Jagan Mohan Reddy Biography – भ्रष्टाचार के मामले में जेल जा चुके है जगन मोहन रेड्डी

Jagan Mohan Reddy Biography - Wiki, Bio, History, Politics, Wife, Net Worth and More

0

Jagan Mohan Reddy Biography – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) के बारे में बात करेंगे. जगन मोहन रेड्डी एक ऐसा नेता है, जिन्होंने अपने खुद के दम पर राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. जगन मोहन रेड्डी ने ना सिर्फ खुद की पार्टी बनाई बल्कि महज कुछ साल में ही अपननी पार्टी को इस ऊँचाई पर ले गई कि वह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने.

दोस्तों जगन मोहन रेड्डी कौन है? (Who is Jagan Mohan Reddy) यह तो हम सभी जानते ही है. आगे इस आर्टिकल में हम जगन मोहन रेड्डी के पिता (Jagan Mohan Reddy Father), जगन मोहन रेड्डी के इतिहास (Jagan Mohan Reddy History), जगन मोहन रेड्डी के राजनीतिक सफर (Jagan Mohan Reddy Political Journey), जगन मोहन रेड्डी के परिवार (Jagan Mohan Reddy Family), जगन मोहन रेड्डी की  नेट वर्थ (jagan mohan reddy net worth) सहित अन्य चीजों के बारे में बात करेगे. तो चलिए शुरू करते है जगन मोहन रेड्डी का जीवन परिचय.

Jawaharlal Nehru Biography : भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू

जगन मोहन रेड्डी जीवनी (Jagan Mohan Reddy Biography)

दोस्तों जगन मोहन रेड्डी का जन्म 21 दिसंबर 1972 को आंध्र प्रदेश के कड्डप्पा में हुआ था. जगन मोहन रेड्डी का पूरा नाम (Jagan Mohan Reddy Full Name) येदुगूरी संदिंटि जगन मोहन रेड्डी है.

जगन मोहन रेड्डी का परिवार (Jagan Mohan Reddy Family)

जगन मोहन रेड्डी के पिता (jagan mohan reddy father) का नाम वाई. एस. राजशेखर रेड्डी है. राजशेखर रेड्डी भी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. जगन मोहन रेड्डी की माता का नाम वाई. एस. विजयम्मा है. जगन मोहन रेड्डी की बहन का नाम वाई. एस. शर्मीला रेड्डी है. जगन मोहन रेड्डी की पत्नी (Jagan Mohan Reddy Wife) का नाम वाई. एस. भारती है.

जगन मोहन रेड्डी का राजनीतिक सफर (Jagan Mohan Reddy Political Journey)

यह कहानी शुरू होती है साल 2004 से. दरअसल साल 2004 में आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला. कांग्रेस की इस जीत में जगन मोहन रेड्डी के पिता वाईएसआर रेड्डी का बड़ा योगदान था. उन्होंने पूरे राज्य में पदयात्रा निकाली, जिसका चुनाव में असर देखने को मिला. इसी के साथ कांग्रेस ने वाईएसआर रेड्डी को आंध्र प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया. यह वह समय था जब जगन मोहन रेड्डी राजनीति के गलियारों से वाकिफ हो रहे थे. वाईएसआर रेड्डी ने पूरे 5 साल तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभाला.

जगन मोहन रेड्डी ने अपने करियर की शुरुआत बतौर कारोबारी की थी. वाईएसआर रेड्डी के मुख्यमंत्री रहते हुए जगन मोहन रेड्डी के कारोबार में तेजी से वृद्धि हुई. एक छोटे से पावर प्लांट के मालिक जगन मोहन रेड्डी इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर सीमेंट फैक्ट्री और मीडिया के बिजनेस तक में कूद गए. साल 2009 तक जगन मोहन रेड्डी के पास अच्छी खासी संपत्ति हो गई. इस दौरान विपक्ष ने वाईएसआर रेड्डी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए.

lal krishna advani biography – साल 2005 में की थी सबसे बड़ी राजनीतिक चूक

साल 2009 में आंध्र प्रदेश में फिर से विधानसभा चुनाव हुए. इस चुनाव में कांग्रेस को एक साधारण बहुमत मिल सका. इसी के साथ वाईएसआर रेड्डी ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनने की तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन इसी दौरान एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई. वाईएसआर रेड्डी के निधन के बाद पार्टी विधायक जगन मोहन रेड्डी को सीएम बनाने की मांग करने लगे लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने वरिष्ठ नेता के रोसैय्या को मुख्यमंत्री बनाया.

दूसरी तरफ खुद को मुख्यमंत्री ना बनाने से नाराज जगन मोहन रेड्डी ने साल 2011 में कांग्रेस से अपनी राह अलग करते हुए नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया. जगन मोहन रेड्डी ने अपने पिता के नाम पर वाईएसआर कांग्रेस बनाई. जगन मोहन रेड्डी के साथ 18 कांग्रेसी विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी और वाईएसआर कांग्रेस में शामिल हो गए. इन 18 सीटों पर साल 2012 में उपचुनाव हुए. जिनमें से 15 सीटों पर वाईएसआर कांग्रेस ने जीत दर्ज की. इसी के साथ जगन मोहन रेड्डी की नई पार्टी ने अपने पहले ही चुनाव में धमाकेदार दस्तक दी.

साल 2014 में आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें वाईएसआर कांग्रेस को 175 में से 67 सीटें मिली. इस चुनाव में तेलुगू देशम पार्टी ने जीत दर्ज की और चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री बने. साल 2014 में मिली हार के बाद जगन मोहन रेड्डी ने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए कडप्पा से श्रीकाकुलम तक पदयात्रा की जिसको प्रस्थानम का नाम दिया. इस पदयात्रा के चलते जगह मोहन रेड्डी की लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ती गई.

साल 2019 में आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिला. वाईएसआर कांग्रेस ने चुनाव में 175 सीटों में से 150 सीटों पर जीत दर्ज की. इसी के साथ जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. 30 मई 2019 को जगन्मोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी.

Sardar Patel Biography – उस मीटिंग की कहानी, जिसके कारण प्रधानमंत्री नहीं बन सके सरदार

जगन मोहन रेड्डी के विवाद (Jagan Mohan Reddy controversy)

जगन मोहन रेड्डी भ्रष्टाचार को लेकर विवादों में रहे है. विपक्ष के नेताओं का आरोप था कि साल 2003 में जगन मोहन रेड्डी की संपत्ति करीब 10 लाख रुपये थी जबकि साल 2011 में चुनाव के दौरान  दिए हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति 300 करोड़ रूपए बताई थी. इस मामले को लेकर कांग्रेस के एक मंत्री और टीडीपी के दो नेताओं ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. जिसके बाद जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ सीबीआई जाँच के आदेश दिए गए थे. इस मामले में जगन मोहन रेड्डी को गिरफ्तार भी किया गया था.

जगन मोहन रेड्डी की  नेट वर्थ (jagan mohan reddy net worth)

एक वेबसाइट के अनुसार जगन मोहन रेड्डी के पास करीब 65 करोड़ रूपए की संपत्ति है.

Leave A Reply

Your email address will not be published.