जबरन नसबंदी, रुखसाना सुल्‍ताना से करीबी और मृत्यु, जानिए संजय गांधी की कहानी

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Sanjay Gandhi Biography – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम भारत के पूर्व राजनेता और भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी के बारे में बात करेंगे. संजय गांधी भारत के एक ऐसे राजनेता थे जो लोकप्रिय तो थे ही, साथ ही विवादों में रहते थे. खासकर उनके द्वारा चलाया गया नसबंदी कार्यक्रम को लेकर भारी विरोध हुआ था. संजय गांधी मात्र 34 वर्ष की उम्र में इस दुनिया से चले गए. कहा जाता है कि अगर संजय गांधी इतनी कम उम्र में इस दुनिया से नहीं जाते तो आने वाले समय में वह देश के प्रधानमंत्री बनते.

दोस्तों हम यह तो जान ही चुके हैं कि संजय गांधी कौन थे. (who was sanjay gandhi) आगे इस आर्टिकल में हम संजय गांधी की पत्नी (sanjay gandhi wife) का नाम क्या था?, संजय गांधी की बेटी (Sanjay Gandhi daughter) का नाम क्या था?, संजय गांधी की मौत (When did Sanjay Gandhi die) कब हुई?, संजय गांधी की मौत कैसे हुई? (How was Sanjay Gandhi dead), संजय गांधी के विवादित फैसलों (Sanjay Gandhi controversial decision) सहित अन्य चीजों के बारे में बात करेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं संजय गांधी का जीवन परिचय.

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संजय गांधी जीवनी (Sanjay Gandhi Biography)

दोस्तों संजय गांधी का जन्म 14 दिसम्बर 1946 को नई दिल्ली में हुआ था. संजय गांधी के पिता का नाम फिरोज गांधी था. संजय गांधी की माता का नाम इंदिरा गांधी था. संजय गांधी के नाना देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु थे. संजय गांधी के बड़े भाई का नाम राजीव गांधी था.

संजय गांधी शिक्षा (Sanjay Gandhi Education)

संजय गांधी ने अपने बड़े भाई की तरह अपनी स्कूली शिक्षा दून के दो स्कूलों वेल्हम बॉयज स्कूल एवं दून स्कूल से पूरी की. संजय गांधी बचपन से ही बहुत जिद्दी स्वभाव के थे. पढ़ाई-लिखाई में उनका मन बिल्कुल नहीं लगता था. इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी की लाख कोशिशों के बाद भी संजय गांधी ने विश्वविद्यालय में पढ़ाई नहीं की.

हालांकि संजय गांधी को कारों का बहुत शौक था और वह ऑटोमोबाइल इंजीनियर बनना चाहते थे. इसके लिए संजय गांधी ने इंग्लैंड के क्रेवे में रोल्स-रॉयल्स के साथ एक ट्रेनी के रूप में तीन साल तक कार्य किया. इसके बाद संजय गांधी भारत आ गए और अपने बड़े भाई की तरह हवाई जहाज का पायलट बनने की ट्रेनिंग लेकर कमर्शियल पायलट का लाइसेंस हासिल किया.

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संजय गांधी करियर (Sanjay Gandhi career)

साल 1974 से पहले तक तो कांग्रेस का देश में एकछत्र राज हुआ करता था. लेकिन साल 1974 आते-आते तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के खिलाफ देश में विरोध के स्वर उठने लगे. केंद्र सरकार के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल, विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला शुरू हो गया. इसके अलावा इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 12 जून 1975 को इंदिरा गांधी को चुनावों में धांधली का दोषी पाया और उनके रायबरेली से सांसद के रूप में चुनाव को अवैध करार दे दिया. साथ ही उन्होंने अगले छह सालों तक इंदिरा गाँधी के चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी.

इस कारण इंदिरा गाँधी के सामने लोकसभा छोड़कर राज्यसभा जाने का रास्ता भी खत्म हो गया. ऐसी स्थिति में इंदिरा के सामने प्रधानमंत्री पद छोड़ने के सिवा सिर्फ एक ही रास्ता बचा था और वह था आपातकाल लगाने का और वह उन्होंने किया. इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को आधी रात को आपातकाल लागू कर दिया. आपातकाल में जनता के संवैधानिक अधिकारों को निरस्त कर दिया और कई नेताओं और बुद्धिजीवियों को जेल भेज दिया गया.

