How to Become a CA : CA की तैयारी कैसे करें ? कैसे बनें CA ?

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How to Become a CA and How to prepare for CA exam in hindi – 

चार्टेड अकाउंटेंट यानि सीए (Chartered Accountant or CA) बनना कई लोगों का सपना होता है लेकिन इसकी तैयारी करना काफी कठिन माना जाता है. जिस कारण हर कोई सीए नहीं बन पाता है. सीए बनने के लिए ना केवल कठिन मेहनत बल्कि साथ ही काफी लगन की जरूरत भी होती है. चार्टेड अकाउंटेंट यानि सीए (Chartered Accountant or CA) का काम फाइनेंस से जुड़ी जानकारी अपने क्लाइंट्स को देना, फाइनेंसियल सलाह देना, बिज़नेस अकाउंट (Business Account) को मैनेज करना, टैक्स और टैक्स रिटर्न के बारे में जानकारी रखना आदि होता है.

सीए को किसी भी कंपनी या फिर के लिए बेहद खास हिस्सा माना जाता है. जैसे ही आप सीए की पढ़ाई को पूरा कर लेते हैं तो आपको किसी MNC या मल्टीनेशनल कंपनी (Multi National Company) में काम मिलना काफी आसान हो जाता है. इसके अलावा आप किसी बैंक या प्राइवेट काम करके भी अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं.

लेकिन जैसा कि हमने आपको बताया कि सीए बनने के लिए बहुत मेहनत की जरूरत होती है. तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको सीए कैसे बनें ? (How to become a CA) सीए की पढ़ाई कैसे करें ? (Education for CA)) सीए बनने के लिए योग्यता, सीए बनने के लिए कोर्स (Course for CA) आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं सीए से जुड़ी सभी बातों को विस्तार से (How to become a CA in hindi).

सबसे पहले सीए बनने के लिए आवेदकों को एग्जाम देना होती है, जिसका आयोजन तीन चरण में होता है. इन एग्जाम में सफल होने के बाद ही उम्मीदवार का सीए बनने के सपना पूरा हो सकता है. ये तीन एग्जाम इस प्रकार हैं:

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1. CA फाउंडेशन कोर्स (CA foundation course) :

इस पोस्ट के लिए उम्मीदवार का 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना जरुरी है. जैसे ही आप 12वीं पास कर लेते हैं आपको CA फाउंडेशन कोर्स की तैयारी करना होती है. पहले इस कोर्स को CPT के नाम से जाना जाता था, जिसके अंतर्गत उम्मीदवारों को CA की एग्जाम के लिए एंट्रेंस टेस्ट करवाता जाता था. इसके लिए स्टूडेंट्स का 10वीं पास करने के बाद ही रजिस्ट्रेशन करना जरुरी होता था.

हालाँकि अब इस CPT का नाम भी CA फाउंडेशन कोर्स कर दिया गया है और साथ ही रजिस्ट्रेशन भी 12वीं क्लास के बाद करवाना होता है. इस कोर्स की मान्यता 3 साल तक होती है. यदि आप तीन साल में इसे पास करने में असमर्थ रहते हैं तो आपको इसके लिए फिर से रजिस्ट्रेशन करना होता है.

इस कोर्स के लिए फीस 11300 रुपए बताई जाती है जोकि रजिस्ट्रेशन फीस है. इसके साथ ही यदि आप किसी कोचिंग से इस कोर्स के लिए तैयारी करते हैं तो उसके लिए आपको अलग से फीस देना होती है. हर साल मई और नवम्बर महीने के दौरान इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है.

CA फाउंडेशन कोर्स करने के लिए जब आप रजिस्ट्रेशन कर लेते हैं तो आपको पढ़ाई के लिए 4 महीने का समय दिया जाता है. जिसके बाद एक फाउंडेशन एग्जाम फॉर्म भरा जाता है और एग्जाम में शामिल हुआ जाता है. इस एग्जाम में 4 तरफ के पेपर होते हैं. जिसके लिए उम्मीदवार को 3 घंटे का समय मिलता है. सभी पेपर 100 अंकों के लिए होते हैं और इनमें 40 प्रतिशत अंक लाना जरुरी होता है जबकि सभी पेपर्स को मिलाकर 50 प्रतिशत अंक आना अनिवार्य है.

चलिए आपको बताते हैं सभी विषयों और उनके अंकों के बारे में :

Principal and Practices of Accounting : 100 Marks

Business Mathematics : 60 Marks

Statistics : 40 Marks

Mercantile Law : 60 Marks

General English : 40 Marks

Business Economics : 60 Marks

Business and Commercial Knowledge : 40 Marks

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2. CA इंटरमीडिएट कोर्स (CA intermediate course) :

जब स्टूडेंट के द्वारा CA फाउंडेशन को क्रैक कर लिया जाता है तब जाकर उम्मीदवार दूसरे चरण में कदम रखता है और CA इंटरमीडिएट कोर्स में शामिल होता है. साथ ही आपको इस बारे में भी बता दें कि स्टूडेंट या उम्मीदवार CA कोर्स में सीधे तरीके से भी अप्लाई कर सकते हैं.

