जहाँ कभी 6 महीने के बच्चे को गोद में लेकर आंसू बहाए थे, अब वहीं पुलिस ऑफिसर बन पहुंची एनी शिवा

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Success Story Of Annie Shiva –

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती और मेहनत करने वालों की हार नहीं होती. इस कहावत को कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने सार्थक भी किया है. इन लोगों में से ही एक हैं महिला पुलिस उपनिरीक्षक एनी शिवा (Police Sub Inspector Annie Shiva). एनी शिवा केरल पुलिस (Annie Shiva in Kerala Police) की एक महिला पुलिस उपनिरीक्षक के पद पर तैनात हैं और देश की सेवा कर रही हैं.

एनी शिवा (Success Story of Annie Shiva) की कहानी लोगों के लिए किसी मिसाल से कम नहीं हैं और उनका संघर्ष किसी को भी प्रेरणा दे सकता है. महिला पुलिस (Lady Police) के रूप में सेवा देने वाली एनी शिवा शादीशुदा हैं. जब उनकी उम्र केवल 18 वर्ष थी तब ही उनके पति ने उनका साथ छोड़ दिया था. यही नहीं उस दौरान एनी शिवा की गोद में एक 6 महीने का बच्चा भी था.

यही नहीं एनी को उनके घरवालों ने भी इस घटना के बाद उन्हें घर से निकाल दिया था. लेकिन एनी शिवा ने अपने हालातों को खुद पर हावी नहीं होने दिया और खुद के लिए एक ऐसा मुकाम हासिल किया जो सभी के लिए एक प्रेरणा बना.

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एनी शिवा (Annie Shiva) ने खुद के और अपने बच्चे का पेट भरने के लिए सडक किनारे नींबू पानी भी बेचा और कई छोटे काम भी किए. उस वक्त एनी के लिए दो वक्त की रोटी कमाना भी एक बड़ा काम था. लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी. यहाँ तक की उन्होंने सड़कों पर आइसक्रीम भी बेचीं.

जब एनी कांजीरामकुलम के केएनएम गवर्मेंट कॉलेज (KNM Government College, Kanjiramkulam) में अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही थीं, तब ही उन्होंने अपने परिवार से अपनी शादी को लेकर बात की थी. नहीं मानने पर एनी ने अपने परिवार के खिलाफ ही शादी भी की. लेकिन यहाँ भी उन्हें सुख नहीं मिला और उन्हें अपने ही घर से 6 महीने के बच्चे के साथ बाहर निकाल दिया गया.

एनी शिवा (Annie Shiva) घर से निकलने के बाद अपने बच्चे के साथ अपनी दादी के घर जाकर रहने लगीं. यहाँ वे एक झोपडी में रहती थीं और घर-घर जाकर डिलीवरी का काम करने लगी. मगर उन्हें इसमें ही असफलता ही मिली.

इतना कुछ होने के बाद भी एनी ने अपने बच्चे की जिम्मेदारी को संभाला. बच्चे की परवरिश के साथ ही एनी ने अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा और समाजशास्त्र में अपना ग्रेजुएशन कम्पलीट किया. 

यही नहीं इसके बाद एनी ने वर्ष 2014 में तिरुवनंतपुरम के एक कोचिंग सेंटर में दाखिला ले लिया और साथ ही सब इंस्पेक्टर की एग्जाम (Sub Inspecter) भी दी. साल 2016 एनी के लिए काफी अच्छा साबित हुए और वे सफल हुई. जिसके बाद एनी को सिविल पुलिस अधिकारी का पद मिला.

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एनी यहीं नहीं रुकी और साल 2019 में वे सब-इंस्पेक्टर की परीक्षा देकर सफल हुईं. जिसके बाद एनी शिवा को करीब डेढ़ साल की ट्रेनिंग मिली और वे वर्कला थाने में प्रोबेशनरी सब इंस्पेक्टर बनीं.

अपनी सक्सेस स्टोरी (Success of Annie Shiva) से सबका दिल जीतने वाली एनी शिव अपने बारे में कहती हैं कि, उन्हें जब यह बात मालूम हुई कि उनकी पोस्टिंग वर्कला पुलिस स्टेशन में की गई है तो उन्हें काफी ख़ुशी हुई. ऐसा इसलिए क्योंकि यही वह जगह है जहाँ वे अपने छोटे से बच्चे के साथ काफी रोई हैं. इस समय यहाँ उनका साथ देने वाला भी कोई नहीं था.

एनी शिवा की इस स्टोरी को केरल पुलिस के द्वारा भी शेयर किया गया और साथ ही लिखा गया कि, इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास का एक सच्चा मॉडल. एक 18 वर्षीय लड़की जो पति और परिवार द्वारा छोड़े जाने के बाद 6 महीने के बच्चे के साथ सड़कों पर छूट गई, वर्कला पुलिस स्टेशन में सब इंस्पेक्टर बनी है.

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