों के लिए एक बाद खरीदी है. आपको लग रहा होगा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया? या ऐसा करने के पीछे क्या वजह है? तो चलिए हम बताते हैं कि आखिर डॉक्टर साहब में ऐसा क्यों किया ? और कैसे वे देखते ही देखते लोगों के लिए मोटिवेशन बनकर सामने आए हैं. जानते हैं डॉक्टर के बारे में :
सबसे पहले बता दें कि इन डॉक्टर का नाम डॉ. आर.पी. यादव है और ये राजस्थान के कोटपूतली के रहने वाले हैं. डॉक्टर की उम्र 62 साल है. आर.पी. यादव सेवा में रहते हुए लोगों की मदद करते आए लेकिन सेवानिवृत्त होने के बाद भी वे लोगों के दिलों में अपनी जगह बना रहे हैं. दरअसल हुआ कुछ यूँ कि जब डॉक्टर को यह बात पता चली कि कोटपूतली गांव की लड़कियां पढ़ाई करने के लिए अपने गाँव से पैदल ही अपने कॉलेज तक जाती हैं तो आर. पी. यादव ने एक बड़ा कदम उठाया.
पैदल जाने की बात के पता चलने के बाद आर. पी. यादव ने एक बस खरीदने का फैसला किया. डॉक्टर को यह बात अच्छे से पता है कि पढ़ाई का लोगों के जीवन में क्या महत्व होता है. इसी को समझते हुए उन्होंने बस खरीदने के लिए पैसों का इंतजाम भी काफी अलग तरीके से किया. दरअसल डॉक्टर ने अपने पीएफ के पैसों से लड़कियों के लिए बस खरीदने का फैसला किया. यह रकम भी छोटी नहीं थी. लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने इसे खरीदने का फैसला किया और लड़कियों के लिए 19 लाख रुपए की बस खरीदी.
गौरतलब है कि आजकल की लाइफ में आम व्यक्ति अपने सैलरी का एक हिस्सा अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए पीएफ के रूप में जमा करता है. इस रकम को आने वाले समय के लिए सभी सेव करना चाहते हैं. ऐसे में इससे लड़कियों के लिए बस खरीदना एक बड़ी बात है और इसके लिए ही डॉक्टर साहब की तारीफ की जा रही है.
इस बात से तो हम सभी वाकिफ हैं कि आज भी देश में कई जगहें ऐसी हैं जहाँ लड्कियों या बच्चों के पास स्कूल या कॉलेज जाने के लिए पर्याप्त साधन नहीं होता और वे इससे वंचित रह जाते हैं. यातायात को लेकर कई बार तो ऐसा भी होता है कि बच्चे मीलों तक पैदल चलकर जाते हैं. कई जगहों के बारे में तो हमने यह तक भी सुना है कि बच्चों ने नदी पार करके या पहाड़ चढ़कर अपनी पढ़ाई को पूरा किया. ऐसी स्थिति में डॉक्टर यादव की यह खबर दिल को सुकून देने के साथ ही प्रेरणा देने का काम भी करती है.
डॉक्टर की इस स्टोरी को आईएएस ऑफिसर अवनीश शरण ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर किया है. सोशल मीडिया पर इस खबर के आने के बाद से ही लोग डॉक्टर यादव की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. कई लोग उन्हें मसीहा बता रहे हैं तो कई लोग यह भी कह रहे हैं कि हमें भी आम जिन्दगी में ऐसे काम करना चाहिए.
IAS Officer Awanish Sharan के इस पोस्ट पर लोग लिख रहे हैं, आज की जिन्दगी में कम ही लोग ऐसे हैं जो लोगों की मदद के लिए दिल से सामने आते हैं. कम ही लोग अपने खुद के पैसों से लोगों की मदद भी करते हैं और सभी के लिए एक मिसाल बनकर सामने आते हैं.
तो दोस्तों आपको डॉ. आर.पी. यादव के बारे में यह जानकारी कैसी लगी ? हमें कमेंट्स के जरिए जरुर बताएं.