कर लेने वाले अभ्यर्थियों दूसरा चरण अपनाते हुए CA इंटरमीडिएट कोर्स करने में के लिए शामिल होना पड़ता है | इसके लिए अभ्यर्थी foundation रूट या CA कोर्स में सीधी भर्ती के लिए अप्लाई कर सकते है.

अब चाहे स्टूडेंट ने किसी भी स्ट्रीम के साथ अपना ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा किया हो, उसके लिए CA फाउंडेशन कोर्स अनिवार्य नहीं होता है. हाँ लेकिन यह बात ध्यान में रखना बेहद ही जरुरी है कि अभ्यर्थी का ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में कॉमर्स में कम से कम 55 प्रतिशत अंक होना जरुरी है और अन्य में 60 प्रतिशत होना जरुरी है.

CA इंटरमीडिएट कोर्स के अंतर्गत टोटल 8 पेपर होते हैं और ये सभी पेपर 100 अंकों के होते हैं. सभी पेपर्स में स्टूडेंट या अभ्यर्थी को 40 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होता है. और इसके साथ ही सभी पेपर्स को मिलाकर 50 प्रतिशत अंक आना अनिवार्य है.

चलिए आपको बताते हैं सभी विषयों और उनके अंकों के बारे में :

Group I

Accounting : 100 Marks

Corporate Laws & Other Laws : 100 Marks

Company Law : 60 Marks

Other Laws : 40 Marks

Cost and Management Accounting : 100 Marks

Taxation : 100 Marks

Income-Tax Law : 60 Marks

Indirect Taxes : 40 Marks

Group II

Advanced Accounting : 100 Marks

Auditing and Assurance : 100 Marks

Enterprise Information Systems & Strategic Management : 100 Marks

Enterprise Information Systems : 50 Marks

Strategic Management : 50 Marks

Financial Management & Economics for Finance : 100 Marks

Financial Management : 60 Marks

Economics for Finance Marks : 40 Marks

जब एक बार CA इंटरमीडिएट कोर्स के रजिस्ट्रेशन किया जाता है तो यह 4 साल के लिए मान्य होता है. इसके लिए एग्जाम साल में मई और नवम्बर के महीने के दौरान किया जाता है. साथ ही यह भी जान लें कि इसके लिए उम्मीदवार को 27200 रुपए फीस देना होती है.

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3. CA फाइनल एग्जाम कोर्स (CA final exam course) :

CA इंटरमीडिएट को क्लियर करने के बाद अभ्यर्थी को 3 साल की CA आर्टिकलशिप के लिए आवेदन करना होता है. इस कोर्स को एक प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के तौर पर देखा और कराया जाता है. उम्मीदवार के द्वारा 6 माह पूर्व ही CA फाइनल के लिए आवेदन किया जा सकता है. चूँकि यह CA बनने की दिशा में आखिरी कदम होता है इसलिए यह कठिन भी होता है. इस अंतिम चरण को पास करने के साथ ही अभ्यर्थी को सीए के पद के लिए भी नियुक्ति मिल मिल जाती है.

जब एक बार CA फाइनल एग्जाम के लिए अभ्यर्थी के द्वारा रजिस्ट्रेस्शन कर दिया जाता है तो इसकी मान्यता 5 साल तक के लिए होती है. यदि स्टूडेंट इसे 5 साल में भी पास नहीं कर पाते हैं तो वे फिर से इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. CA फाइनल एग्जाम के लिए अभ्यर्थी को 32300 रुपए फीस देना पड़ती है.

इसके साथ ही पढने के लिए स्टूडेंट को रजिस्ट्रेशन के बाद 4 महीने का टाइम मिलता है. जिसके बाद फाइनल एग्सजाम भरा जाता है और एडमिट कार्ड के साथ एग्जाम सेंटर में एंट्री मिलती है. यह बात ध्यान रखने योग्य है कि एडमिट कार्ड होने पर ही परीक्षा केंद्र में आपको प्रवेश मिलता है.

CA फाइनल एग्जाम कोर्स के अंतर्गत टोटल 8 पेपर होते हैं. सभी पेपर्स में स्टूडेंट या अभ्यर्थी को 40 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होता है. और इसके साथ ही सभी पेपर्स को मिलाकर 50 प्रतिशत अंक आना अनिवार्य है.

चलिए आपको बताते हैं सभी विषयों और उनके अंकों के बारे में :

Financial Reporting

Strategic Financial Management

Advanced Auditing and Professional Ethics

Corporate and Allied Laws

Advanced Management Accounting

Information Systems Control and Audit

Direct Tax Laws

Indirect Tax Laws

जब अभ्यर्थी CA फाइनल एग्जाम को पास कर लेता है तो उसे I CAI में रजिस्टर करना पड़ता है. जैसे ही यह प्रोसेस कम्पलीट हो जाती है तो उसे CA पर के लिए नियुक्त किया जाता है. इसके बाद आप किसी मल्टीनेशनल कंपनी का हिस्सा बनकर या किसी बैंक या फर्म का हिस्सा बनकर एक CA के तौर पर काम कर सकते हैं.

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