आपातकाल के दौरान संजय गांधी ने इंदिरा गांधी के सलाहकार की भूमिका निभाई. इस दौरान उन्होंने अपनी मनमर्जी से कई फैसले लिए. कहा जाता है कि आपातकाल के दौरान लिए गए ज्यादातर कठोर फैसले इंदिरा गांधी के नहीं बल्कि संजय गांधी के हुआ करते थे. उस समय संजय गांधी ना तो निर्वाचित प्रतिनिधि थे और न ही वे किसी संवैधानिक व प्रशासनिक पद पर, लेकिन उनका इंदिरा गांधी की सरकार में भारी दखल था. कहा जाता है कि संजय गांधी के दखल के कारण ही तत्कालीन सूचना और प्रसारण मंत्री इंद्र कुमार गुजराल ने इंदिरा गांधी की सरकार से इस्तीफा दे दिया था.

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संजय गांधी का नसबंदी अभियान

आपातकाल के दौरान संजय गांधी ने देश की बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए नसबंदी को अनिवार्य कर दिया. इस अभियान को सफल बनाने के लिए ‘संजय गांधी ब्रिगेड’ के सदस्य मैदान में उतरे और उन्होंने अपने नेता को खुश करने के लिए लोगों को जबरदस्ती पकड़कर उनकी नसबंदी करना शुरू कर दी. माना जाता है कि उस दौरान लगभग 4 लाख लोगों की जबरन नसबंदी की गई थी. सरकार के इस फैसले से आम जनता के मन में भारी असंतोष पैदा हो गया.

किशोर कुमार के गानों पर प्रतिबंध

एक बार महशूर गायक किशोर कुमार ने भारतीय युवा कांग्रेस के एक समारोह में गाने से इनकार कर दिया. इसके बाद संजय गांधी उनसे इतने नाराज हो गए कि उन्होंने किशोर कुमार के गानों को ऑल इंडिया रेडियो पर प्रतिबंधित करवा दिया था.

संजय गांधी की पत्नी (sanjay gandhi wife)

संजय गांधी ने अपने से 10 साल छोटी सिख परिवार की लड़की मेनका से विवाह किया था. कहा जाता है कि संजय गांधी ने यह शादी मेनका गांधी के परिवार की मर्जी के बिना की थी. उस समय मेनका गांधी एक मॉडल हुआ करती थी. संजय गांधी ने पहली बार मेनका गांधी को विज्ञापन में ही देखा था. इसके बाद साल 1973 में संजय गांधी और मेनका गांधी की मुलाकात एक शादी के दौरान हुई.

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इस मुलाकात के बाद संजय गांधी और मेनका गांधी एक दूसरे से प्यार करने लगे. 23 सितम्बर 1974 को संजय गांधी और मेनका गांधी ने शादी कर ली. संजय गांधी से शादी के बाद मेनका गांधी की भी राजनीति में दिलचस्पी बढ़ने लगी. इस बीच मेनका गांधी ने एक बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम वरुण गांधी है. संजय गांधी की मृत्यू के बाद मेनका गांधी का इंदिरा गांधी के साथ विवाद शुरू हो गया. इस कारण मेनका गांधी ने अपने बेटे के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली.

संजय गांधी और रुखसाना सुल्‍ताना (Sanjay Gandhi and Rukhsana Sultana)

जब भी संजय गांधी के करीबी नेताओं का जिक्र होता है तो उसमें रुखसाना सुल्‍ताना का जिक्र जरूर होता है. कहा जता है कि उस समय रुखसाना सुल्‍ताना, संजय गांधी की सबसे करीबी नेताओं में से एक थी. संजय गांधी ने नसबंदी कार्यक्रम को मुसलमानों के बीच लागू करने का जिम्मा रुखसाना सुल्‍ताना को ही दिया था. रुखसाना सुल्‍ताना ने संजय गांधी को खुश करने के लिए इस काम को बखूबी अंजाम भी दिया. रुखसाना सुल्‍ताना का उस समय संजय गांधी के साथ इतनी नजदीकी थी कि यह बात संजय की पत्नी मेनका गांधी और इंदिरा गांधी को भी पसंद नहीं थी.

रुखसाना सुल्‍ताना के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने शिवेन्द्र सिंह नाम के एक व्यक्ति के साथ शादी की थी. हालांकि जल्द ही दोनों का तलाक हो गया था. रुखसाना सुल्‍ताना की एक बेटी भी है, जिसका नाम अमृता सिंह है. आगे चलकर अमृता सिंह बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री बनी.

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संजय गांधी की मृत्यु (Sanjay Gandhi death)

संजय गांधी को हवाई जहाज उड़ाने का काफी शौक था. 23 जून 1980 को संजय गांधी दिल्ली के सफदरजंग एयरपोर्ट पर दिल्ली फ्लाइंग क्लब के नए जहाज को उड़ा रहे थे. वह हवा में कलाबाजियां कर रहे थे. इसी दौरान संजय गांधी का जहाज पर नियंत्रण नहीं रहा और उनका जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दुर्घटना में संजय गांधी का निधन हो गया.

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