Sanjal Gavande : कौन हैं संजल गावंडे ? जिन्होंने रोशन किया देश का नाम

0

अंतरिक्ष के सफ़र से भारत की कई बेटियों के नाम जुड़ते जा रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही हमने एक नाम सुना था सिरिशा बांदला (Sirisha Bandla) का, जिन्होंने अंतरिक्ष का सफ़र किया और देश का नाम रोशन किया. इसके साथ ही अब एक नाम संजल गावंडे (sanjal gavande) का भी चर्चा में आ गया है. सभी यह बात जानने को आतुर हैं कि संजल गावंडे कौन हैं? और संजल गावंडे ने ऐसा क्या किया है कि उनका नाम हो रहा है.

तो आपको बता दें कि संजल गावंडे का नाम अंतरिक्ष रॉकेट के कारण सुर्ख़ियों में हैं. वे उस टीम का हिस्सा हैं जो टीम 20 जुलाई 2021 को अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने वाला है. तो चलिए इसी के साथ जानते हैं संजल गावंडे के बारे में.

कौन हैं संजल गावंडे ? क्या करती हैं संजल गावंडे ? संजल गावंडे की बायोग्राफी : (Who is sanjal gavande? sanjal gavande biography)

Sirisha Bandla : अंतरिक्ष की सैर कर लौटी भारत की बेटी, जानिए सिरिशा बांदला कौन हैं?

संजल गावंडे महारष्ट्र के कल्याण की रहने वाली हैं और अपने काम से अपने देश भारत का नाम रोशन करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. उन्होंने ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) का रॉकेट को बनाने में अहम किरदार निभाया है. इससे पहले संजल मर्करी मरीन रेसिंग कार (Mercury Marine Racing Car) की डिजाइनिंग भी कर चुकी हैं.

आपको बता दें कि ब्लू ओरिजिन के CEO जेफ़ बेजोस (Jeff Bezos) हैं और वे भी इस अंतरिक्ष के सफ़र में तीन लोगों के साथ जाने वाले हैं.

देश का नाम रोशन करने वाली संजल गावंडे की उम्र 30 साल है और वे ब्लू ओरिजन कंपनी में बतौर सिस्टम इंजीनियर (sanjal gavande system engineering) के रूप में काम को अंजाम दे रही हैं एवं खुद की पहचान बना रही हैं.

संजल के पिता का नाम अशोक गावंडे है और वे डोंबिवली महापालिका में काम करते थे, अब वे रिटायर हो चुके हैं. जबकि उनकी मां का नाम सुरेखा गावंडे हैं और वे MTNL में काम करती थीं.

कौन हैं नंबी नारायणन? जिनकी लाइफ पर आर माधवन बना रहे हैं फिल्म “रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट”

संजल गावंडे की पढ़ाई के बारे में बात करें तो यह कल्याण के ही कोलसेवाड़ी परिसर के मॉडल स्कूल से हुई है. यहाँ से पढ़ाई करने के बाद संजल ने 12वीं की पढ़ाई बिड़ला कॉलेज से की है. उन्होंने साल 2011 के दौरान मुंबई विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. जिसके बाद साल 2013 में उन्होंने अपनी मास्टर डिग्री पूरी की.

जिसके बाद संजल ने जीआरआई, टोफेल आदि एग्जाम दिए और इनमें सफल भी हुई. इतना कुछ करने के बाद संजल ने मिशिगन टेक विश्वविद्यालय, अमेरिका में MS में आवेदन दिया. संजल गावंडे की स्पेशलिटी यह है कि उन्हें सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की काफी अच्छी समझ है और इस कारण ही उनका चुनाव भी ब्लू ओरिजिन ने अपने मिशन न्यू शेपर्ड (blue origin new shepard launch) के लिया किया था.

जैसे ही न्यू शेपर्ड मिशन के लिए संजल का चयन हुआ तो उनकी मां ने कहा कि मिशन के लिए टीम में चयन होने के साथ ही संजल का सपना पूरा हो गया है.

Rakesh Sharma Biography – जब अंतरिक्ष में गूंजा ‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां…

Leave A Reply

Your email address will not be published.